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lfb पाठ 73 पेज 172-पेज 173 पैरा. 2
यूहन्‍ना बपतिस्मा देनेवाला यरदन नदी के किनारे लोगों को सिखा रहा है

पाठ 73

यूहन्‍ना ने प्रचार किया कि मसीहा आनेवाला है

जकरयाह और इलीशिबा का बेटा यूहन्‍ना बड़ा होकर एक भविष्यवक्‍ता बना। यहोवा ने यूहन्‍ना के ज़रिए लोगों को बताया कि मसीहा आनेवाला है। मगर यूहन्‍ना ने यह संदेश सभा-घरों या नगरों में नहीं बल्कि वीराने में सुनाया। यरूशलेम और पूरे यहूदिया से लोग उसकी बात सुनने आते थे। वह उन्हें सिखाता था कि अगर वे परमेश्‍वर को खुश करना चाहते हैं तो उन्हें बुरे काम छोड़ने होंगे। उसकी बात सुनकर बहुत-से लोगों ने पश्‍चाताप किया और यूहन्‍ना ने उन्हें यरदन नदी में बपतिस्मा दिया।

यूहन्‍ना एक सादी ज़िंदगी जीता था। वह ऊँट के बालों से बने कपड़े पहनता था और टिड्डियाँ और जंगली शहद खाता था। लोग जानना चाहते थे कि यूहन्‍ना असल में कौन है। यहाँ तक कि घमंडी धर्म गुरु यानी फरीसी और सदूकी भी उसे देखने आते थे। यूहन्‍ना ने उनसे कहा, ‘तुम लोगों को अपने जीने का तरीका बदलना होगा और पश्‍चाताप करना होगा। यह मत सोचो कि तुम्हारे कहने से कि हम अब्राहम के बच्चे हैं, तुम खास हो। इसका यह मतलब नहीं कि तुम परमेश्‍वर के बच्चे हो।’

कई लोग यूहन्‍ना के पास आकर पूछते थे, ‘परमेश्‍वर को खुश करने के लिए हमें क्या करना होगा?’ यूहन्‍ना ने उनसे कहा, ‘अगर तुम्हारे पास दो कपड़े हैं तो एक कपड़ा ऐसे इंसान को दे दो जिसे उसकी ज़रूरत है।’ जानते हो उसने ऐसा क्यों कहा? वह अपने चेलों को समझाना चाहता था कि परमेश्‍वर को खुश करने के लिए उन्हें लोगों से प्यार करना चाहिए।

यूहन्‍ना ने कर लेनेवालों से कहा, ‘ईमानदार बनो और किसी को धोखा मत दो।’ उसने सैनिकों से कहा, ‘तुम घूस मत लो और झूठ मत बोलो।’

याजक और लेवी भी यूहन्‍ना के पास आए और उन्होंने उससे पूछा, ‘तू कौन है? हर कोई इसका जवाब जानना चाहता है।’ यूहन्‍ना ने कहा, ‘मैं वह आवाज़ हूँ जो वीराने में पुकार रही है और लोगों को यहोवा की तरफ ले जा रही है, ठीक जैसे यशायाह ने भविष्यवाणी की थी।’

यूहन्‍ना जो सिखाता था वह लोगों को बहुत अच्छा लगता था। कई लोगों ने सोचा कि कहीं यूहन्‍ना ही मसीहा तो नहीं। मगर यूहन्‍ना ने उनसे कहा, ‘मुझसे भी बड़ा कोई आनेवाला है। मैं उसकी जूतियों के फीते खोलने के भी लायक नहीं। मैं तो पानी से बपतिस्मा देता हूँ, मगर वह पवित्र शक्‍ति से बपतिस्मा देगा।’

“यह आदमी गवाह बनकर आया ताकि उस रौशनी के बारे में गवाही दे और इस तरह उसके ज़रिए सब किस्म के लोग यकीन करें।”—यूहन्‍ना 1:7

सवाल: यहोवा ने यूहन्‍ना को लोगों के पास क्यों भेजा? यूहन्‍ना का संदेश सुनकर लोगों ने क्या किया?

मत्ती 3:1-11; मरकुस 1:1-8; लूका 3:1-18; यूहन्‍ना 1:19-28; यशायाह 40:3

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