11-17 दिसंबर
अय्यूब 25-27
गीत 34 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“निर्दोष बने रहने के लिए परिपूर्ण होना ज़रूरी नहीं है”: (10 मि.)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
अय 26:14—हालाँकि हम सृष्टि के बारे में बहुत कम जानते हैं, फिर भी उससे हम यहोवा के बारे में क्या सीखते हैं? (प्र16.11 पेज 9-10 पै 3)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि.) अय 25:1–26:14 (जी-जान गुण 12)
बढ़ाएँ प्रचार करने का हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 1)
वापसी भेंट: (5 मि.) “बातचीत कैसे करें?” में जिस विषय पर सुझाव दिया गया है, उसी पर बात कीजिए। अगर उस व्यक्ति को किसी विषय के बारे में जानना है, तो उसे बताइए कि वह उससे जुड़ी जानकारी jw.org पर कैसे ढूँढ़ सकता है। (जी-जान गुण 17)
बाइबल अध्ययन: (5 मि.) खुशी पाठ 13 पै 1 और मुद्दा 1-3 (जी-जान गुण 15)
जीएँ मसीहियों की तरह
“हम जो सोचते हैं, उसमें भी हमें निर्दोष रहना है”: (5 मि.) चर्चा।
संगठन को मिली कामयाबी: (10 मि.) संगठन को मिली कामयाबी —दिसंबर का वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) गवाही दो अध्या. 3 पै 4-11
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि.)
गीत 57 और प्रार्थना