“परमेश्वर के वचन को जानिए” को इस्तेमाल करके बातचीत शुरू कीजिए
1. प्रचार में लोगों से बात करने के लिए हमें कौन-सी नयी बुकलेट मिली है?
1 “पहले परमेश्वर के राज की खोज में लगे रहो!” क्षेत्रीय अधिवेशन में हमें एक नयी बुकलेट मिली थी, जिसका नाम था “परमेश्वर के वचन को जानिए” प्रचार में लोगों से बात करने के लिए तैयारी करने में यह बुकलेट कैसे हमारी मदद कर सकती है? इस बुकलेट में बाइबल से जुड़े कई विषय दिए गए हैं और हरेक विषय के नीचे कई आयतें दी गयी हैं, ठीक जैसे नयी दुनिया अनुवाद मसीही यूनानी शास्त्र के पीछे ‘चर्चा के लिए बाइबल के विषय’ में दिया गया है। बातचीत शुरू करने के लिए यह बुकलेट काफी मददगार साबित हो सकती है।
2. हम प्रचार में “परमेश्वर के वचन को जानिए” का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
2 आप चाहें तो लोगों के साथ सवाल 8 पर चर्चा कर सकते हैं। आप कह सकते हैं, “हम आपके पड़ोस में सभी लोगों से मिल रहे हैं। आज कई लोगों का मानना है कि इंसानों के दुखों के लिए परमेश्वर कसूरवार है। [कई इलाकों में घर-मालिक को बुकलेट से सवाल दिखाना ज़्यादा असरदार साबित होता है।] इस बारे में आप क्या सोचते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल इस सवाल का सही-सही जवाब देती है।” इस सवाल के तहत दी आयतों में से कोई एक आयत या कुछ आयतें बाइबल से पढ़िए और उन पर चर्चा कीजिए। अगर घर-मालिक दिलचस्पी लेता है, तो आप उसे बुकलेट की शुरूआत में दिए 20 सवाल दिखा सकते हैं, और उससे पूछ सकते हैं कि अगली बार वह किस सवाल पर चर्चा करना चाहेगा। या फिर आप उसे अध्ययन के लिए तैयार की गयी कोई किताब या ब्रोशर पेश कर सकते हैं, जिसमें उस विषय पर ज़्यादा जानकारी दी गयी है, जिस पर आपने उसके साथ चर्चा की है।
3. जिन इलाकों में ज़्यादातर लोग ईसाई नहीं हैं, वहाँ रहनेवाले लोगों से बातचीत शुरू करने के लिए हम “परमेश्वर के वचन को जानिए” का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
3 जिन इलाकों में ज़्यादातर लोग ईसाई नहीं हैं, वहाँ रहनेवाले लोगों से आप सवाल 4 और 13 से लेकर 17 पर चर्चा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप सवाल 17 पर दी गयी जानकारी पर चर्चा कर सकते हैं और कह सकते हैं, “हम आपके इलाके में सभी परिवारों से मिल रहे हैं और उनसे इस बारे में बात कर रहे हैं कि आज क्यों परिवारों को इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में आपको क्या लगता है? [जवाब के लिए रुकिए।] कई पति-पत्नियों को इस सलाह से बहुत फायदा हुआ है: “पत्नी भी अपने पति का गहरा आदर करे।” [आपको यह बताने की ज़रूरत नहीं कि यह बात इफिसियों 5:33 में लिखी गयी है। अगर आप किसी स्त्री से बात कर रहे हैं, तो आप इफिसियों 5:28 में लिखी बात कह सकते हैं।] क्या आपको लगता है कि यह सलाह मानने से आपकी शादी का बंधन मज़बूत हो सकता है?”
4. जो बाइबल को नहीं मानते, उन लोगों से बातचीत खत्म करने से पहले, आप क्या कर सकते हैं?
4 जाने से पहले, घर-मालिक से कहिए कि आप उससे दोबारा मिलना चाहेंगे। आप चाहें तो अगली बार उसके साथ उसी सवाल के नीचे दी किसी दूसरी आयत पर चर्चा कर सकते हैं। जब मुनासिब हो, तो घर-मालिक को बताइए कि जो बातें आप उसे बता रहे थे, वे बाइबल से हैं। आपने पहले उसके साथ जो चर्चा की थी, उसे ध्यान में रखकर और बाइबल के बारे में उसके नज़रिए को ध्यान में रखते हुए, उसे एक ऐसी किताब या ब्रोशर दीजिए, जो उसे दिलचस्प लगे।—दिसंबर 2013 कि हमारी राज-सेवा के पेज 3-6 देखिए।