27 जनवरी–2 फरवरी
उत्पत्ति 9-11
गीत 101 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“पृथ्वी पर रहनेवाले सब लोगों की एक ही भाषा थी”: (10 मि.)
उत 11:1-4—परमेश्वर की मरज़ी के खिलाफ जाकर कुछ लोगों ने एक शहर और एक मीनार बनाने की सोची (इंसाइट-1 पेज 239; इंसाइट-2 पेज 202 पै 2)
उत 11:6-8—यहोवा ने उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दी (इंसाइट-2 पेज 202 पै 3)
उत 11:9—लोगों ने मीनार बनाने का काम छोड़ दिया और वे तितर-बितर हो गए (इंसाइट-2 पेज 472)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
उत 9:20-22, 24, 25—किस वजह से शायद नूह ने हाम के बजाय कनान को शाप दिया? (इंसाइट-1 पेज 1023 पै 4)
उत 10:9, 10—निमरोद कैसे “यहोवा के खिलाफ काम करनेवाला ताकतवर शिकारी था”? (इंसाइट-2 पेज 503)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) उत 10:6-32 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से ये सवाल पूछिए: हम क्यों कह सकते हैं कि दोनों प्रचारकों ने अगली मुलाकात के लिए साथ मिलकर तैयारी की थी? भाई ने किस तरह बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए प्रकाशनों के पिटारे में से एक प्रकाशन पेश किया?
तीसरी मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। (जी-जान गुण 4)
बाइबल अध्ययन: (5 मि. या कम) तीसरी मुलाकात का “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बातचीत शुरू कीजिए। फिर सिखाती है किताब से अध्ययन शुरू कीजिए। (जी-जान गुण 2)
जीएँ मसीहियों की तरह
“कुशल प्रचारक बनिए”: (15 मि.) सेवा निगरान इस भाग को पेश करेगा।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 19 पै 1-7, बक्स “नयी ज्योति चर्च” और “शाखा दफ्तरों का निर्माण—ज़रूरत के मुताबिक बदलाव”
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 99 और प्रार्थना