5-11 नवंबर
यूहन्ना 20-21
गीत 42 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“क्या तू इनसे ज़्यादा मुझसे प्यार करता है?”: (10 मि.)
यूह 21:1-3—यीशु की मौत के बाद पतरस और दूसरे चेले मछुवाई के काम में लग गए
यूह 21:4-14—ज़िंदा होने के बाद यीशु पतरस और दूसरे चेलों के सामने प्रकट हुआ
यूह 21:15-19—यीशु ने पतरस को एहसास दिलाया कि उसे किस काम को पहली जगह देनी चाहिए (“यीशु ने शमौन पतरस से कहा” और “क्या तू इनसे ज़्यादा मुझसे प्यार करता है?” अ.बाइ. यूह 21:15 अध्ययन नोट; “तीसरी बार” अ.बाइ. यूह 21:17 अध्ययन नोट)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
यूह 20:17—यीशु ने मरियम मगदलीनी से जो कहा, उसका क्या मतलब है? (“मुझसे लिपटी मत रह” अ.बाइ. यूह 20:17 अध्ययन नोट)
यूह 20:28—थोमा ने यीशु को “मेरे प्रभु” और “मेरे परमेश्वर” क्यों कहा? (“हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर!” अ.बाइ. यूह 20:28 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) यूह 20:1-18
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात का वीडियो: (4 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
बाइबल अध्ययन: (6 मि. या उससे कम) सिखाती है पेज 79-80 पै 21-22. व्यक्ति को सभा में बुलाइए।
जीएँ मसीहियों की तरह
मंडली की ज़रूरतें: (15 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 20 पै 1-13
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 25 और प्रार्थना