अपना पहले जैसा प्यार मिटने मत दीजिए
महिमा से भरपूर यीशु ने पहली सदी के इफिसुस की कलीसिया को बताया: “मुझे तेरे विरुद्ध यह कहना है कि तू ने अपना पहिला सा प्रेम छोड़ दिया है।” (प्रका. 2:4) यीशु की इस बात से पता चलता है कि उस ज़माने के कई मसीहियों में यहोवा के लिए जो प्यार था, वह समय के गुज़रते ठंडा पड़ गया था। हमारे बारे में क्या? जब हम सच्चाई सीख रहे थे, तब हमने यहोवा और इंसानों के लिए गहरा प्यार बढ़ाना सीखा था, और इसी प्यार ने हमें उकसाया था कि जो बेहतरीन आशा हमें मिली है, उसके बारे में जोश के साथ गवाही दें। लेकिन अपना पहले जैसा प्यार बनाए रखने और प्रचार में अपना जोश बरकरार रखने में क्या बात हमारी मदद करेगी?
2 निजी अध्ययन और सभाएँ: जब हमने सच्चाई सीखना शुरू किया था, तब यहोवा और इंसानों के लिए हमने अपने दिल में प्यार कैसे बढ़ाया था? बाइबल से यहोवा के बारे में अध्ययन करने के ज़रिए। (1 यूह. 4:16,19) हमारा यह प्यार “और भी बढ़ता जाए,” इसके लिए यह ज़रूरी है कि हम लगातार सही ज्ञान लेते रहें और परमेश्वर की ‘गूढ़ बातों’ की गहराई से खोजबीन करते रहें।—फिलि. 1:9-11; 1 कुरि. 2:10.
3 नियमित तौर पर निजी अध्ययन करना आज, इन अंतिम दिनों में वाकई एक चुनौती है। क्योंकि हमारी ज़िंदगी चिंताओं से भरी है और कई गैर-ज़रूरी बातें हमारा ध्यान अध्ययन से भटका सकती हैं। (2 तीमु. 3:1) इसलिए हमें हर हाल में आध्यात्मिक भोजन लेने के लिए समय निकालना चाहिए। कलीसिया की सभाओं में बिना नागा हाज़िर होना भी बेहद ज़रूरी है, खासकर जब हम ‘उस दिन को निकट आते देखते हैं।’—इब्रा. 10:24,25.
4 प्रचार: प्रचार में पूरे जोश के साथ भाग लेने से हमें यहोवा के लिए पहले जैसा प्यार बनाए रखने में मदद मिलती है। जब हम सुसमाचार का प्रचार करते हैं और दूसरों को यहोवा के प्यार-भरे वादों के बारे में बताते हैं, तो खुद हमारी आशा उज्ज्वल रहती है और हम अपना प्रेम भी बरकरार रख पाते हैं। लेकिन इससे पहले कि हम दूसरों को बाइबल की सच्चाइयाँ सिखाएँ, हमें खुद इनका अध्ययन करना और इनकी गहरी समझ हासिल करनी चाहिए। ऐसा करने से हमारा विश्वास भी मज़बूत होता है।—1 तीमु. 4:15,16.
5 हमारी हर चीज़ पर, यहाँ तक कि हमारे प्यार पर भी यहोवा का हक है। (प्रका. 4:11) अपने इस प्यार को मिटने मत दीजिए। सच्चे मन से बाइबल अध्ययन करके, लगातार सभाओं में हाज़िर होकर और पूरे जोश के साथ दूसरों को सच्चाई की अनमोल बातें बताकर अपना पहले जैसा प्यार बनाए रखिए।—रोमि. 10:10.