ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल पुनर्विचार
ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल पुनर्विचार में मई 6 से अगस्त 19, 2002 तक के हफ्तों से जानकारी ली गई है। दिए गए समय में ज़्यादा-से-ज़्यादा सवालों के जवाब एक अलग कागज़ पर लिखने की कोशिश कीजिए।
[सूचना: सवालों का जवाब देने के लिए आप सिर्फ बाइबल इस्तेमाल कर सकते हैं। सवालों के बाद दिए गए हवाले व्यक्तिगत रूप से खोज करने में आपकी मदद करने के लिए हैं। प्रहरीदुर्ग से जवाब ढूँढ़ने के लिए हर जगह शायद पेज और पैराग्राफ नंबर न दिए हों।]
नीचे दिए गए वाक्यों का सही या गलत में जवाब दीजिए:
1. यिर्मयाह 18:1-6 दिखाता है कि यहोवा, लोगों से उनकी मर्ज़ी के खिलाफ काम करवाता है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI99 4/1 पेज 22 पैरा. 3-4 देखिए।]
2. झूठे भविष्यवक्ताओं ने लोगों को परमेश्वर की सच्ची चेतावनी के बजाय, झूठी बातों पर यकीन करने के लिए फुसलाया और इस मायने में उन्होंने परमेश्वर के वचन का असर चुरा लिया और इसके अच्छे नतीजे नहीं निकलने दिए। (यिर्म. 23:30) [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w92 2/1 पेज 4 पैरा. 3 देखिए।]
3. यिर्मयाह 25:15, 16 में बताया गया ‘सब जातियों को बावला करनेवाला’ “इस जलजलाहट के दाखमधु का कटोरा” इस बात को दर्शाता है कि झूठा धर्म, लोगों को मतवाला कर देता है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI94 3/1 पेज 19 पैरा. 13 देखिए।]
4. मत्ती ने यिर्मयाह की भविष्यवाणी का जो मतलब बताया, उसके मुताबिक ‘शत्रुओं का देश’ मृत्युलोक को सूचित करता है जहाँ से वे छोटे बच्चे पुनरुत्थान पाकर लौट आएँगे, जिनका हेरोदेस महान ने कत्ल करवाया था। (यिर्म. 31:15, 16; मत्ती 2:17, 18) [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w79 6/15 पेज 19 पैरा. 13 देखिए।]
5. यिर्मयाह 37:21 इस बात का यकीन दिलाता है कि यहोवा, अपने वफादार सेवकों को कठिन आर्थिक समय में सँभाले रख सकता है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI97 9/15 पेज 3 पैरा. 4–पेज 4 पैरा. 2 देखिए।]
6. इब्रानी भाषा में, “छुड़ौती” शब्द का मतलब एक बन्धुए को छुड़ाने के लिए दी गयी रकम है और यह तुल्यता को भी सूचित करता है। [kl-HI पेज 65 पैरा. 11]
7. विलापगीत 5:7 साफ दिखाता है कि यहोवा, माता-पिता के पापों के लिए सीधे उनके बच्चों को दंड देता है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 10/1 पेज 31 बक्स देखिए।]
8. यहेजकेल 9:4 में बताए गए माथे पर चिन्ह का मतलब यह है कि केवल ज्ञान हासिल करने से ही एक इंसान की ज़िंदगी बच जाएगी। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 11/1 पेज 14 पैरा. 18 देखिए।]
9. इफिसियों 4:8 में बताए गए ‘मनुष्यों में दान’ मसीही प्राचीन हैं, जिन्हें पवित्र आत्मा नियुक्त करती है। और उन्हें अपने संगी मसीहियों की आध्यात्मिक देखभाल करने के लिए अधिकार सौंपा गया है। (प्रेरि. 20:28) [w-HI00 8/1 पेज 6 पैरा. 3]
10. यहेजकेल के 23वें अध्याय की आज की पूर्ति में, प्रोटेस्टेंटवाद की तुलना ओहोलीबा से और रोमन कैथोलिकवाद की तुलना उसकी बड़ी बहन, ओहोला से की जा सकती है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 11/1 पेज 21 पैरा. 22 देखिए।]
नीचे दिए गए सवालों के जवाब दीजिए:
11. शब्द “पुनरुत्थान” का शाब्दिक अर्थ क्या है? [kl-HI पेज 85 पैरा. 15]
12. लूका 9:23 में दिए गए न्यौते को स्वीकार करने पर, मसीह के छुड़ौती बलिदान के लिए सच्ची कदरदानी कैसे ज़ाहिर होगी? [w-HI00 3/15 पेज 8 पैरा. 1]
13. यहोवा ने यिर्मयाह को किस मायने में “धोखा” दिया? (यिर्म. 20:7) [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w89 5/1 पेज 31 पैरा. 6 देखिए।]
14. यीशु के कहने का क्या मतलब था कि पवित्र आत्मा “तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं ने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा”? (यूह. 14:26) [w-HI00 4/1 पेज 8 पैरा. 7-8]
15. यिर्मयाह 35:18, 19 के मुताबिक, हमारे समय के रेकाबी वर्ग के लोगों को कौन-सी आशा दी गयी है? [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; su पेज 131 पैरा. 7 देखिए।]
16. नफिली दानव किस अर्थ में “शूरवीर” और “सुप्रसिद्ध मनुष्य” थे? (उत्प. 6:4, NHT) [w-HI00 4/15 पेज 27 पैरा. 9]
