फाइब्रोमाइऎलजिया इसको समझना और सहना
क्या आपके पूरे बदन में दर्द होता है? क्या आपको बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती है? सुबह उठने पर क्या आप अकड़ा हुआ और पस्त महसूस करते हैं? क्या कभी-कभी आपकी याददाश्त कमज़ोर पड़ जाती है? ये फाइब्रोमाइऎलजिया सिंड्रोम (FMS) के कुछ चिन्ह हो सकते हैं।
“मुझे १९८९ की वह सुबह कभी नहीं भूलेगी जब मैं उठा तो ४५ मिनट तक हिल भी न सका,” टॆड कहता है।a इस तरह शुरू हुई फाइब्रोमाइऎलजिया के साथ टॆड की लड़ाई। मूलतः फाइब्रोमाइऎलजिया का अर्थ है “पुट्ठों, स्नायु और मांसपेशियों में दर्द।”
शायद एक मित्र या परिवार के सदस्य को FMS हो। आप उसकी मदद कैसे कर सकते हैं? या फिर यदि यह आपको है तो क्या किया जा सकता है? इस समस्या के बारे में अच्छी जानकारी रखने से इसे समझने और सहने में बहुत मदद मिलती है। लेकिन, ज़रूरी नहीं कि जिस किसी में उपर्युक्त लक्षण हैं उसे FMS है।
फाइब्रोमाइऎलजिया की परिभाषा
अमॆरिकन कॉलॆज ऑफ रूमाटॉलजी के अनुसार, “फाइब्रोमाइऎलजिया का निदान लंबे अरसे से व्यक्ति के पूरे बदन में दर्द की शिकायत पर और चिकित्सक द्वारा खास हिस्सों में संवेदनशील बिंदुओं का पता लगाने पर आधारित है।” दूसरे लक्षण भी हैं, जिनमें से कुछ CFS (क्रॉनिक फटीग सिंड्रोम) से मिलते-जुलते हैं।
असल में, ऐसे अनेक लोग जिन्हें FMS होता है उन्हें CFS और अन्य बीमारियाँ भी होती हैं। FMS से पीड़ित लोगों को प्रायः अवसाद और असामान्य चिंता होती है, और ऐसा प्रतीत होता है कि आम तौर पर FMS इन समस्याओं का कारण होता है परिणाम नहीं। FMS कुछ बाहरी स्थितियों द्वारा भी बढ़ सकता है जैसे बहुत ज़्यादा या बहुत कम शारीरिक क्रिया, ठंड बढ़ना, सारी रात नींद नहीं लेना, या ज़्यादा तनाव।
पहले FMS को फाइब्रोसाइटिस (तंतुशोथ) सहित कई नामों से जाना जाता था। FMS विकृतकारी या अपंगकारी नहीं है, न ही यह अपने आपमें जीवन-घातक है। जबकि निश्चित रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि FMS आनुवंशिक है या नहीं, फिर भी यह कुछ परिवारों के कई सदस्यों में पाया गया है। यह लाखों लोगों को प्रभावित करता है और हर उम्र के वयस्कों को होता है, पुरुषों की तुलना में स्त्रियाँ इससे ज़्यादा प्रभावित होती हैं।
FMS का कारण
FMS के कारण के बारे में तरह-तरह के सिद्धांत सुझाए गये हैं। यह एक विषाणु या फिर तंत्रिका-प्रेषक सॆरोटोनिन का असंतुलन हो सकता है जिससे नींद पर असर पड़ता है और एन्डॉर्फिन जैसे रसायनों का असंतुलन हो सकता है जो शरीर के प्राकृतिक पीड़ाहारी हैं। इन सिद्धांतों पर और अन्य सिद्धांतों पर शोध जारी है।
