परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान दीजिए
“परमेश्वर के वचन पर चलनेवाले” ज़िला अधिवेशन के लिए हम तीन दिन इकट्ठे हुए थे। वे तीनों दिन वाकई बहुत शानदार रहे। हमने अपना ध्यान रोज़मर्रा जीवन की चिंताओं से हटाकर, यहोवा के आश्चर्यकर्मों पर लगाया। यह कार्यक्रम इस तरह तैयार किया गया था कि परमेश्वर और उसके वचन पर हमारा विश्वास बढ़े, उसके साथ हमारा रिश्ता मज़बूत हो, और सेवकाई के लिए हमारा जोश बढ़े। हमें जो बातें बताई गई थीं उनसे क्या हमें फायदा पहुँच रहा है?—यूह. 13:17.
2 परिवार परमेश्वर के वचन पर चलते हैं: “परमेश्वर के वचन पर चलिए” परिचर्चा से हमें अपने परिवार की आध्यात्मिक दशा को जाँचने में मदद मिली। बच्चें नयी-नयी बातें सीखने के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं। इसलिए परमेश्वर का भय माननेवाले माता-पिताओं को उकसाया गया कि वे आध्यात्मिक रूप से मज़बूत परिवार का निर्माण करने के लिए पारिवारिक बाइबल अध्ययन की नींव डालें। यह परिवार के लोगों को यहोवा के साथ एक खुशहाल और पक्का रिश्ता बनाने में मदद करेगा। माता-पिताओं, अपने बच्चों को सिखाइए कि वे परमेश्वर की भावनाओं को समझने की कोशिश कैसे कर सकते हैं। आप खुद यहोवा के लिए और उसके उपकारों के लिए प्रेम ज़ाहिर कीजिए। (भज. 103:2) मिलकर आध्यात्मिक लक्ष्य बनाइए और उन्हें पाने के लिए मिलकर काम कीजिए और यहोवा की सेवा तन-मन से कीजिए।
3 परमेश्वर का वचन हमारे मार्ग को उजियाला करता है: एक नयी किताब आइज़ायास प्रॉफॆसी—लाइट फॉर ऑल मैनकाइंड I हासिल करने पर हम बेहद खुश हुए थे। इस किताब को आपने कहाँ तक पढ़ लिया है? यशायाह की किताब में अधर्मी जातियों के लिए निराशाजनक न्यायदंड सुनाया गया है और दूसरी तरफ परमेश्वर के लोगों के लिए राज्य की सुंदर आशीषों के बारे में भविष्यवाणियाँ की गयी हैं। (यशा. 34:2; 35:10) यह किताब, यहोवा पर और उसके काम करने के तरीके पर हमारे विश्वास और भरोसे को भी मज़बूत करती है।—यशा. 12:2-5.
4 आइज़ायास प्रॉफॆसी I को पढ़ते समय शुरूआत में ही आप यह महसूस करेंगे कि चारों ओर से दुष्ट लोगों से घिरा होने के बावजूद भी यशायाह कैसे यहोवा का वफादार रहा। जब उसे, परमेश्वर का दूत बनने का न्यौता दिया गया, तो यशायाह ने कहा: “मैं यहां हूं! मुझे भेज।” (यशा. 6:8) उसकी तत्परता की भावना पर मनन करने से आपका हौसला बढ़ेगा कि आप भी सुसमाचार के प्रचार में लगे रहें और “सब जातियों पर गवाही” देने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश करें।—मत्ती 24:14.
5 यहोवा के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान लगाने से उसकी महानता की और भी प्रशंसा होगी। इसलिए परमेश्वर के वचन पर चलने की इस अनमोल देन के लिए दिल से कदर कीजिए!