परमेश्वर की सेवा स्कूल की चर्चा
अगस्त 25, 2003 से शुरू होनेवाले सप्ताह में परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए गए सवालों की ज़बानी चर्चा होगी। स्कूल ओवरसियर, 30 मिनट के लिए जुलाई 7 से अगस्त 25, 2003 तक के हफ्तों में पेश किए भागों पर दोबारा चर्चा करेगा। [ध्यान दीजिए: अगर किसी सवाल के बाद कोई हवाले नहीं दिए गए हैं, तो वहाँ जवाब के लिए आपको खुद खोजबीन करनी होगी।—सेवा स्कूल किताब के पेज 36-7 देखिए।]
भाषण के गुण
1. प्रचार में नज़र मिलाकर बात करने के क्या-क्या फायदे हैं? [be-HI पेज 125 पैरा. 1-2; पेज 125 बक्स]
2. अगर प्रचार शुरू करने से पहले आप घबराने लगें, तो आप क्या कर सकते हैं? [be-HI पेज 128 पैरा. 4-5]
3. स्टेज से भाषण देते वक्त, सहजता और बोलचाल की शैली में बात करने में क्या बात आपकी मदद करेगी? [be-HI पेज 129 पैरा. 2; पेज 129 बक्स]
4. लैव्यव्यवस्था 16:4, 24, 26, 28; यूहन्ना 13:10; और प्रकाशितवाक्य 19:8 में दिए सिद्धांत का हमारे रूप और ढंग पर कैसा असर पड़ना चाहिए, और यह क्यों ज़रूरी है? [be-HI पेज 131 पैरा. 3; पेज 131 बक्स]
5. एक शालीन और ‘संयमी’ इंसान का वर्णन कीजिए। (1 तीमु. 2:9, 10) [be-HI पेज 132 पैरा. 1]
भाग न. 1
6. हालाँकि मसीहियों को एक-दूसरे की सहते हुए धीरज दिखाना चाहिए, लेकिन उन्हें कौन-सी बात बरदाश्त नहीं करनी चाहिए? (कुलु. 3:13) [w01-HI 7/15 पेज 22 पैरा. 7-8]
7. सही या गलत: क्रमसूचक संख्या (ordinal number) पूर्ण संख्या होती है। समझाइए। [si पेज 282 पैरा. 24-5]
8. परमेश्वर का वचन पढ़ने की सबसे पवित्र मंशा क्या है, और ऐसी मंशा का होना हमारे लिए क्यों ज़रूरी है? [be-HI पेज 24 पैरा. 1]
9. एक बुद्धिमान इंसान कैसे ‘ज्ञान को रख छोड़ता है’? (नीति. 10:14) [w01-HI 7/15 पेज 27 पैरा. 4-5]
10. अय्यूब की अच्छी आदतें क्यों गौर करने लायक हैं? (अय्यू. 1:1, 8; 2:3) [w01-HI 8/1 पेज 20 पैरा. 4]
हफ्ते की बाइबल पढ़ाई
11. शासी निकाय के सदस्य “एक चित्त होकर” कैसे इस नतीजे पर पहुँचे कि उद्धार पाने के लिए अन्यजाति के विश्वासियों को खतना कराने की ज़रूरत नहीं थी? (प्रेरि. 15:25)
12. यहोवा ने मूसा की कानून-व्यवस्था को रद्द कर दिया था, तो फिर शासी निकाय ने पौलुस को उस व्यवस्था की कुछ माँगों को पूरा करने के लिए क्यों कहा? (प्रेरि. 21:20-26) [w02-HI 2/15 पेज 31, पैरा. 4; it-2 पेज 1163 पैरा. 6–पेज 1164 पैरा. 1]
13. पौलुस पर क्या-क्या झूठे इलज़ाम लगाए गए, जिनसे हमें हाल ही में यहोवा के साक्षियों पर लगाए गए झूठे इलज़ामों की याद आती है? (प्रेरि. 24:5, 6) [w01-HI 12/15 पेज 22, पैरा. 7–पेज 23 पैरा. 2]
14. दो साल तक एक घर में नज़रबंद होने के बावजूद पौलुस ने कैसे राज्य का प्रचारक होने की मिसाल कायम की? (प्रेरि. 28:30, 31)
15. किन मायनों में ‘प्रधान अधिकारी’ “परमेश्वर की विधि” का हिस्सा हैं और इसका मसीहियों पर क्या असर पड़ना चाहिए? (रोमि. 13:1, 2) [w00-HI 8/1 पेज 4 पैरा. 5]