परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
27 फरवरी, 2012 से शुरू होनेवाले हफ्ते में, परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए सवालों पर चर्चा होगी। हर सवाल के आगे वह तारीख दी गयी है जिस हफ्ते में उस सवाल पर स्कूल में चर्चा की जाएगी। इससे स्कूल की तैयारी करते वक्त, उस सवाल पर खोजबीन करने में मदद मिलेगी।
1. क्या यह कहना सही होगा कि यहोवा अपने न्याय को दया से नरम करता है? (यशा. 30:18) [जन. 9, प्रहरीदुर्ग 02 3/1 पेज 30]
2. राजा हिजकिय्याह के भंडारी शेबना को उसके पद से हटा दिया गया, इस बात से हम क्या सबक सीख सकते हैं? (यशा. 36:2, 3, 22) [जन. 16, प्रहरीदुर्ग 07 2/1 पेज 8 पैरा. 6]
3. हम यशायाह 37:1, 14-20 में दिए ब्यौरे से मुसीबत का सामना करने के बारे में क्या सीख सकते हैं? [जन. 16, प्रहरीदुर्ग 07 2/1 पेज 9 पैरा. 1-2]
4. यशायाह 40:31 में दी मिसाल किस तरह यहोवा के सेवकों को हौसला देती है? [जन. 23, प्रहरीदुर्ग 96 6/15 पेज 10-11]
5. बहुत जल्द होनेवाले किस हमले को देखते हुए, यशायाह 41:14 में दर्ज़ यहोवा के शब्दों से आज खासकर हिम्मत मिलती है? [जन. 23, यशायाह-2 पेज 24 पैरा. 16]
6. हम यहोवा को कैसे दिखाते हैं कि हम ‘धार्मिकता पर चल’ रहे हैं? (यशा. 51:1, अ न्यू हिंदी ट्रांस्लेशन) [फर. 6, यशायाह-2 पेज 165-166 पैरा. 2]
7. यशायाह 53:12 में जिन “बहुतों” के बारे में बताया गया है, वे कौन हैं? यहोवा उनके साथ जिस तरह पेश आता है, उससे हम दिल छू लेनेवाला कौन-सा सबक सीखते हैं? [फर. 13, यशायाह-2 पेज 213 पैरा. 34]
8. यहोवा के लोगों ने इन आखिरी दिनों में क्या होते देखा है, जिसका वर्णन लाक्षणिक भाषा में यशायाह 60:17 में मिलता है? [फर. 20, यशायाह-2 पेज 316 पैरा. 22]
9. यीशु और उसके चेलों को “प्रसन्न रहने के वर्ष” का ऐलान करने की जो आज्ञा दी गयी थी, वह इतनी अहमियत क्यों रखती है? (यशा. 61:2) [फर. 20, यशायाह-2 पेज 324-325 पैरा. 7-8]
10. यशायाह 63:9 से यहोवा के किस लाजवाब गुण के बारे में पता चलता है? [फर. 27, प्रहरीदुर्ग 03 7/1 पेज 18 पैरा. 22-23]