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अध्याय ४

गर्भवती पर अविवाहित

मरियम गर्भावस्था के तीसरे महीने में है। आप को याद होगा कि उसने अपनी गर्भावस्था का प्रारंभिक भाग इलीशिबा से भेंट करने में बिताया था, पर अब वह नासरत अपने घर लौट आयी है। शीघ्र ही उसका हाल का पता उसके गृह-नगर में आम बात हो जाएगी। निश्‍चय ही, वह दु:खद स्थिति में है!

मरियम की सगाई बढ़ई यूसुफ से हो चुकी है जो इस स्थिति को और बदतर कर देती है। और वह जानती है कि इस्राएल को दिए गए परमेश्‍वर के नियम के अन्तर्गत, एक स्त्री जिसकी सगाई एक पुरुष से हो चुकी है, पर स्वेच्छा से दूसरे पुरुष के साथ लैंगिक सम्बन्ध रखती है, पत्थरवाह करके मार डाला जाना चाहिए। कैसे वह यूसुफ को अपनी गर्भावस्था स्पष्ट कर सकती है?

चूँकि मरियम तीन महीनों के लिए गयी हुई है, हम निश्‍चित हो सकते हैं कि यूसुफ उसे देखने के लिए आतुर है। जब वे मिलते हैं, संभवत: मरियम उसे यह ख़बर देती है। शायद वह अपनी ओर से यह बताने की पूरी कोशिश करती है कि वह परमेश्‍वर की पवित्र आत्मा के ज़रिये गर्भवती है। परन्तु, जैसे आप कल्पना कर सकते हैं, यूसुफ के लिए इस बात पर यक़ीन करना बहुत कठिन है।

यूसुफ मरियम की नेकनामी जानता है। और स्पष्टतया वह उसे बहुत प्यार करता है। फिर भी, उसके दावा के बावजूद, उसे असल में ऐसा लगता है कि वह किसी दूसरे पुरुष से गर्भवती है। फिर भी, यूसुफ यह नहीं चाहता कि उसे पत्थरवाह करके मार डाला जाए या खुले आम उसे अपमानित किया जाए। अत: वह छिपे-छिपे उसे तलाक़ देने का निश्‍चय करता है। उन दिनों में, सगाई हो जाने पर दोनों विवाहित समझे जाते थे, और सगाई को तोड़ने के लिए तलाक़ की आवश्‍यकता थी।

बाद में, यूसुफ इन बातों पर विचार करते-करते सो जाता है। यहोवा का स्वर्गदूत उसे स्वप्न में दिखाई देता है और कहता है: “तू अपनी पत्नी मरियम को अपने घर ले जाने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना, क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार करेगा।”

जब यूसुफ जाग जाता है, वह कितना कृतज्ञ है! बिना देर किए वह वही करता है जिसका आदेश स्वर्गदूत ने दिया था। वह मरियम को अपने घर ले जाता है। दरअसल, यह आम कार्य एक विवाह समारोह का काम करता है, यह ध्यान देते हुए कि यूसुफ और मरियम अब औपचारिक रूप से विवाहित हैं। पर जब तक मरियम के गर्भ में यीशु है यूसुफ उससे लैंगिक सम्बन्ध नहीं रखता।

देखिए! मरियम बच्चे के कारण भारी हो गयी है, फिर भी यूसुफ उसे गधे पर बैठा रहा है। वे कहाँ जा रहे हैं, और जब मरियम बच्चा जनने को तैयार है वे यात्रा क्यों कर रहे हैं? लूका १:३९-४१, ५६; मत्ती १:१८-२५; व्यवस्थाविवरण २२:२३, २४.

▪ मरियम की गर्भावस्था के बारे में जब यूसुफ को पता चलता है तब उसकी मानसिक स्थिति कैसी है, और क्यों?

▪ कैसे यूसुफ मरियम को तलाक़ दे सकता है जबकि अभी तक उनकी शादी नहीं हुई है?

▪ क्या आम कार्य यूसुफ और मरियम के विवाह समारोह का काम करता है?

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