दुनिया पर एक नज़र
दुनिया
आज दुनिया में भुखमरी इसलिए नहीं है कि अन्न की पैदावार में कमी है। अंदाज़ा लगाया जाता है कि किसान इन दिनों इतना अनाज पैदा कर रहे हैं कि 12 अरब लोगों को भरपेट खिलाया जा सकता है, यानी धरती पर इंसानों की कुल आबादी से भी 5 अरब ज़्यादा लोगों को। इसका मतलब, असली समस्या पैदावार नहीं मगर खाने से जुड़ी अर्थव्यवस्था, खाने की सप्लाई और उसकी बरबादी है।
अर्जण्टिना
अर्जण्टिना में काम की जगह पर होनेवाली हिंसा या तनाव की वजह से 5 में से 3 शिक्षक छुट्टी की दरख्वास्त करते हैं।
चीन
ऐसा माना जाता है कि सन् 2016 में सरकार हवा की क्वालिटी के जो नए स्तर ठहराएगी, उस पर चीन के औसतन तीन में से दो शहर खरे नहीं उतर पाएँगे। इतना ही नहीं, ज़मीन के नीचे से निकाले गए पानी की क्वालिटी को “खराब या बहुत ही खराब” बतलाया गया है। (g13-E 03)
ब्रिटेन और अमरीका
वित्त विभाग में काम करनेवालों में से करीब एक-चौथाई (24 प्रतिशत) लोगों का मानना है कि उन्हें “कामयाबी हासिल करने के लिए या तो बेईमानी करनी होगी या फिर गैर-कानूनी तरीके अपनाने होंगे।” उनमें से सोलह प्रतिशत लोगों का मानना है कि “अगर वे पकड़े न गए,” तो जुर्म करने से भी नहीं झिझकेंगे।
दक्षिण कोरिया
वह दिन दूर नहीं जब दक्षिण कोरिया के लोगों का घर में अकेले ही रहना एक आम बात बन जाएगी।