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  • भाग 6 में क्या है
  • बाइबल से सीखें अनमोल सबक
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बाइबल से सीखें अनमोल सबक
lfb पेज 72-73
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भाग 6 में क्या है

जब इसराएली आखिरकार वादा किए गए देश में पहुँच गए तब वहाँ पवित्र डेरा, सच्ची उपासना की खास जगह बन गया। याजक, लोगों को कानून सिखाते थे और न्यायी, राष्ट्र को सही राह दिखाते थे। इस भाग में दी कहानियाँ दिखाती हैं कि एक इंसान के फैसलों और कामों का दूसरों पर बहुत गहरा असर हो सकता है। हर इसराएली को यहोवा और अपने साथी इसराएलियों का वफादार रहना था। समझाइए कि दबोरा, नाओमी, यहोशू, हन्‍ना, यिप्तह की बेटी और शमूएल के कामों का कैसे उनके लोगों पर असर हुआ। ज़ोर देकर बताइए कि ऐसे कुछ लोग ने भी, जो इसराएली नहीं थे, इसराएलियों का साथ देने का फैसला किया क्योंकि वे जान गए थे कि परमेश्‍वर इसराएलियों के साथ है। उनमें से कुछ थे राहाब, रूत, याएल और गिबोनी लोग।

हम क्या सीखेंगे

  • यहोवा ने न्यायियों के ज़रिए चमत्कार करके अपने लोगों को बचाया

  • छोटे-बड़े सभी वफादार लोगों को आशीष मिली क्योंकि उन्होंने यहोवा पर पूरा भरोसा रखा

  • परमेश्‍वर भेदभाव नहीं करता। वह हर देश, जाति और भाषा में से ऐसे लोगों को अपनाता है जो उससे प्यार करते हैं और सही काम करते हैं

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