गीत 16
यहोवा की ओर हो जा!
1. झूठे धर्मों में थे जब हम फँसे,
मन में थीं तब कितनी ही उलझनें,
फिर उठीं कैसी उमंगें दिल में
राज्य संदेश जब सुना, (जब सुना)।
(कोरस)
2. तनमन से याह की सेवा करेंगे,
सच्चाई धरती पेफैलाएँगे,
हिम्मत एक दूसरे की बढ़ाएँगे
सराहेंगे याह का नाम (याह का नाम)।
(कोरस)
3. हम ना डरेंगे शैताँ जो करे,
क्योंकि यहोवा है संग हमारे,
चाहे आए कितनी ही मुश्किलें
याह है महाशक्तिमान (शक्तिमान)।
(कोरस)
संग रहना तू याह के
हो जा उसकी ओर,
छोड़ेगा ना साथ वो,
चाहे जो भीहो।
शांति और उद्धार
का कर जाके प्रचार,
राज उसके मसीह का
रहता बरक़रार।