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परमेश्‍वर की सुनिए और हमेशा जीवित रहिए
ll भाग 3 पेज 8-9

भाग 3

शुरू में ज़िंदगी कैसी थी?

यहोवा ने आदम और हव्वा को बहुत-सी अच्छी चीज़ें दीं। उत्पत्ति 1:28

हव्वा को बनाने के बाद यहोवा उसे आदम के पास लाता है

यहोवा ने आदम के लिए एक पत्नी बनायी। वह दुनिया की सबसे पहली स्त्री थी और उसका नाम था हव्वा।—उत्पत्ति 2:21, 22.

यहोवा ने उनके दिमाग और शरीर को परिपूर्ण बनाया था यानी उनमें कोई कमी नहीं थी।

आदम और हव्वा अपने सुंदर घर को देख रहे हैं

वे दोनों अदन बाग में रहते थे, जो बहुत ही सुंदर था। उसमें नदियाँ बहती थीं, तरह-तरह के फलों के पेड़ और जानवर थे।

यहोवा उनसे बातें करता था। उसने उन्हें बहुत कुछ सिखाया। अगर वे उसकी सुनते तो वे खुशियों भरे उस सुंदर बाग यानी फिरदौस में हमेशा तक जी सकते थे।

परमेश्‍वर ने कहा कि एक पेड़ का फल मत खाना। उत्पत्ति 2:16, 17

वह पेड़ जिसका फल खाने से यहोवा ने आदम और हव्वा को मना किया था

यहोवा ने आदम और हव्वा को एक पेड़ दिखाकर कहा कि उस पेड़ का फल मत खाना, नहीं तो मर जाओगे।

दुष्ट दूत यानी शैतान या इबलीस, एक साँप के ज़रिए हव्वा से बात करता है

एक स्वर्गदूत परमेश्‍वर के खिलाफ हो गया। उस दुष्ट दूत को शैतान या इब्‌लीस कहते हैं।

शैतान नहीं चाहता था कि आदम और हव्वा यहोवा की बात मानें। उसने एक चाल चली। उसने साँप के ज़रिए हव्वा से कहा कि अगर वह उस फल को खाएगी तो नहीं मरेगी, बल्कि परमेश्‍वर की तरह बन जाएगी। शैतान साफ झूठ बोल रहा था।—उत्पत्ति 3:1-5.

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