सूक्ष्मदर्शी के नीचे उनकी मांसपेशियाँ स्वस्थ दिखायी देती हैं जिन्हें FMS है, लेकिन कोशिकाओं के ऊर्जा उत्पन्न करनेवाले भाग शायद सामान्य रूप से कार्य न कर रहे हों। कारण और इलाज, दोनों ही अज्ञात हैं। अनेक व्यक्ति बताते हैं कि शारीरिक या भावात्मक रूप से सदमा पहुँचानेवाली किसी खास घटना के बाद उनमें इसके लक्षण दिखायी पड़ने लगे। परंतु दूसरों को पता नहीं चलता कि यह कब शुरू हुआ।
FMS का निदान करने में समस्याएँ
क्योंकि इसके अधिकतर लक्षण दूसरी बीमारियों में भी पाये जाते हैं, सो कनाडा की डॉ. कार्ला ऑक्ली कहती है: “जब एक मरीज़ जोड़ों में दर्द की शिकायत लेकर आता है तो हमेशा पहला शक FMS पर नहीं जाता। यदि कई मुलाकातों के बाद भी समस्या दूर नहीं होती, तो हम और गहराई से जाँच करते हैं। जब FMS निदान किया जाता है तो मैं आम तौर पर मरीज़ को इसकी पुष्टि के लिए आमवातविज्ञानी (रूमाटॉलजिस्ट) के पास भेजती हूँ।”
लेकिन हाल के समय तक FMS निदान करने का कोई मानक नहीं था, सो समस्या स्वानुभूतिमूलक थी—अर्थात् केवल मरीज़ को उसकी अनुभूति होती थी—और जाँच परिणाम सामान्य निकलते थे। सो, अनेक डॉक्टर इससे अपरिचित थे। रेचल नाम की स्त्री शोक व्यक्त करती है: “मैं २५ साल तक अलग-अलग डॉक्टरों के पास गयी और हज़ारों डॉलर खर्च किये जब तक कि मेरे FMS का सही निदान नहीं हो गया।”
सो यदि आप सोचते हैं कि आपको फाइब्रोमाइऎलजिया है तो कहाँ से मदद मिल सकती है? अपनी पुस्तक जब मांसपेशी दर्द जाता ही नहीं (अंग्रेज़ी) में गेल बैकस्ट्रोम सुझाव देती है कि अर्थराइटिस फाउंडेशन की स्थानीय शाखा या रूमाटॉलजिस्ट से संपर्क करें।
उपचार
अब तक FMS का कोई प्रमाणित इलाज नहीं है, सो उपचार आम तौर पर लक्षणों के हिसाब से किया जाता है। एक मुख्य लक्षण है दर्द, जो दूसरे लक्षणों की तरह अलग-अलग व्यक्तियों में फर्क होता है और एक ही व्यक्ति में भी हर दिन घटता-बढ़ता रहता है।
इसके अलावा, दर्द निवारक दवाओं और कुछ किस्म के उपचार का समय के साथ-साथ असर कम होता जान पड़ता है। गेल बैकस्ट्रोम का सुझाव है: “यदि कुछ समय बाद आप फिर से उनको आज़माकर देखें तो अकसर ऐसा होता है कि एक बार फिर आपको कुछ समय तक अच्छे परिणाम मिलते हैं।” लेकिन, पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए। गौण प्रभावों या लत पड़ने का खतरा भी रहता है। अतः “कड़े दर्द निवारकों से बचना चाहिए,” अमॆरिकन कॉलॆज ऑफ रूमाटॉलजी की सलाह है।
दूसरा प्रमुख लक्षण है दर्द और दूसरी बाधाओं के कारण अत्यावश्यक नींद की कमी। मॆलनी दर्द घटाने के लिए बॉडी पिलो (शरीर को सहारा देनेवाला लंबा तकिया) इस्तेमाल करती है और पंखा चला देती है कि उसकी फर-फर से बाहर की आवाज़ें दब जाएँ। दूसरे सहायक हो सकते हैं इयरप्लग और फोम पैड या अंडों की क्रेट जैसा गद्दे पर बिछाया जानेवाला पैड।b नॉर्थ कैरोलाइना का डॉ. ड्वेन एअर्स कहता है: “पहले मैं अपने मरीज़ों को मदद देता हूँ कि कैसे ज़्यादा अच्छी नींद लें, उसके बाद दूसरे उपचार का उन पर ज़्यादा असर होता है।”
