17-23 दिसंबर
प्रेषितों 15-16
गीत 37 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“परमेश्वर के वचन के आधार पर एकमत होकर फैसला”: (10 मि.)
प्रेष 15:1, 2—खतने के मसले की वजह से शुरू की मसीही मंडली में फूट पड़नेवाली थी (गवाही दो पेज 102-103 पै 8)
प्रेष 15:13-20—शासी निकाय का फैसला शास्त्र पर आधारित था (प्र12 1/15 पेज 5 पै 6-7)
प्रेष 15:28, 29; 16:4, 5—शासी निकाय के फैसले की वजह से मंडलियाँ मज़बूत हुईं (गवाही दो पेज 123 पै 18)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
प्रेष 16:6-9—ज़्यादा सेवा करने के बारे में हम इस वाकए से क्या सीखते हैं? (प्र12 1/15 पेज 10 पै 8)
प्रेष 16:37—प्रेषित पौलुस ने प्रचार काम ज़्यादा करने के लिए रोम की नागरिकता का कैसे इस्तेमाल किया? (“हम रोमी नागरिक हैं” अ.बाइ. प्रेष 16:37 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) प्रेष 16:25-40
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। व्यक्ति कोई ऐसी बात कहता है, जो अकसर आपके इलाके में लोग बातचीत रोकने के लिए कहते हैं।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बाइबल का अध्ययन क्यों करें? नाम के वीडियो के बारे में बताइए और चर्चा कीजिए (मगर उसे चलाइए मत)।
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
“खुशी से गीत गाकर यहोवा की तारीफ कीजिए”: (15 मि.) चर्चा। बच्चे गाना गाकर यहोवा की महिमा करते हैं नाम का वीडियो दिखाइए। आखिर में सबसे कहिए कि वे खड़े हो जाएँ और वीडियो के साथ-साथ यह गीत गाएँ, गीत 084 यहोवा की सेवा में आगे बढ़ना।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 23 पै 1-14
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 21 और प्रार्थना