यहोवा की महिमा का ऐलान करो
भजनहार ने ऐलान किया था: “हे सारी पृथ्वी के लोगो यहोवा के लिये गाओ! अन्य जातियों में उसकी महिमा का, और देश देश के लोगों में उसके आश्चर्यकर्मों का वर्णन करो।” जब हम गहराई से सोचते हैं कि गुज़रे वक्त में यहोवा ने हमारे लिए क्या किया है, आज क्या कर रहा है और आगे क्या करेगा, तो हमारा दिल कहता है कि हम उसकी महिमा का ऐलान करें!—भज. 96:1, 3.
2 अपने प्रचार काम में: यहोवा के साक्षियों को परमेश्वर का नाम धारण करने और पूरी दुनिया में सरेआम उसकी बड़ाई करने का खास सम्मान मिला है। (मला. 1:11) ये साक्षी, ईसाईजगत के उन पादरियों से कितने अलग हैं जो अपने बाइबल अनुवादों में से परमेश्वर का नाम निकालने की गुस्ताखी करते हैं! परमेश्वर के नाम का ऐलान जल्द-से-जल्द किया जाना है, क्योंकि अगर लोगों को आनेवाले बड़े क्लेश से बचना है, तो उनके लिए यह बेहद ज़रूरी है कि वे पूरे विश्वास के साथ उसका नाम पुकारें। (रोमि. 10:13-15) और-तो-और, इस विश्व की शांति, जी हाँ इस धरती पर रहनेवालों के बीच शांति, परमेश्वर के नाम के पवित्र किए जाने पर निर्भर करती है। सच, परमेश्वर की हर रचना का ताल्लुक उसके नाम से है।
3 “यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है।” लेकिन ‘परमेश्वर के नाम के योग्य उसकी महिमा’ करने के लिए ज़रूरी है कि लोग पहले उसके बारे में सच्चाई जानें। (भज. 96:4, 8) मगर कुछ लोगों का मानना है कि परमेश्वर है ही नहीं। (भज. 14:1) दूसरे उसे कमज़ोर बताकर उसे बदनाम करते हैं, या फिर वे दावा करते हैं कि परमेश्वर को इंसान में कोई दिलचस्पी नहीं है। ऐसे में जब हम नेकदिल लोगों को अपने सिरजनहार, उसके मकसद और उसके मनभावने गुणों के बारे में सही ज्ञान लेने में मदद देते हैं, तो हम दरअसल यहोवा की महिमा करते हैं।
4 अपने चालचलन से: जब हम यहोवा के धर्मी स्तरों के मुताबिक जीते हैं, तो इससे उसकी महिमा होती है। हमारा अच्छा चालचलन लोगों की नज़रों से नहीं छिपता। (1 पत. 2:12) मिसाल के लिए, हमारा साफ-सुथरा पहनावा और बनाव-श्रृंगार देखकर लोग शायद हमारी तारीफ करें और हमें यह बताने का मौका मिले कि परमेश्वर के वचन में दिए सिद्धांतों के मुताबिक जीने के क्या फायदे हैं। (1 तीमु. 2:9, 10) जब लोग हमारे ‘भले कामों को देखकर हमारे पिता की, जो स्वर्ग में है, बड़ाई करते हैं,’ तो हम बहुत खुश होते हैं!—मत्ती 5:16.
5 तो आइए हम हर दिन अपनी बातचीत और अपने चालचलन से अपने प्रतापी परमेश्वर का गुणगान करें। इस तरह हम खुशी से भरे इस न्यौते को कबूल करेंगे: “यहोवा के लिये गाओ, उसके नाम को धन्य कहो; दिन दिन उसके किए हुए उद्धार का शुभसमाचार सुनाते रहो।”—भज. 96:2.