घोषणाएँ
◼ जनवरी के लिए साहित्य पेशकश: सन् 1988 से पहले छपी कोई भी किताब जो कलीसिया के स्टॉक में हो। अगर आपकी कलीसिया के पास ऐसी किताबें नहीं हैं, तो आस-पास की जिन कलीसियाओं के पास ये ज़्यादा तादाद में हैं, उनसे आप ले सकते हैं। जिन कलीसियाओं के पास पुरानी किताबें नहीं हैं, वे चाहें तो पारिवारिक सुख का रहस्य या युवाओं के प्रश्न—व्यावहारिक उत्तर किताब पेश कर सकती हैं। फरवरी: यहोवा के करीब आओ। अगर यह किताब मौजूद नहीं है, तो इसकी जगह आप जीवन—इसकी शुरूआत कैसे हुई? विकास से या सृष्टि से? (अँग्रेज़ी) या रॆवलेशन—इट्स ग्रैंड क्लाइमैक्स एट हैंड! किताब पेश कर सकते हैं। मार्च: ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है। घर पर बाइबल अध्ययन शुरू करने की खास कोशिश की जाएगी। जिन लोगों के पास पहले से यह किताब है, उन्हें दानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें! किताब पेश की जा सकती है। अप्रैल: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। दिलचस्पी दिखानेवालों से वापसी भेंट करते वक्त, उन लोगों से भी मिलिए जो संगठन के साथ पूरी तरह से संगति तो नहीं करते हैं, मगर स्मारक या दूसरी खास सभाओं में हाज़िर होते हैं। ऐसे लोगों को परमेश्वर की उपासना करें किताब पेश करने पर खास ध्यान दें। घर पर बाइबल अध्ययन शुरू करने की पूरी कोशिश कीजिए खासकर ऐसे लोगों के संग जो पहले ज्ञान किताब और माँग ब्रोशर से अध्ययन कर चुके हैं।
◼ मार्च 15, 2004 से शुरू होनेवाले सप्ताह से हम कलीसिया के पुस्तक अध्ययन में यहोवा के करीब आओ किताब का अध्ययन करेंगे। यह किताब अब अँग्रेज़ी, कन्नड़, तमिल, तेलगू, पंजाबी, बंगला, मलयालम और हिंदी भाषा में उपलब्ध है। आपने शायद अपनी-अपनी कॉपी ज़िला अधिवेशन में पहले से ले ली हों। इसके अलावा, कलीसिया के पुस्तक अध्ययन के लिए अगर आपको और भी कॉपियों की ज़रूरत है, तो कृपया अपनी गुज़ारिश फौरन संस्था को भेज दें।
◼ फरवरी से, या देर-से-देर मार्च 7 से सर्किट ओवरसियर नया जन भाषण देना शुरू करेंगे जिसका शीर्षक है, “आप किस के आदर्शों की कदर करते हैं।”
◼ इस साल अप्रैल 4, रविवार के दिन सूर्यास्त के बाद स्मारक मनाने के लिए कलीसियाओं को अच्छा इंतज़ाम करना चाहिए। हालाँकि भाषण सूर्यास्त से पहले दिया जा सकता है, मगर प्रतीकों का देना सूर्यास्त के बाद ही शुरू होना चाहिए। आपके इलाके में सूर्यास्त कब होता है, इस बारे में अखबार से या किसी और तरीके से पता कीजिए। उस दिन क्षेत्र-सेवा की सभाओं के अलावा और कोई सभा नहीं होगी, इसलिए प्रहरीदुर्ग का अध्ययन किसी और दिन किए जाने का इंतज़ाम करना चाहिए। सर्किट ओवरसियर भी जिन-जिन कलीसियाओं का दौरा कर रहे हैं, उन्हें भाई-बहनों की सहूलियत के मुताबिक उस हफ्ते की सभाओं में थोड़ा-बहुत फेरबदल करना होगा। हालाँकि हर कलीसिया के लिए अपना स्मारक समारोह मनाना अच्छा होगा, मगर यह शायद हमेशा मुमकिन न हो। जहाँ आम तौर पर बहुत-सी कलीसियाएँ एक ही किंगडम हॉल इस्तेमाल करती हैं, ऐसे में कोई एक या उससे ज़्यादा कलीसियाएँ उस शाम के लिए किसी और जगह का इंतज़ाम कर सकती हैं। हमारा सुझाव है कि अगर मुमकिन हो तो एक कलीसिया का स्मारक समारोह खत्म होने के कम-से-कम 40 मिनट बाद ही दूसरी कलीसिया अपना कार्यक्रम शुरू करे। इस तरह सभी इस मौके का पूरा-पूरा फायदा उठा सकेंगे। लोगों को लाने और ले जाने के बारे में, साथ ही ट्रैफिक और पार्किंग की समस्याओं के बारे में भी ध्यान दिया जाना चाहिए। हर कलीसिया के लिए कैसा इंतज़ाम करना सबसे अच्छा होगा, इसका फैसला प्राचीनों का निकाय करेगा।
◼ उपलब्ध नए प्रकाशन:
महान शिक्षक से सीखिए —अँग्रेज़ी, तमिल
यहोवा के करीब आओ —कन्नड़, तमिल, तेलगू, पंजाबी, बंगला, मलयालम, हिंदी
‘उत्तम देश को देख’ —अँग्रेज़ी, कन्नड़, तमिल, तेलगू, मलयालम, हिंदी
यहोवा के भजन गाओ (छोटी गीतपुस्तक) —कन्नड़
यहोवा के भजन गाओ (29 गीत) —नेपाली
क्या यह दुनिया विनाश से बचेगी? (ट्रैक्ट नं. 19) —असमी
गम में डूबे लोगों के लिए खुशी का पैगाम (ट्रैक्ट नं. 20) —असमी
सुखी परिवार का मज़ा लीजिए (ट्रैक्ट नं. 21) —असमी
आज दुनिया पर हुकूमत कौन कर रहा है? (ट्रैक्ट नं. 22) —असमी
◼ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:
ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है —गुजराती
चर्चा के लिए बाइबल विषय —नेपाली
यहोवा के भजन गाओ (29 गीत) —तेलगू
एक खुशहाल नयी दुनिया में रहना (ट्रैक्ट नं. 15) —कन्नड़, गुजराती, ज़ॊंग्खा, तमिल, नेपाली, पंजाबी, बंगला, मराठी, मिज़ो, हिंदी
हमारे प्यारे मरे हुओं के लिए क्या कोई आशा है? (ट्रैक्ट नं. 16) —कन्नड़, कोंकणी (कैनरीस और रोमन लिपि), मिज़ो
क्या यह दुनिया विनाश से बचेगी? (ट्रैक्ट नं. 19) —गुजराती, तमिल, बंगला, मराठी, हिंदी
क्या आप में कोई अमर आत्मा वास करती है? (ट्रैक्ट नं. 25) —मिज़ो