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हमारी राज-सेवा—2005
km 8/05 पेज 7

घोषणाएँ

◼ अगस्त के लिए साहित्य पेशकश: नीचे दिए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए!, क्या आपको त्रियेक में विश्‍वास करना चाहिए?, क्या परमेश्‍वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, जब आपका कोई अपना मर जाए, जीवन का उद्देश्‍य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ,” मरने पर हमारा क्या होता है? (अँग्रेज़ी), और वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा। सितंबर: क्या एक सिरजनहार है जो आपकी परवाह करता है? (अँग्रेज़ी) किताब पेश कीजिए। इसके बदले आप यह किताब भी दे सकते हैं: जीवन—इसकी शुरूआत कैसे हुई? विकास से या सृष्टि से? (अँग्रेज़ी), या फिर 192-पेजवाली कोई भी पुरानी किताब पेश की जा सकती है। अगर कोई घर-मालिक किताब लेने से इनकार करता है, तो उसे जागते रहो! ब्रोशर पेश कीजिए। अक्टूबर: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! दोनों पत्रिकाओं का एक-एक अंक पेश कीजिए। जो दिलचस्पी दिखाते हैं, उन्हें माँग ब्रोशर भी पेश कीजिए। नवंबर: महान शिक्षक से सीखिए (अँग्रेज़ी) किताब पेश कीजिए। अगर कोई कहता है कि उसके बच्चे नहीं हैं, तो उसे ज्ञान किताब या ट्रैक्ट क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? पेश कीजिए।

◼ अक्टूबर में पाँच शनिवार-रविवार हैं, इसलिए यह महीना सहयोगी पायनियर सेवा करने के लिए बढ़िया रहेगा।

◼ हमारी राज्य सेवकाई के इस अंक के पेज 5 और 6 पर दी जानकारी को सन्‌ 2006 सेवा साल के दौरान सर्किट सम्मेलन और खास सम्मेलन दिन के कार्यक्रम के सिलसिले में इस्तेमाल किया जाएगा, इसलिए इसे सँभालकर रखिए।

◼ प्रमुख अध्यक्ष या उसके ज़रिए ठहराए किसी भाई को सितंबर 1 या उसके बाद जल्द-से-जल्द कलीसिया के हिसाब-किताब की जाँच करनी चाहिए। अगर राज्य घर के रख-रखाव या निर्माण काम का अलग से हिसाब-किताब रखा गया है, तो इसकी भी लेखा जाँच कराने का इंतज़ाम किया जाना चाहिए। फिर अगली बार कलीसिया का हिसाब-किताब पढ़कर सुनाने के बाद लेखा जाँच की रिर्पोट की भी घोषणा कीजिए।

◼ हम आपको याद दिलाना चाहते हैं कि निजी पत्र-व्यवहार करते समय शाखा दफ्तर के नाम पर वापसी पता कभी न लिखें। इसमें वे सारे खत और साहित्य शामिल हैं जो आप दिलचस्पी दिखानेवालों, या जिन घरों में लोग नहीं मिलते, उन्हें या ऐसी जगह रहनेवालों को लिखते हैं जहाँ जाना मुमकिन नहीं है। एक प्रचारक चाहे तो खुद का पता लिख सकता है, क्योंकि प्रचार काम परमेश्‍वर के लिए उसकी निजी सेवा है। (मत्ती 28:19, 20; रोमि. 10:14, 15) लेकिन अगर उसे लगता है कि खत के ज़रिए प्रचार करते वक्‍त अपना वापसी पता देना ठीक नहीं है, तो वह उस पर अपना नाम लिखकर राज्य घर का पता लिख सकता है।—मई 2002 की हमारी राज्य सेवकाई में प्रश्‍न बक्स देखिए।

◼ कलीसिया के सचिवों को देखना चाहिए कि कलीसिया के हर पायनियर के लिए उनके पास पायनियर अपॉइंटमेंट लेटर (S-202) उपलब्ध हों। अगर यह उनके पास नहीं है, तो कृपया इस बारे में शाखा दफ्तर को लिखिए। (कृपया प्राचीनों के सभी निकायों को जुलाई 5, 1999 की तारीख का लिखा खत देखिए।)

◼ कलीसियाओं के पास फिलहाल जिन साहित्य और पत्रिकाओं का स्टॉक है, उसकी सालाना इन्वेंट्री अगर हो सके तो अगस्त 31, 2005 को या उसके बाद जल्द-से-जल्द लेनी चाहिए। यह इन्वेंट्री उसी तरह लेनी चाहिए जिस तरह हर महीने लिट्रेचर कोऑर्डिनेटर साहित्य की गिनती करता है। साहित्य की कुल संख्या लिट्रेचर इन्वेंट्री फॉर्म (S-18) पर लिखनी चाहिए। कलीसिया के पास जो पत्रिकाएँ हैं, उनकी कुल गिनती मैगज़ीन सर्वेन्ट्‌स से मिल सकती है। साहित्य और पत्रिकाओं की देखरेख करनेवाली कलीसिया के सचिव की निगरानी में यह इन्वेंट्री ली जानी चाहिए। वह भाई और उसी कलीसिया का प्रमुख अध्यक्ष, दोनों इस फॉर्म पर दस्तखत करेंगे। साहित्य और पत्रिकाओं की देखरेख करनेवाली हर कलीसिया को लिट्रेचर इन्वेंट्री फॉर्म (S-18) की तीन कॉपियाँ मिलेंगी। कृपया सितंबर 6 तक ओरिजिनल फॉर्म को डाक के ज़रिए शाखा दफ्तर को ज़रूर भेज दीजिए। एक कॉपी अपनी फाइल में रखिए। और तीसरी कॉपी को वर्क-शीट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

◼ उपलब्ध नए प्रकाशन:

यहोवा के भजन गाओ—सिर्फ गीत के बोल —अँग्रेज़ी

यह गीत-पुस्तक (Ssbly) छोटे आकार की है, जिसमें गीतों की धुन बतानेवाले संकेत चिन्ह नहीं सिर्फ बोल दिए गए हैं।

◼ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:

मरने पर हमारा क्या होता है? —उर्दू

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