7-13 अक्टूबर
याकूब 3-5
गीत 50 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (3 मि. या कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“दिखाइए कि आपमें परमेश्वर की बुद्धि है”: (10 मि.)
याकू 3:17—परमेश्वर से मिलनेवाली बुद्धि पवित्र और शांति कायम करनेवाली होती है (यहोवा के करीब पेज 221-222 पै 9-10)
याकू 3:17—परमेश्वर से मिलनेवाली बुद्धि लिहाज़ करनेवाली, आज्ञा मानने के लिए तैयार, दया और अच्छे कामों से भरपूर होती है (यहोवा के करीब पेज 223-224 पै 12; पेज 224-225 पै 14-15)
याकू 3:17—परमेश्वर से मिलनेवाली बुद्धि भेदभाव नहीं करती और न ही कपटी होती है (यहोवा के करीब पेज 226-227 पै 18-19)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
याकू 4:5—याकूब पवित्र शास्त्र की किस आयत का हवाला दे रहा था? (प्र08 11/15 पेज 20 पै 6)
याकू 4:11, 12—अगर एक व्यक्ति “किसी भाई के खिलाफ बोलता है” तो वह कैसे ‘परमेश्वर के कानून के खिलाफ बोल रहा होता है’? (प्र97 11/15 पेज 20-21 पै 8)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) याकू 3:1-18 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पढ़ने और सिखाने में जी-जान लगाएँ: (10 मि.) चर्चा। उतार-चढ़ाव वीडियो दिखाइए। फिर जी-जान ब्रोशर से गुण 10 पर चर्चा कीजिए।
भाषण: (5 मि. या कम) प्र17.01 पेज 10 पै 10-14—विषय: हमें क्यों और किसके सामने अपने पाप मान लेने चाहिए? (जी-जान गुण 14)
जीएँ मसीहियों की तरह
मंडली की ज़रूरतें: (15 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 13 पै 33-34, बक्स “परमेश्वर का राज आपके लिए कितना असली है?” और “अदालतों में मिली अनोखी जीत से प्रचार काम आगे बढ़ा”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 71 और प्रार्थना