अमरीका में संधिशोथ एवं पेशीकंकाली एवं चर्म रोग राष्ट्रीय संस्थान के अनुसार, “फाइब्रोमाइऎलजिया के मरीज़ों को व्यायाम, दवा, शारीरिक चिकित्सा और विश्राम के मेल से फायदा हो सकता है।” दूसरे उपचारों में मालिश चिकित्सा, तनाव नियंत्रण, और खिंचाव व्यायाम हो सकते हैं। इसके बावजूद, जिस व्यक्ति को हर समय दर्द या थकान महसूस होती हो, उसे व्यायाम करना असंभव प्रतीत हो सकता है। सो कुछ यह सुझाव देते हैं कि धीरे-धीरे शुरू करें। और कोई भी व्यायाम कार्यक्रम शुरू करने से पहले निश्चित ही अपने डॉक्टर की सलाह लें।
समाचार-पत्रिका फाइब्रोमाइऎलजिया नॆटवर्क ने अपने जुलाई १९९७ के अंक में पोर्टलॆंड, ऑरिगन की व्यायाम शरीरक्रियाविज्ञानी और अनुसंधायक, शैरन क्लार्क को उद्धृत किया। उसका कहना है कि यदि आप २० या ३० मिनट तक व्यायाम नहीं कर सकते, तो “आप हर दिन छः बार ५-५ मिनट तक चलिए और इसके लाभकारी प्रभाव होंगे।” हलका ऐरोबिक टाइप का व्यायाम करने से एन्डॉर्फिन का उत्पादन बढ़ता है, अच्छी नींद आती है, तंत्र एवं पेशियों में ऑक्सीजन जाती है।
लेकिन लोग अलग-अलग होते हैं और उनका FMS भी भिन्न चरणों में हो सकता है। इलेन हमें बताती है: “अपने गलियारे में एक चक्कर लगाना मेरे लिए किला जीतने के बराबर है, जबकि मेरी सहेली को भी FMS है और वह एक मील चल लेती है।” “बिना दुःख उठाए लाभ कहाँ?” वाली कहावत यहाँ ठीक नहीं बैठती, यह तो स्पष्ट रूप से “हिम्मत मत हारो” वाली स्थिति है। टॆड को CFS और FMS दोनों हैं। वह कहता है: “शुरू-शुरू में मैं अपनी व्यायाम साइकिल को बस हफ्ते में एक बार दो या तीन मिनट के लिए चला पाता था। अब मैं हफ्ते में तीन या चार बार २० मिनट से ज़्यादा व्यायाम करता हूँ। लेकिन यहाँ तक पहुँचने में मुझे चार साल से ज़्यादा लग गये।”
वैकल्पिक पद्धतियों का प्रश्न खड़ा हुआ है, जैसे एक्यूपंक्चर (सूचीवेध), काइरोप्रैक्टिक और दूसरे किस्म के उपचार या जड़ी-बूटियों अथवा दूसरे आहार अनुपूरकों का इस्तेमाल। जबकि अनेक लोग दावा करते हैं कि उन्हें इनमें से कुछ का इस्तेमाल करने से फायदा हुआ है, दूसरों को नहीं हुआ। अनुसंधायक इनमें से कई उपचारों का अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन अब तक निर्णायक परिणाम नहीं मिले हैं।
कभी-कभी दवाओं के कारण बहुत भूख लगती है या खाते रहना चिंता से लड़ने का तरीका बन जाता है। लेकिन, वज़न बढ़ने से पेशियों पर तनाव बढ़ता है, जिससे दर्द बढ़ जाता है। सो किसी-किसी को डॉक्टर थोड़ा वज़न घटाने की सलाह देते हैं।
FMS निदान होने पर भय और क्रोध उत्पन्न हो सकता है। लेकिन, इस तरह की सामान्य भावनाओं से निपटने के तरीके हैं ताकि किसी को चोट न पहुँचे। शोक एक और सामान्य प्रतिक्रिया है। अपने स्वास्थ्य जैसी कीमती चीज़ को खोने पर शोक मनाना स्वाभाविक है।
