घोषणाएँ
◼ जुलाई और अगस्त के लिए साहित्य पेशकश: नीचे बताए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए!, क्या आपको त्रियेक में विश्वास करना चाहिए?, क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, जब आपका कोई अपना मर जाए, जीवन का उद्देश्य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ,” परमेश्वर का नाम जो सदा तक बना रहेगा (अँग्रेज़ी), मरने पर हमारा क्या होता है? (अँग्रेज़ी), और वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा। सितंबर: संतोष से भरी ज़िंदगी—कैसे हासिल की जा सकती है। अगर यह ब्रोशर आपकी भाषा में उपलब्ध नहीं है, तो बाइबल कहानियों की मेरी पुस्तक या सर्वश्रेष्ठ मनुष्य किताब पेश कीजिए।
◼ सितंबर से सर्किट ओवरसियर जो जन-भाषण देंगे उसका शीर्षक है, “विश्वास और हिम्मत से भविष्य का सामना करना।”
◼ जब प्रचारक ऐसे इलाके में प्रचार कर रहे हों जो किसी कलीसिया को नहीं दिया गया, तो वे माँग ब्रोशर या ज्ञान किताब पेश कर सकते हैं। अगर घर-मालिक के पास ये साहित्य हैं, तो उसे कोई दूसरा साहित्य दिया जा सकता है। सबको अलग-अलग किस्म के ट्रैक्ट साथ रखने चाहिए, ताकि जो घर पर नहीं हैं, उनके लिए ये छोड़े जाएँ या जो हमारा साहित्य नहीं लेते उन्हें दिए जाएँ। अगर ऐसे इलाकों के आस-पास कलीसियाएँ हैं, तो वहाँ के प्रचारकों को इन इलाकों में दिलचस्पी दिखानेवालों से दोबारा मिलने की खास कोशिश करनी चाहिए।
◼ कलीसिया के सेक्रेटरियों को कलीसिया में ये फॉर्म काफी मात्रा में रखने चाहिए: रेग्युलर पायनियर सेवा के लिए अर्ज़ी (S-205) और ऑक्ज़लरी पायनियर सेवा के लिए अर्ज़ी (S-205b). ये लिट्रेचर रिक्वेस्ट फॉर्म (S-14) के ज़रिए मँगाए जा सकते हैं। कलीसिया में कम-से-कम इतने फॉर्म होने चाहिए कि एक साल तक चल सकें।
◼ शाखा दफ्तर को रेग्युलर पायनियर सेवा की अर्ज़ियाँ भेजने से पहले, कलीसिया के सेक्रेटरी को इनकी जाँच कर लेनी चाहिए और देखना चाहिए कि इन्हें पूरी तरह से भरा गया है या नहीं। अगर अर्ज़ी भरनेवालों को अपने बपतिस्मे की सही तारीख याद नहीं, तो उन्हें अंदाज़े से एक तारीख लिखनी चाहिए और इसका रिकॉर्ड रखना चाहिए। सेक्रेटरी को भी यह तारीख कॉन्ग्रिगेशन्स पब्लिशर रिकॉर्ड कार्ड में लिख लेनी चाहिए।
◼ जब कभी आप विदेश घूमने, और वहाँ कलीसिया की सभाओं, किसी सम्मेलन या ज़िला अधिवेशन में हाज़िर होने की योजना बनाते हैं, तो इनकी तारीखें, समय और जगहों का पता करने के लिए आपको उस देश के शाखा दफ्तर को लिखना होगा। शाखा दफ्तरों के पते हाल के इयरबुक के आखिरी पन्ने पर दिए हैं।
◼ शाखा दफ्तर के लिए सभी प्रिसाइडिंग ओवरसियरों और सेक्रेटरियों के मौजूदा पतों और टेलिफोन नंबरों का ताज़ा रिकॉर्ड रखना ज़रूरी है। अगर इनमें किसी भी वक्त कोई फेरबदल होती है, तो कलीसिया की सर्विस कमेटी को प्रिसाइडिंग ओवरसियर/सेक्रेटरी के पते में फेरबदल (S-29) फॉर्म को भरकर, उस पर दस्तखत करके तुरंत शाखा दफ्तर को भेज देना चाहिए। अगर किसी इलाके के टेलिफोन कोड बदलते हैं, तो इसकी सूचना भी दी जानी चाहिए।
◼ उपलब्ध नए प्रकाशन:
क्या यह दुनिया विनाश से बचेगी? (ट्रैक्ट नं. 19) —उड़िया, सिंधी
गम में डूबे लोगों के लिए खुशी का पैगाम (ट्रैक्ट नं. 20) —सिंधी
आज दुनिया पर हुकूमत कौन कर रहा है? (ट्रैक्ट नं. 22) —सिंधी
यीशु मसीह कौन है? (ट्रैक्ट नं. 24) —उर्दू, कोंकणी (कन्नड़ लिपि)