पाएँ बाइबल का खज़ाना | उत्पत्ति 38-39
यहोवा ने यूसुफ का साथ कभी नहीं छोड़ा
यूसुफ ने कई मुश्किलों का सामना किया। लेकिन यहोवा ‘हर काम में उसे कामयाबी देता रहा’ और “उसकी आशीष से यूसुफ ने जेल के दारोगा की नज़रों में मंज़ूरी पायी।” (उत 39:2, 3, 21-23) यूसुफ के अनुभव से हम क्या सीखते हैं?
जब हम पर मुश्किलें आती हैं, तो इसका यह मतलब नहीं कि हमने यहोवा की मंज़ूरी खो दी है।—भज 34:19
हमें ध्यान देना चाहिए कि यहोवा हमारे लिए क्या-क्या कर रहा है और इसके लिए उसका धन्यवाद करना चाहिए।—फिल 4:6, 7
हमें यहोवा पर भरोसा रखना चाहिए कि वह हमें सँभालेगा।—भज 55:22