पाएँ बाइबल का खज़ाना | यशायाह 52-57
मसीह ने हमारी खातिर दुख उठाया
‘लोगों ने उसे तुच्छ जाना, उससे किनारा किया। हमने समझा कि उस पर परमेश्वर की मार पड़ी है, उसी ने उसे घायल किया और दुख दिया है’
लोगों ने यीशु को तुच्छ जाना और उस पर परमेश्वर की निंदा करने का इलज़ाम लगाया। कुछ लोगों का मानना था कि परमेश्वर उसे सज़ा दे रहा है
‘यह यहोवा की मरज़ी थी कि वह कुचला जाए, उसी से यहोवा की मरज़ी पूरी होगी’
अपने बेटे को मरते देख यहोवा को बहुत तकलीफ हुई होगी। मगर वह खुश था कि यीशु अंत तक वफादार रहा। उसकी मौत से न सिर्फ पश्चाताप करनेवालों को फायदा हुआ बल्कि उस सवाल का जवाब भी मिला जो शैतान ने परमेश्वर के सेवकों की वफादारी पर खड़ा किया था। इस तरह यीशु की मौत से “यहोवा की मरज़ी” पूरी हुई