जीएँ मसीहियों की तरह
अपने बदलते हालात में यहोवा की सेवा में लगे रहिए
हम सबकी ज़िंदगी में कोई-न-कोई बदलाव होता है। इन आखिरी दिनों में यह बात और भी सच है। (1कुर 7:31) चाहे ये बदलाव अच्छे हों या नहीं, हम इनकी उम्मीद कर रहे थे या नहीं, लेकिन इनका हमारी उपासना और यहोवा के साथ हमारे रिश्ते पर असर पड़ता है। बदलाव का सामना करते वक्त क्या बात चौकन्ना रहने और यहोवा की सेवा में लगे रहने में हमारी मदद करेगी? जगह नयी, पर उपासना वही वीडियो देखिए और फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:
वीडियो में बताए पिता को एक भाई ने क्या सलाह दी?
मत्ती 7:25 में दिया सिद्धांत कैसे उस परिवार के हालात पर लागू हुआ?
उस परिवार ने नयी जगह जाने से पहले क्या योजना बनायी और इससे उन्हें क्या फायदा हुआ?
नयी मंडली और प्रचार के इलाके के मुताबिक खुद को ढालने के लिए उस परिवार ने क्या किया?
हाल के समय में मैंने कौन-से बड़े-बड़े बदलावों का सामना किया है?
वीडियो में बताए सिद्धांतों को मैं अपने हालात पर कैसे लागू कर सकता हूँ?