22-28 मई
यिर्मयाह 44-48
गीत 42 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“‘बड़ी-बड़ी चीज़ों की ख्वाहिश करना’ बंद कीजिए”: (10 मि.)
यिर्म 45:2, 3—बारूक अपनी गलत सोच की वजह से दुखी था (जेरेमायाह पेज 104-105 पै 4-6)
यिर्म 45:4, 5क—यहोवा ने प्यार से बारूक की सोच सुधारी (जेरेमायाह पेज 103 पै 2)
यिर्म 45:5ख—बारूक ने सबसे अहम बात पर ध्यान लगाया, इसलिए उसकी जान बच गयी (प्र16.07 पेज 8 पै 6)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
यिर्म 48:13—मोआबियों को क्यों “कमोश की वजह से शर्मिंदा होना” पड़ता? (इंसाइट-1 पेज 430)
यिर्म 48:42—यहोवा ने मोआब के खिलाफ जो संदेश सुनाया उससे क्यों हमारा विश्वास मज़बूत होता है? (इंसाइट-2 पेज 422 पै 2)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) यिर्म 47:1-7
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) परिवार ब्रोशर—वापसी भेंट के लिए बुनियाद डालिए।
अगली मुलाकात: (4 मि. या उससे कम) परिवार ब्रोशर—पहली मुलाकात की बात को आगे बढ़ाते हुए बातचीत कीजिए और वापसी भेंट के लिए बुनियाद डालिए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) परमेश्वर का प्यार पेज 227-228 पै 9-10—चंद शब्दों में विद्यार्थी को समझाइए कि वह जिस परीक्षा से गुज़र रहा है उससे जुड़ी फायदेमंद सलाह पाने के लिए वह कैसे खोजबीन कर सकता है।
जीएँ मसीहियों की तरह
जवानो—बड़ी-बड़ी चीज़ों की ख्वाहिश मत कीजिए: (15 मि.) नौजवानों के सवाल—मुझे आगे क्या करना चाहिए?—बीता कल वीडियो दिखाइए और उस पर चर्चा कीजिए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) यहोवा के करीब अध्या 19 पै 18-23 और “मनन के लिए सवाल” नाम का बक्स
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 5 और प्रार्थना