पाठकों के प्रश्न
◼ जैसे यूहन्ना ५:२-७ सुझाता है, क्या बीमार और अपंग व्यक्ति सचमुच बेतहसदा के हिलाए हुए पानी में स्वस्थ हुए? और अगर ऐसा है, तो वे चमत्कार कौनसी शक्ति के ज़रिए हुए?
दरअसल, यूहन्ना ५:२-९ का वृत्तांत यह स्थापित नहीं करता कि क्या प्राचीन यरूशलेम के एक कुंड में कुछ चमत्कारिक स्वास्थ्य-लाभ हुए थे या नहीं। वहाँ घटित होनेवाले चमत्कारों में से सिर्फ़ एक ही चमत्कार के विषय हम निश्चित हो सकते हैं कि वह वहाँ घटित हुआ था, और वह वही चमत्कार है जो यीशु मसीह ने ३८ वर्ष से बीमार आदमी को स्वस्थ करके किया था। हम इस चमत्कार को स्वीकार कर सकते हैं, इसलिए कि इसका विवरण प्रेरित शास्त्रों में उपस्थित है। (२ तीमुथियुस ३:१६) लेकिन उस समय यरूशलेम में कईयों ने माना कि उस जगह पर अन्य चमत्कार हुए थे, उसी तरह जैसे कि आज अनेक लोग मानते हैं कि तीर्थ-स्थानों में चमत्कारिक रोगमुक्ति घटित होती हैं।
ग़ौर करें कि बाइबल क्या कहती है और वह वास्तव में नहीं कहती। “यरूशलेम में भेड़-फाटक के पास एक कुण्ड हैं जो इब्रानी भाषा में बेतहसदा कहलाता है, और उसके पाँच ओसारे हैं। इन में बहुत से बीमार, अन्धे, लंगड़े और सूखे अंगवाले पड़े रहते थे। ——वहाँ एक मनुष्य था, जो अड़तीस वर्ष से बीमारी में पड़ा था। यीशु ने उसे पड़ा हुआ देखकर और जानकर कि वह बहुत दिनों से इस दशा में पड़ा है, उस से पूछा: ‘क्या तू चंगा होना चाहता है?’ उस बीमार ने उस को उत्तर दिया: ‘हे प्रभु, मेरे पास कोई मनुष्य नहीं, कि जब पानी हिलाया जाए, तो मुझे कुण्ड में उतारे; परन्तु मेरे पहुँचते पहुँचते दूसरा मुझ से पहले उतर पड़ता है।’ यीशु ने उस से कहा: ‘उठ, अपनी खाट उठाकर चल फिर।’ वह मनुष्य तुरन्त चंगा हो गया, और अपनी खाट उठाकर चलने फिरने लगा।”—यूहन्ना ५:२-९.
उल्लेख किया गया कुण्ड “भेड़-फाटक” के पास था, जो प्रत्यक्ष रूप से मन्दिर के टीले के पास उत्तरपूर्वी यरूशलेम में था। (नहेमायाह ३:१; १२:३९) हाल के खुदाई कार्यों में दो पुराने कुण्डों का प्रमाण अनावृत हुआ है, जिसके स्तंभ और आधार के टुकड़ों से सूचित होता है कि हेरोद के समय में वहाँ एक ऐसी इमारत थी जिसमें स्तंभावली थी, जैसे यूहन्ना ५:२ बताता है। लेकिन उस वक्त के लोग इस जगह क्या होता था, इस विषय क्या सोचते थे?
यूहन्ना ५:२-९ के उपर्युक्त उद्धरण में उस डैश को देखें। कुछ बाइबल एक अतिरिक्त लेखांश सम्मिलित करते हैं जिस पर यूहन्ना ५:४ का अंक लगाया गया है। उस जोड़ में कुछ यों कहा गया है: “क्योंकि नियुक्ति समय परमेश्वर के स्वर्गदूत कुण्ड में उतरकर पानी को हिलाया करते थे: पानी हिलते ही जो कोई पहले उतरता वह चंगा हो जाता था चाहे उसकी कोई बीमारी क्यों न हो।”
परन्तु, कई आधुनिक बाइबल, जिन में न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ़ द होली स्क्रिप्चर्स शामिल है, यह लेखांश छोड़ देते हैं। क्यों? इसलिए कि संभवतः यह यूहन्ना के सुसमाचार में न था। द जेरूसलेम बाइबल के एक फुटनोट में ग़ौर किया गया है कि “सबसे अच्छे गवाह” इस लेखांश को छोड़ देते हैं। जिन “सबसे अच्छे गवाहों” का उल्लेख किया गया है, वे प्राचीन यूनानी हस्तलिपि हैं, जैसे कोडेक्स साइनेआइटिकस् और वैटिकन १२०९ (दोनों जो सामान्य युग चौथी सदी के हैं) और सीरियाई तथा लैतीनी भाषाओं के पुराने अनुवाद। ‘सबसे अच्छे हस्तलिपिक मूलपाठों में आयत ४ की अनुपस्थिति’ का उल्लेख करने के बाद, दी एक्सपॉज़िटर्स बाइबल कॉम्मेंटरी कहती है: “इसे आम तौर से एक ऐसा तोड़-मरोड़ माना जाता है जो पानी के आन्तरायिक विलोड़न, जिसे जनता स्वास्थ्य-लाभ का एक संभावित स्रोत समझती थी, उसका कारण बताने के लिए प्रस्तुत किया गया था।”
तो बाइबल वास्तव में नहीं कहती कि परमेश्वर के स्वर्गदूत ने बेतहसदा के कुण्ड में चमत्कार किए। ख़ैर, क्या चमत्कारिक स्वास्थ्य-लाभ पानी के हिलाए जाने पर घटीं? आज कोई भी निश्चित रूप से ऐसा नहीं कह सकता। शायद किसी तरह एक रिवाज विकसित हुआ था कि बीमार या अपंग लोग वहाँ स्वस्थ किए गए थे। एक बार कल्पित स्वास्थ्य-लाभ की कहानियाँ फैल गयीं, स्वस्थ होने की आशा रखनेवाले उद्विग्न लोगों ने वहाँ इकट्ठा होना शुरू किया होगा। हम जानते हैं कि ऐसा हमारे समय में विभिन्न जगहों पर हुआ है, तब भी जब दैवी स्वास्थ्य-लाभ का कोई प्रमाणित सबूत नहीं।
यद्यपि, हमें बेतहसदा के कुण्ड पर परमेश्वर के पुत्र द्वारा किए स्वास्थ्य-लाभ के विषय संशयी नहीं होना चाहिए। अजी, पानी में प्रवेश करे बग़ैर ही, वह आदमी बड़े चिकित्सक के द्वारा उसी क्षण स्वस्थ किया गया। ऐसा करने के लिए उसकी प्रमाणित क्षमता से हमें उस स्वास्थ्य-लाभ की ओर प्रत्याशा से देखने का कारण मिलता है, जो वह आनेवाली सहस्राब्दी में करेगा। वह विश्वसनीय मनुष्यों को पूर्णता प्राप्त करने तक स्वस्थ करेगा और उनकी मदद करेगा।—प्रकाशितवाक्य २१:४, ५; २२:१, २.
[पेज 30 पर चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.