बाइबल अध्ययन चलाने का लक्ष्य रखिए
“अपनी आंखें उठाकर खेतों पर दृष्टि डालो, कि वे कटनी के लिये पक चुके हैं।” (यूह. 4:35) इसमें कोई दो राय नहीं कि यीशु मसीह के कहे ये शब्द आज मसीही प्रचारकों के हालात पर लागू होते हैं।
2 अभी-भी प्रचार में ऐसे नेकदिल लोग मिल रहे हैं, जो परमेश्वर के मार्गों के बारे में सिखलाए जाना चाहते हैं। और इसका सबूत है कि हर साल कई नए लोग बपतिस्मा ले रहे हैं। अगर आप सचमुच किसी को बाइबल अध्ययन कराना चाहते हैं, तो आप क्या कर सकते हैं?
3 लक्ष्य रखिए: सबसे पहले, एक बाइबल अध्ययन शुरू करने और उसे नियमित तौर पर चलाने का लक्ष्य रखिए। प्रचार करते वक्त इस लक्ष्य को हमेशा याद रखिए। हम मसीहियों को जो काम सौंपा गया है, उसमें प्रचार करने के अलावा सिखाना भी शामिल है। इसलिए हमें बाइबल सिखाने के ज़्यादा-से-ज़्यादा मौके ढूँढ़ने चाहिए।—मत्ती 24:14; 28:19, 20.
4 याद रखनेवाली दूसरी बातें: राज्य प्रचारकों को दिल की गहराइयों से प्रार्थना करनी चाहिए। कभी-कभी हमारी मुलाकात ऐसे लोगों से होती है, जो कहते हैं कि उन्होंने परमेश्वर से प्रार्थना की थी कि कोई आकर उन्हें बाइबल सिखाए। वाकई, यह हमारे लिए कितनी बड़ी आशीष है कि यहोवा हमें ऐसे लोगों को ढूँढ़ने और सिखाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है!—हाग्गै 2:7; प्रेरि. 10:1, 2.
5 एक बहन की मिसाल पर गौर कीजिए। उसने एक बाइबल अध्ययन शुरू करने के बारे में परमेश्वर से प्रार्थना की। फिर उसने अपने काम की जगह पर क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? ट्रैक्ट की कई कॉपियाँ एक ऐसी जगह पर रखी, जहाँ लोग उन्हें देख सकें। इतने में एक स्त्री आयी, उसने एक ट्रैक्ट उठाया और उसे पढ़ा। फिर जब वह ट्रैक्ट पर दिए कूपन को भरने लगी, तब बहन ने उससे बात की और वह उसके साथ बाइबल अध्ययन शुरू कर पायी।
6 जो प्रचारक बाइबल अध्ययन शुरू करने और उन्हें चलाने में हुनरमंद होते हैं वे आपकी मदद कर सकते हैं, ताकि आप बाइबल अध्ययन चलाने के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें। परमेश्वर से प्रार्थना कीजिए कि वह बाइबल अध्ययन ढूँढ़ने में आपकी मदद करे। अपने इस लक्ष्य को पाने के लिए जितनी भी मदद मौजूद है, उसका पूरा-पूरा फायदा उठाइए। अगर आप ऐसा करेंगे, तो बहुत जल्द आप एक बाइबल अध्ययन शुरू कर पाएँगे और इससे आपकी खुशी का ठिकाना न रहेगा।