5-11 जून
यिर्मयाह 51-52
गीत 37 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यहोवा की कही हर बात पूरी होती है”: (10 मि.)
यिर्म 51:11, 28—यहोवा ने भविष्यवाणी की थी कि कौन बैबिलोन पर जीत हासिल करेगा (इंसाइट-2 360 पै 2-3)
यिर्म 51:30—यहोवा ने भविष्यवाणी की थी कि बैबिलोन बिना लड़े ही हार मान लेगी (इंसाइट-2 459 पै 4)
यिर्म 51:37, 62—यहोवा ने भविष्यवाणी की थी कि बैबिलोन आगे चलकर हमेशा के लिए उजाड़ पड़ी रहेगी (इंसाइट-1 237 पै 1)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
यिर्म 51:25—बैबिलोन को ‘उजाड़नेवाला पहाड़’ क्यों कहा गया है? (इंसाइट-2 444 पै 9)
यिर्म 51:42—वह “समुंदर” क्या है जो बैबिलोन पर “चढ़ आया” था? (इंसाइट-2 882 पै 3)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) यिर्म 51:1-11
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
इस महीने प्रकाशन देने की तैयारी कीजिए: (15 मि.) “प्रकाशन कैसे दें” पर चर्चा। प्रकाशन देने के वीडियो दिखाइए। हर वीडियो दिखाने के बाद उसमें बतायी गयी कुछ खास बातों पर चर्चा कीजिए। प्रचारकों को बढ़ावा दीजिए कि वे घर-मालिक को jw.org पर शास्त्र से जानिए > परिवार के लिए मदद में दी जानकारी दिखाएँ। एक प्रदर्शन दिखाइए जिसमें प्रचारक वापसी भेंट के दौरान घर-मालिक को पारिवारिक सुख का रहस्य किताब देता है।
जीएँ मसीहियों की तरह
“यहोवा के वादों पर आपका विश्वास कितना मज़बूत है?”: (15 मि.) सवाल-जवाब। सभी को बढ़ावा दीजिए कि वे समय-समय पर भाई-बहनों के साथ मिलकर बाइबल की भविष्यवाणियों पर चर्चा करें ताकि एक-दूसरे का विश्वास मज़बूत कर सकें।—रोम 1:11, 12.
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) यहोवा के करीब अध्या 20 पै 8-15
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 19 और प्रार्थना