17. बारूक ने अपना आध्यात्मिक संतुलन कैसे खो दिया और उसके अनुभव से आज हम क्या सबक सीख सकते हैं? (यिर्म. 45:1-5) [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI97 8/15 पेज 21 पैरा. 14-16 देखिए।]
18. यिर्मयाह 50:38 की भविष्यवाणी कब और कैसे पूरी हुई थी? [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; dp-HI पेज 150 पैरा. 2-3 देखिए।]
19. विलापगीत 1:15 के मुताबिक, “यहूदा की कुमारी कन्या,” यरूशलेम का जो हश्र हुआ, वह ईसाईजगत के बारे में क्या दर्शाता है? [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 10/1 पेज 31 बक्स देखिए।]
20. यहेजकेल 21:26 में कही गयी बात, “पगड़ी उतार, और मुकुट भी उतार दे,” का मतलब क्या है? [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 11/1 पेज 19 पैरा. 16 देखिए।]
नीचे दिए गए वाक्यों को पूरा करने के लिए ज़रूरी शब्द या वाक्यांश लिखिए:
21. विनम्र व्यक्ति ___________________ के मामले में अपनी ___________________ के अंदर ही रहता है और अपनी ___________________ को जानते हुए वही काम करता है जो उसे करना चाहिए और जो उसके बस में है। (मीका 6:8) [w-HI00 3/15 पेज 21 पैरा. 1-2]
22. यह सच है कि पवित्र-आत्मा हमें ___________________ या ___________________ से बचा नहीं सकती, मगर हाँ उन्हें ___________________ की शक्ति ज़रूर दे सकती है। (1 कुरि. 10:13; 2 कुरि. 4:7) [w-HI00 4/1 पेज 11 पैरा. 6]
23. सृष्टिकर्ता की हैसियत से, यहोवा परमेश्वर के पास यह अधिकार है कि ___________________ स्थापित करे और यह निर्धारित करे कि उसकी ___________________ के लिए क्या भला है और क्या बुरा। [kl-HI पेज 56 पैरा. 9]
24. यहोवा द्वारा दुष्टता और दुःख की अनुमति ने यह साबित कर दिया है कि परमेश्वर से ___________________ एक ___________________ नहीं लाया है। [kl-HI पेज 77 पैरा. 18]
25. खटपट को दूर करने के लिए त्याग करने में इब्राहीम की मिसाल से हमें यह बढ़ावा मिलता है कि हम ___________________ या ___________________ की खातिर भाइयों के साथ अपने अनमोल रिश्ते को कुरबान न करें। (उत्प. 13:5-12) [w-HI00 8/15 पेज. 24 पैरा. 3-4]
नीचे दिए गए वाक्यों के सही जवाब चुनिए:
26. यहोवा की (जानकारी; दया; उसके न्यायदंड) ने अय्यूब के दिल को इस कदर प्रभावित किया कि वह भी अपने नौकर-चाकरों के साथ (समझदारी से; दया से; बिना पक्षपात के) पेश आता था। (अय्यू. 31:13, 14) [w-HI00 3/15 पेज 26 पैरा. 1]
27. यिर्मयाह 16:2-4 में, भविष्यवक्ता को इसलिए अविवाहित रहने की आज्ञा दी गयी ताकि वह (त्याग की भावना दिखाए; इस बात की एक झलक दे कि मसीहा अविवाहित रहेगा; साबित करे कि यरूशलेम के विनाश के बारे में यहोवा का कहा वचन हर हाल में पूरा होगा)। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w78 4/15 पेज 31 पैरा. 2 देखिए।]
28. नीतिवचन 4:7 में बुद्धि का मतलब (जानकारी रखना; दी गई जानकारी को ठीक-ठीक समझना; ज्ञान और समझ को काम में लाना) है। [w-HI00 5/15 पेज 21 पैरा. 1]
29. यूसुफ को जब मिस्र ले जाया गया और पोतीपर नाम के एक आदमी को बेच दिया गया, तब वह सिर्फ (17 साल; 19 साल; 21 साल) का था। [my-HI अध्याय 22]
30. यहेजकेल के अध्याय 1 में परमेश्वर के जिस रथ का ब्यौरा दिया गया है, वह (परमेश्वर के मसीहाई राज्य; यहोवा के स्वर्गदूतीय आत्मिक संगठन; अभिषिक्त शेष जनों को मिलनेवाले यहोवा के मार्गदर्शन) को सूचित करता है। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; w-HI88 11/1 पेज 11 पैरा. 5 देखिए।]
नीचे दिए गए वचनों का वाक्यों के साथ मेल कीजिए:
इब्रा. 12:16, 17; लूका 11:41; नीति. 5:21; यिर्म. 46:28; रोमि. 15:4
31. जो व्यक्ति पवित्र बातों की कदर नहीं करता, वह व्यभिचार जैसे गंभीर पाप कर सकता है। [my-HI अध्याय 17]
32. सांत्वना देने के लिए परमेश्वर अपने वचन, बाइबल का खास इस्तेमाल करता है जिसमें भविष्य के लिए बहुत ही बढ़िया आशा बतायी गयी है। [w-HI00 4/15 पेज 5 पैरा. 4]
33. माता-पिताओं से दिया जानेवाला अनुशासन वाजिब हद से ज़्यादा नहीं होना चाहिए, ना ही सुधारने और सिखाने के उद्देश्य से आगे जाना चाहिए। [हफ्ते की बाइबल पढ़ाई; kl-HI पेज 148 पैरा. 20 देखिए।]
34. दान, एहसानमंद दिल से दिए जाने चाहिए, न कि दिखावे के लिए। [gt-HI अध्याय 76]
35. किसी भी तरह का अशुद्ध लैंगिक काम, यहोवा की नज़र से नहीं छिप सकता, फिर चाहे उसे लोगों से जितना भी छिपाया जाए। [w-HI00 7/15 पेज 31 पैरा. 3]