मज़बूत बनो!
सुबह का कार्यक्रम
9:40 संगीत
9:50 गीत नं. 38 और प्रार्थना
10:00 यहोवा—हमारी “ताकत और शक्ति” का स्रोत
10:15 मज़बूत बनो—अपना विश्वास बढ़ाओ
10:30 मज़बूत बनो—जोश से प्रचार करो, सिखाओ और प्रशिक्षण दो
10:55 गीत नं. 7 और घोषणाएँ
11:05 कमज़ोर हालत में ताकतवर बनो!
11:35 समर्पण भाषण
12:05 गीत नं. 79
दोपहर का कार्यक्रम
1:20 संगीत
1:30 गीत नं. 102
1:35 अनुभव
1:45 प्रहरीदुर्ग का सारांश
2:15 परिचर्चा: मज़बूत बनो—यहोवा की हुकूमत का साथ दो
नौजवान के तौर पर
पति-पत्नी के तौर पर
2:45 गीत नं. 126 और घोषणाएँ
2:55 “विश्वास में मज़बूत खड़े रहो, . . . शक्तिशाली बनते जाओ”
3:55 गीत नं. 2 और प्रार्थना