अच्छा शिक्षक बनने के लिए सबसे ज़रूरी गुण
1. एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए कौन-सा गुण होना सबसे ज़रूरी है?
क्या बात एक इंसान को बाइबल का अच्छा शिक्षक बना सकती है? उसकी पढ़ाई-लिखाई? उसका तजुरबा? या उसकी काबिलियत? दरअसल इसके लिए एक ऐसे गुण का होना ज़रूरी है जिससे सारा कानून पूरा होता है, जो यीशु के चेलों की पहचान है और जो यहोवा के खास गुणों में से सबसे खूबसूरत और श्रेष्ठ है। (यूह. 13:35; गला. 5:14; 1 यूह. 4:8) जी हाँ, वह गुण है प्यार। अच्छे शिक्षक प्यार दिखाते हैं।
2. लोगों से प्यार करना इतना ज़रूरी क्यों है?
2 लोगों से प्यार कीजिए: महान शिक्षक यीशु ने लोगों को प्यार दिखाया और इस वजह से वे उसकी सुनने के लिए तैयार हुए। (लूका 5:12, 13; यूह. 13:1; 15:13) अगर हम लोगों की परवाह करते हैं, तो हम हर मौके पर गवाही देंगे। हम ज़ुल्म या बेरुखी के बावजूद पीछे नहीं हटेंगे। हम उन लोगों में सच्ची दिलचस्पी लेंगे जो हमें प्रचार में मिलते हैं और हम उनके हालात को ध्यान में रखते हुए उनसे बात करेंगे। हम अपने बाइबल विद्यार्थी के साथ वक्त बिताने के अलावा, हर अध्ययन से पहले अच्छी तैयारी करने के लिए भी वक्त निकालेंगे।
3. बाइबल की सच्चाइयों के लिए प्यार, हमें प्रचार में कैसे मदद दे सकता है?
3 बाइबल की सच्चाइयों से प्यार कीजिए: यीशु सच्चाई से भी प्यार करता था और उसे एक खज़ाने की तरह अनमोल समझता था। (मत्ती 13:52) अगर हम सच्चाई से प्यार करते हैं, तो हम जोश से गवाही देंगे और इससे हमारे सुननेवालों में भी जोश पैदा होगा। अगर हममें ऐसा प्यार हो तो हम अपनी कमियों के बारे में नहीं सोचेंगे बल्कि बाइबल के अनमोल संदेश को सुनाने पर ज़्यादा ध्यान देंगे और इससे प्रचार में हमारी घबराहट भी कम हो जाएगी।
4. हम अपने अंदर प्यार कैसे पैदा कर सकते हैं?
4 प्यार पैदा कीजिए: हम लोगों के लिए प्यार कैसे पैदा कर सकते हैं? यहोवा और उसके बेटे ने हमारे लिए जो प्यार दिखाया है उसके बारे में, साथ ही हमारे प्रचार इलाके के लोगों की आध्यात्मिक हालत के बारे में सोचने से हमें प्यार पैदा करने में मदद मिल सकती हैं। (मर. 6:34; 1 यूह. 4:10, 11) नियमित तौर पर निजी अध्ययन करने से और मनन करने से बाइबल सच्चाइयों के लिए हमारा प्यार और गहरा होगा। प्यार परमेश्वर की पवित्र शक्ति के फल का एक पहलु है। (गला. 5:22) इसलिए हम यहोवा से उसकी पवित्र शक्ति के लिए मिन्नत कर सकते हैं और प्यार में बढ़ते जाने के लिए उसकी मदद माँग सकते हैं। (लूका 11:13; 1 यूह. 5:14) चाहे हम कम पढ़े-लिखें हों, सच्चाई में नए हों, या हममें कोई खास काबिलीयत ना हों, अगर हम प्यार दिखाएँ तो हम बाइबल के असरदार शिक्षक बन सकते हैं!