10-16 जनवरी
न्यायियों 17-19
गीत 88 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“परमेश्वर की आज्ञाएँ न मानने से हमारा ही नुकसान होता है”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
न्या 19:18—नयी दुनिया अनुवाद की इस आयत में यहोवा नाम क्यों डाला गया, जबकि बाइबल के कुछ अनुवादों में यह नाम नहीं है? (प्र15 12/15 पेज 10 पै 6)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) न्या 17:1-13 (जी-जान गुण 2)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
वापसी भेंट का वीडियो: (5 मि.) भाषण और थोड़े सवाल-जवाब। वापसी भेंट: प्रार्थना से मदद मिलती है—यश 48:17, 18 वीडियो दिखाइए। जब-जब वीडियो में सवाल आएँ, तो वीडियो रोकिए और सवाल कीजिए।
वापसी भेंट: (3 मि.) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाइए। (जी-जान गुण 6)
वापसी भेंट: (5 मि.) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर खुशी से जीएँ ब्रोशर दीजिए और पाठ 01 से बाइबल अध्ययन शुरू कीजिए। (जी-जान गुण 13)
जीएँ मसीहियों की तरह
यहोवा के दोस्त बनो—अपने मम्मी-पापा का कहा मानिए: (10 मि.) भाषण और थोड़े सवाल-जवाब। वीडियो दिखाइए। फिर हो सके तो कुछ छोटे बच्चों से पूछिए: सोनू ने मम्मी की कौन-सी बात नहीं मानी? अपनी गलती सुधारने के लिए उसने क्या किया? आपको अपने मम्मी-पापा का कहना क्यों मानना चाहिए?
मंडली की ज़रूरतें: (5 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) बहाल अध्या 18 पै 16-25
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 150 और प्रार्थना