इंटरनॆट क्या है?
इंटरनॆट का इस्तेमाल करके अमरीका में डेविड नाम के एक शिक्षक ने पाठ्यक्रम प्राप्त किया। कनाडा में एक पिता ने रूस में अपनी पुत्री के साथ संपर्क रखने के लिए इसे अपनाया। लोमा नाम की एक गृहिणी ने विश्व-मंडल के आरंभ पर वैज्ञानिक शोध को जाँचने के लिए इसे काम में लिया। उपग्रह की मदद से खेती करने के नए तरीक़ों के बारे में जानकारी पाने के लिए एक किसान ने इसका सहारा लिया। व्यापार-समूह इसकी ओर खिंच रहे हैं क्योंकि इसमें लाखों संभव ख़रीदारों के बीच उनके उत्पादनों और सेवाओं का विज्ञापन करने की बड़ी शक्ति है। इसकी विशाल समाचार-प्रेषण और सूचना सेवाओं के माध्यम से संसार-भर में लोग ताज़ा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार पढ़ते हैं।
यह कंप्यूटर चमत्कार क्या है जिसे इंटरनॆट, या नॆट कहा जाता है? क्या आपको व्यक्तिगत रूप से इसकी ज़रूरत है? इससे पहले कि आप इंटरनॆट से “जुड़ने” का फ़ैसला करें, आप इसके बारे में शायद कुछ जानना चाहेंगे। इतने प्रचार-प्रसार के बावजूद, सावधानी बरतने के कारण हैं, ख़ासकर यदि घर में बच्चे हों।
यह क्या है?
कल्पना कीजिए कि एक कमरे में कई मकड़ियाँ हैं, और हर मकड़ी अपना-अपना जाल बुन रही है। जाल आपस में इतने जुड़े हुए हैं कि मकड़ियाँ इस ताने-बाने के अंदर आराम से घूम सकती हैं। अब आप इंटरनॆट का सार जान गए—एक दूसरे से जुड़े हुए कई अलग-अलग तरह के कंप्यूटरों और कंप्यूटर नॆटवर्कों का विश्वव्यापी संग्रह। जैसे टॆलिफ़ोन आपको पृथ्वी के दूसरे छोर पर किसी व्यक्ति से जिसके पास फ़ोन हो, बात करने में समर्थ करता है, वैसे ही इंटरनॆट एक व्यक्ति को समर्थ करता है कि अपने कंप्यूटर के ज़रिए संसार में कहीं भी दूसरे कंप्यूटरों और कंप्यूटर यूज़रों (इस्तेमाल करनेवालों) के साथ जानकारी का आदान-प्रदान करे।
कुछ लोग इंटरनॆट को इंफ़ॉर्मेशन सुपरहाइवे (सूचना उच्च राजमार्ग) कहते हैं। जैसे सड़क के द्वारा देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में यात्रा की जा सकती है, वैसे ही इंटरनॆट के द्वारा जानकारी भिन्न-भिन्न एक दूसरे से जुड़े हुए कंप्यूटर नॆटवर्कों में पहुँच सकती है। जब संदेश यात्रा करता है, तब वह जिस भी नॆटवर्क में पहुँचता है उस नॆटवर्क में ऐसी जानकारी होती है जो अगले नॆटवर्क से जुड़ने में मदद करती है। संदेश की आख़िरी मंज़िल शायद कोई दूसरा शहर या देश हो।
हर नॆटवर्क अपने पड़ोसी नॆटवर्क से “बोल” सकता है। इसके लिए उसे कुछ निश्चित नियमों का पालन करना पड़ता है जो इंटरनॆट निर्माताओं ने बनाए हैं। संसार-भर में, कितने नॆटवर्क जुड़े हुए हैं? कुछ अनुमान हैं कि ३०,००० से अधिक। हाल के सर्वेक्षणों के अनुसार, ये नॆटवर्क संसार-भर में १,००,००,००० से अधिक कंप्यूटरों और लगभग ३,००,००,००० यूज़रों से जुड़े हैं। यह अनुमान लगाया जाता है कि इससे जुड़नेवाले कंप्यूटरों की संख्या हर साल दुगनी होती जा रही है।
इंटरनॆट पर लोगों को क्या मिल सकता है? तेज़ी से बढ़ रही जानकारी मिल सकती है, जो चिकित्सा से लेकर विज्ञान और टॆक्नॉलजी तक सभी विषयों पर होती है। इसमें कला पर विस्तृत जानकारी साथ ही छात्रों के लिए शोध सामग्री मिल सकती है और मनबहलाव, मनोरंजन, खेल-कूद, ख़रीदारी, और रोज़गार अवसर भी दिए गए होते हैं। इंटरनॆट के माध्यम से तिथिपत्र, शब्दकोश, विश्वकोश, और नक़्शे देखे जा सकते हैं।
लेकिन, इसके कुछ पहलू हैं जो उलझन में डालते हैं और जिन पर विचार किया जाना चाहिए। क्या इंटरनॆट पर उपलब्ध हर बात हितकर समझी जा सकती है? इंटरनॆट कौन-सी सेवाएँ और साधन प्रदान करता है? कौन-से एहतियात बरतने ठीक होंगे? आगे के लेख इन प्रश्नों पर चर्चा करेंगे।
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इंटरनॆट का उद्गम और निर्माण
दशक १९६० में अमरीकी रक्षा विभाग द्वारा एक प्रयोग के रूप में इंटरनॆट की शुरूआत हुई। यह प्रयोग दूर-दूर के क्षेत्रों में फैले वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को मदद देने के उद्देश्य से किया गया जिससे कि वे दुर्लभ और महँगे कंप्यूटरों एवं कंप्यूटर फ़ाइलों का साझा करके एकसाथ काम कर सकें। इस लक्ष्य के लिए ज़रूरी था कि एक दूसरे से जुड़े नॆटवर्कों का एक समूह तैयार किया जाए जो एक समन्वित इकाई के रूप में काम करे।
शीत युद्ध के कारण “बमाभेद्य” नॆटवर्क में दिलचस्पी जगी। यदि नॆटवर्क का एक हिस्सा नष्ट हो जाए, तो भी जानकारी बाक़ी बचे हिस्सों की मदद से अपनी मंज़िल की ओर बढ़ सके। फलस्वरूप जो इंटरनॆट बना, उसमें संदेश को मंज़िल तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी एक स्थान पर संकुचित न रहकर, पूरे नॆटवर्क में बँट गयी।
अब बीस साल से भी पुराने, इंटरनॆट की लोकप्रियता मुख्यतः ब्राउज़रों के इस्तेमाल के कारण बढ़ी है। ब्राउज़र (अवलोकक) एक सॉफ़्टवॆयर टूल है जो यूज़र के लिए इंटरनॆट पर अलग-अलग जगह “जाना” बहुत हद तक आसान बना देता है।