जब यह आपके काम पर असर करता है
FMS से पीड़ित व्यक्तियों को कार्यस्थल पर समस्याएँ हो सकती हैं। ली कई सालों से बड़ी मेहनत से काम कर रही थी, लेकिन अस्वस्थता के कारण अब वही काम करना ज़्यादा मुश्किल हो गया। अपने मालिकों से बात करने के बाद, उसे उसी कंपनी में अंशकालिक नौकरी मिल गयी और इससे उसका तनाव कम हो गया। साथ ही, वह हैरान रह गयी जब उसके प्रति घंटा वेतन को बढ़ा दिया गया।
व्यावसायिक या भौतिक चिकित्सक आपको ऐसे तरीके ढूँढ़ने में मदद दे सकता है कि कैसे अपने शरीर पर कम तनाव डालते हुए काम किया जाए। लीसा ने पाया कि हत्थोंवाली कुरसी इस्तेमाल करने से फायदा हुआ। यह सिफारिश की गयी कि ईवॉन न सिर्फ दूसरी कुरसी इस्तेमाल करे बल्कि उसे दूसरी मेज़ भी मँगवानी चाहिए। लेकिन यदि नौकरी बदलना ज़रूरी हो जाता है, तो ऐसी एजॆंसियाँ हैं जो आपकी सहायता कर सकती हैं।
कैसे मदद कर सकते हैं आप
परिवार का हर सदस्य, छोटे बच्चे भी FMS के बारे में सीख सकते हैं और यह समझ सकते हैं कि जबकि FMS का मरीज़ स्वस्थ दिखता है, उसे जीर्ण रोग है जिससे दर्द और थकान होती है। अच्छा संचार भी अत्यावश्यक है। जॆनी कहती है: “यह निश्चित करने के लिए कैसे हरेक जन मदद कर सकता है, हम समय-समय पर पारिवारिक चर्चा करते हैं।” मरीज़ का यह सीखना कि कैसे काम भी करता रहे और साथ-साथ ऊर्जा भी न बरबाद करे, FMS के साथ सफलतापूर्वक जीने के लिए बहुत ज़रूरी है। इसके लिए दूसरों के सहयोग के साथ-साथ सूझ-बूझ की ज़रूरत होती है। यहाँ भी, व्यावसायिक चिकित्सक मददगार साबित हो सकता है।
आलोचना किये बिना, “सुननेवाला कान” बनने के द्वारा आप FMS से ग्रस्त मित्र की मदद कर सकते हैं। बातचीत को सकारात्मक रखने की कोशिश कीजिए, फाइब्रोमाइऎलजिया के बारे में ही बात मत करते रहिए। क्या कहें अथवा क्या न कहें? सुझावों के लिए, पृष्ठ २३ पर बक्स देखिए। यदि आपको FMS है तो कोशिश कीजिए कि आपके पास कई “सुननेवाले कान” हों ताकि एक ही “कान” आपकी बात सुन-सुनकर पक न जाए। और याद रखिए कि हर कोई हर समय आपके FMS के बारे में नहीं सुनना चाहेगा।
परिवर्तनों के साथ तालमेल बिठाना
कुछ मामलों में हम अकसर परिवर्तनों से खिजते हैं, खासकर उनसे जो हम पर थोपे जाते हैं। लेकिन एक शारीरिक चिकित्सक, जिसने FMS के करीब एक सौ पीड़ितों की मदद की है, हमें बताता है: “मैं उन्हें यह समझाने की कोशिश करता हूँ कि उन्हें अपनी स्थिति को स्वीकार करने की ज़रूरत है। उन्हें अपने जीवन में कुछ परिवर्तन करने की भी ज़रूरत है और अगर कुछ समय के लिए कोई फायदा नहीं होता या हालत और बिगड़ जाती है तो उससे निराश नहीं होना चाहिए। अपनी देखरेख, ज्ञान, समझ और व्यायाम के द्वारा वे अपने FMS पर नियंत्रण रख सकते हैं बजाय इसके कि उसके नियंत्रण में आ जाएँ।”
