प्रश्न बक्स
◼ लिट्रेचर लेते समय हम दान पेटी में दान डालते हैं। फिर हम क्षेत्र सेवकाई में मिला दान भी, दुनिया-भर में चल रहे संस्था के काम के लिए रखी गयी दान पेटी में डालते हैं। तो क्या हम साहित्य के लिए दो बार दान नहीं दे रहे?
जी नहीं। दुनिया-भर में चल रहे संस्था के काम के लिए दान पेटी में जो दान दिया जाता है, वह सिर्फ साहित्य के लिए नहीं होता। प्रकाशकों और क्षेत्र में सच्ची दिलचस्पी दिखानेवाले लोगों को यह साहित्य बिना दाम के मिलता है। प्रकाशक दान देकर, ब्रांच ऑफिसों, बेथेल घरों, मिनिस्टीरियल स्कूलों, सफरी ओवरसियरों, साहित्य वितरण केंद्रों और ऐसी ही कई सहायक सेवाएँ चलाने में मदद करते हैं, जो यीशु द्वारा अपने चेलों को दिए गए काम को पूरा करने के लिए ज़रूरी हैं। साहित्य छापना इस काम का बस एक छोटा-सा हिस्सा है।
इसीलिए जब दिलचस्पी दिखानेवाले लोग दान देते हैं, तो हमें उन्हें ये नहीं कहना चाहिए कि यह दान “साहित्यों के लिए” है। जैसा हम अब तक करते आए हैं, हमें उन्हें बताना चाहिए कि जिन लोगों को हमारा साहित्य पढ़ने में सच्ची दिलचस्पी है, वे इसे बिना दाम के पा सकते हैं। लेकिन जो भी दान वे देते हैं, वह सारी दुनिया में किए जा रहे राज्य के काम का खर्च उठाने के लिए इस्तेमाल होगा। यही बात प्रकाशकों द्वारा दिए गए दान पर भी लागू होती है।