घोषणाएँ
◼ नवंबर के लिए साहित्य पेशकश: महान शिक्षक से सीखिए (अँग्रेज़ी) किताब पेश कीजिए। अगर कोई कहता है कि उसके घर में बच्चे नहीं हैं, तो उसे ज्ञान किताब या ट्रैक्ट क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? पेश कीजिए। दिसंबर: वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा किताब। या अगर कलीसिया में इन किताबों का स्टॉक हो तो ये दी जा सकती हैं: बाइबल—परमेश्वर का वचन या इंसानों का? (अँग्रेज़ी) बाइबल कहानियों की मेरी पुस्तक और आप पृथ्वी पर परादीस में सर्वदा जीवित रह सकते हैं। जनवरी: 192-पेजवाली ऐसी कोई भी किताब पेश की जा सकती है जिसका रंग समय के गुज़रते पीला पड़ गया है, या जो बदरंग हो गया है, या फिर जो सन् 1991 से पहले छपी हो। अगर कोई घर-मालिक किताब लेने से इनकार कर देता है, तो उसे जागते रहो! ब्रोशर पेश कीजिए। फरवरी: यहोवा के करीब आओ किताब पेश की जाएगी। जिन कलीसियाओं के पास यह किताब नहीं है, वे इसकी जगह रॆवलेशन क्लाइमैक्स या फिर कोई और पुरानी किताब पेश कर सकती हैं जो उनके पास बड़ी तादाद में है।
◼ अप्रैल 17, 2006 से शुरू होनेवाले हफ्ते से, हम कलीसिया पुस्तक अध्ययन में बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का अध्ययन करेंगे। इस दौरान, कलीसिया में इस किताब की कॉपियाँ काफी तादाद में उपलब्ध होनी चाहिए।
◼ प्रमुख अध्यक्ष या उसके ज़रिए नियुक्त किसी भाई को दिसंबर 1 या उसके बाद जल्द-से-जल्द कलीसिया के हिसाब-किताब की लेखा जाँच करनी चाहिए। अगर राज्य घर के रख-रखाव और निर्माण के लिए अलग से हिसाब-किताब रखा जाता है, तो उसकी भी लेखा जाँच की जानी चाहिए। जब कलीसिया की अगली हिसाब-किताब की रिपोर्ट पढ़कर सुनायी जाएगी, तो उसके बाद लेखा जाँच किए जाने की घोषणा कीजिए।
◼ अगर कोई दुनिया-भर में होनेवाले काम और राज्य घर फंड के लिए चेक या बैंक ड्राफ्ट के ज़रिए दान करना चाहता है और उसे सीधे शाखा दफ्तर को भेजता है, तो यह “The Watch Tower Society” को देय किया जाना चाहिए।
◼ बगैर खून इलाज की स्वास्थ्य सेवा— मरीज़ की ज़रूरतें और उसके अधिकार पूरे करती है (अँग्रेज़ी) इस वीडियो पर जनवरी की एक सेवा-सभा में चर्चा की जाएगी। अगर इस वीडियो की कॉपियों की ज़रूरत हो तो कलीसिया के ज़रिए जल्द-से-जल्द गुज़ारिश की जानी चाहिए।
◼ उपलब्ध नए साहित्य:
बाइबल असल में क्या सिखाती है? —अँग्रेज़ी, कन्नड़, तमिल, तेलगू, नेपाली, मराठी, मलयालम, हिंदी
बहुत जल्द सारे दुःख दूर होनेवाले हैं! (ट्रैक्ट नं. 27) —अँग्रेज़ी, उर्दू, कन्नड़, कोंकणी (रोमन लिपि), खासी, गुजराती, तमिल, तेलगू, नेपाली, पंजाबी, बंगला, मिज़ो, मराठी, मणिपुरी, मलयालम, हिंदी