FMS पीड़ित डेव कहता है: “जबकि प्रवृत्ति यह होती है कि जिस दिन आप अच्छा महसूस कर रहे हैं उस दिन ज़्यादा काम कर लें, लेकिन ज़्यादा बुद्धिमानी इसमें होगी कि अपनी ऊर्जा को अगले दिन के लिए बचाकर रखें ताकि हफ्ते के बाकी दिन बिस्तर में न बिताने पड़ें।” लेकिन, कभी-कभी आप सोच सकते हैं कि किसी उत्सव या खास अवसर पर जाना ही चाहिए और कष्ट के बारे में बाद में देखी जाएगी। अपने FMS को छिपाने की कोशिश करना हमेशा समझदारी की बात नहीं होती, खासकर उन लोगों से जो सचमुच आपकी परवाह करते हैं। और मज़ाकिया मिजाज़ रखने की भी कोशिश कीजिए। “मैंने पाया है कि खुलकर हँसने के बाद या अच्छी कॉमॆडी देखने के बाद आम तौर पर मैं ज़्यादा अच्छी तरह सोता हूँ,” आँड्रे कहता है।
यह भी याद रखिए कि यहोवा आपके काम के स्तर की तुलना दूसरों से नहीं करता बल्कि उस विश्वास और गहरे प्रेम की कदर करता है जो आप प्रदर्शित करते हैं। (मरकुस १२:४१-४४) महत्त्वपूर्ण बात है अपनी कमज़ोरियों के अनुसार जीना सीखना, न तो अपना बहुत ज़्यादा ध्यान रखना और न ही लापरवाह बनना। बुद्धि और शक्ति पाने के लिए यहोवा का आसरा देखिए ताकि आप अपनी तरफ से पूरा-पूरा कर सकें। (२ कुरिन्थियों ४:१६) और अपने हृदय में जल्द ही आनेवाले उस समय की प्रतिज्ञा को सँजोकर रखिए जब यह पृथ्वी परादीस बन जाएगी जहाँ “कोई निवासी न कहेगा कि मैं रोगी हूं।” (यशायाह ३३:२४) जी हाँ, एक दिन आप फिर से स्वस्थ हो जाएँगे!
[फुटनोट]
a कुछ नाम बदल दिये गये हैं।
b सजग होइए! किसी खास नींद सहायक की सिफारिश नहीं करती, न ही यह FMS के लिए किसी खास उपचार की सिफारिश करती है।
[पेज 21 पर बक्स]
बाइबल से सांत्वना
• यहोवा पिसे मनवालों को बचाता है।—भजन ३४:१८.
• यहोवा आपको सँभालेगा।—भजन ४१:३.
• अपना सारा बोझ यहोवा पर डाल दीजिए; उसे आपकी चिंता है।—भजन ५५:२२; १ पतरस ५:७.
• यहोवा की सेवा करने के आपके सच्चे प्रयास से यहोवा प्रसन्न होता है, चाहे वह सेवा कितनी भी छोटी क्यों न हो।—मत्ती १३:८; गलतियों ६:४; कुलुस्सियों ३:२३, २४.
• हम हिम्मत नहीं हारते।—२ कुरिन्थियों ४:१६-१८.
[पेज 22 पर बक्स]
क्या कहें
• आपको देखकर खुशी हुई।
• यहाँ तक आने में आपको बहुत मेहनत करनी पड़ी होगी।
• मैं आपकी मदद के लिए हाज़िर हूँ। मुझे आपकी परवाह है।
• आप जितना कर पाते हैं मैं उसकी कदर करता हूँ।
क्या न कहें
• मैं समझ सकता हूँ कि आप पर क्या बीत रही है।
• आप बड़े अच्छे दिख रहे हैं। कैसे हो सकता है कि आप बीमार हैं?
• अगर किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बुला लीजिएगा।
[पेज 20 पर रेखाचित्र]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
काले धब्बे ऐसे कुछ संवेदनशील बिंदु हैं जिन्हें फाइब्रोमाइऎलजिया का निदान करते समय देखा जाता है
[पेज 23 पर तसवीर]
अच्छा संचार और पारिवारिक चर्चा अत्यावश्यक है