4-10 जून
मरकुस 15-16
गीत 43 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“यीशु पर भविष्यवाणी पूरी हुई”: (10 मि.)
मर 15:3-5—यीशु पर इलज़ाम लगाए गए, लेकिन वह चुप रहा
मर 15:24, 29, 30—उसके कपड़े के लिए चिट्ठियाँ डाली गयीं और उसका मज़ाक उड़ाया गया (“ओढ़ने . . . आपस में बाँट लिया” अ.बाइ. मर 15:24 अध्ययन नोट; “सिर हिला-हिलाकर” अ.बाइ. मर 15:29 अध्ययन नोट)
मर 15:43, 46—उसे अमीर लोगों के साथ दफनाया गया (“यूसुफ” अ.बाइ. मर 15:43 अध्ययन नोट)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मर 15:25—यीशु को काठ पर कब ठोंका गया, इस बारे में खुशखबरी की किताबों में अलग-अलग समय का ज़िक्र क्यों किया गया है? (“तीसरा घंटा” अ.बाइ. मर 15:25 अध्ययन नोट)
मर 16:8—नयी दुनिया अनुवाद में मरकुस की किताब में छोटी समाप्ति या लंबी समाप्ति शामिल क्यों नहीं की गयी है? (“क्योंकि वे बहुत डरी हुई थीं” अ.बाइ. मर 16:8 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मर 15:1-15
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात का वीडियो: (4 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) यहोवा की मरज़ी पाठ 2
जीएँ मसीहियों की तरह
“मसीह के नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चलिए”: (15 मि.) चर्चा। यहोवा का नाम सबसे ज़्यादा मायने रखता है नाम का वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 9 पै 1-13
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 53 और प्रार्थना