प्रतिज्ञात देश से दृश्य
मगिद्दो में जातियाँ एकत्र हो जाती हैं
“विश्व-व्यापी आरमागेडोन के विषय शोध-कर्ता परस्पर विरोधी बातें करते हैं,” एक विज्ञान लेख ने रिपोर्ट किया इस विषय पर कि क्या परमाणु-युद्ध एक बहुत ठण्डा “परमाणु जाड़ा” ले आता या झुलसा देनेवाली “परमाणु गरमी”।
शायद आप ने “आरमागेडोन” को हमारे संकटग्रस्त समय से जोड़ने वाली ऐसी टीका-टिप्पणी देखी है। “आरमागेडोन” क्या है? आप शायद जानना चाहेंगे, इसलिए कि आप की जान इस में संबद्ध है।
ऊपर मगिद्दो के हवाई दृश्य को देखिए। यह प्राचीन इस्राएल में एक सामरिक महत्त्व का स्थान था। प्रेरित यूहन्ना ने इस का नाम इस्तेमाल किया जब उसने “उस जगह . . . जो इब्रानी में हर-मगिदोन [मगिद्दो का पहाड़],” या आरमागेडोन, “कहलाता है,” के बारे में लिखा। (प्रकाशितवाक्य १६:१६) मगिद्दो की पृष्ठभूमि जानना उन शब्दों को स्पष्ट कर देता है।
साथ दिए नक़शे पर आप उसकी स्थिति देख सकते हैं। असल में, दो प्रधान रास्तें यहाँ ऊपर से दिखायी देते थे। दक्षिण में मिस्र और उत्तर में दमिश्क या फ़रात नदी की ओर दूसरे नगरों के बीच, कर्म्मेल पर्वतमाला उत्तर—दक्षिण मार्ग में अवरोध बनती थी। तो सेनाएँ और व्यापारी कारवाएँ मगिद्दो के पास एक निम्नस्थ दर्रे में से गुज़रने पर मजबूर होते, वही दर्रा जो छायाचित्र के दाहिने ओर है। सोर और यरदन घाटी, या सामरिया और यरूशलेम के बीच का महत्त्वपूर्ण मार्ग, उस में से गुज़रनेवाले उत्तर-दक्षिण रास्ते को यिज्रेल की घाटी में काटता था। इन मार्गों के आरपार बसा हुआ, मगिद्दो, दरअसल सभी गुज़रनेवालों को नियंत्रण में रख सकता था, और मगिद्दो के सामने की घाटी निर्णायक युद्धों की जगह बन गयी।
मिसाल के तौर पर, यही जगह थी जहाँ न्यायी बाराक ने सेनापति सीसरा के अधीनस्थ कनानियों को हरा दिया, जिनके पास ९०० लोहे के हँसुएँ युक्त युद्ध-रथ थे। (न्यायियों ४:१-३, १२-१६; ५:१९) बाद में, फ़िरौन नको फ़रात नदी के पास डेरा डाले हुए अश्शूरियों को प्रबलित करने के लिए तटीय मार्ग पर से एक ताक़तवर मिस्री फ़ौजी और रथ सेना को ले गया (इसलिए इसका नाम था विया मारिस, या समुद्र का रास्ता)। किसी कारणवश, यहूदिया के राजा, योशिय्याह ने नको से एक अंतर्राष्ट्रीय सामना करने का फ़ैसला किया। लेकिन कहाँ? हालाँकि वह जगह यरूशलेम के कुछ ५५ मील उत्तर दिशा में थी, योशिय्याह ने मगिद्दो के पास एक मैदान चुना।—२ इतिहास ३५:२०-२२; यिर्मयाह ४६:२.
वह जानता था कि मिस्रियों को वहाँ से गुज़रना ही पड़ता, और उसे लगा होगा कि चूँकि वह एक इस्राएली गढ़ के इतने क़रीब था, फ़ायदा उसी का होता। जैसे कि आप देख सकते हैं, तेल (टीला) मगिद्दो काफ़ी बड़ा है। पुराना शहर दुर्जेय था। सुलैमान ने प्रकट रूप से अतिविशाल पत्थर की दीवारें और एक विशाल संरक्षणात्मक फाटक बँधवाकर मगिद्दो की किलबंदी की।a (१ राजा ९:१५) टीले के बायीं ओर, आप एक बड़ा अंडाकार गड्ढ़ा देख सकते हैं, जो कि एक पेचीदा पानी-सप्लाई व्यवस्था का प्रवेश-मार्ग था। एक खड़ी सीढ़ी एक लंबे सुरंग की ओर ले जाती थी, जो कि अधःस्थ चट्टान में से काटा गया था, और जो इस्राएलियों को आक्रमण से सुरक्षित रखकर, उन्हें झरने के पानी तक पहुँचने देता था। पुरातत्त्वज्ञों ने शायद अहाब के शासनकाल के समय से, क़रीब ४५० घोड़ों के इस्तबल के खंडहर भी खोज निकाले हैं।—तुलना १ राजा ९:१९ से करें.
मगिद्दो के पास एक निर्णायक युद्ध में, योशिय्याह घातक रूप से घायल हुआ, और यरूशलेम को लौटते समय, रास्ते पर ही उसका निधन हो गया। (२ राजा २३:२८-३०) शायद यही ‘मगिद्दो की तराई में रोने-पीटने’ का कारण रहा होगा, जिसका उल्लेख जकर्याह १२:११ पर किया गया है। योशिय्याह की हार के कुछ ही देर बाद, बाबेलोन ने कमज़ोर यहूदिया में अपना सैन्य प्रभाव फैला दिया।—२ राजा २४:१, २, १२-१४; २ इतिहास ३६:१-६.
ऐसी पृष्ठभूमिक जानकारी के साथ, आप समझ सकते हैं कि क्यों प्रेरित यूहन्ना को दिए प्रकाशितवाक्य में ‘सर्वशक्तिमान परमेश्वर के उस बड़े दिन की लड़ाई’ के लिए ‘सारे संसार के राजाओं’ का एकत्रिकरण पूर्वबतलाने में मगिद्दो को दृष्टांत के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था। इस पृथ्वी पर ऐसी कोई जगह नहीं जो परमेश्वर के विरुद्ध सभी जातियों को समा सकेगी, निश्चित रूप से वह तराई नहीं जिस के भू-दृश्य पर टीला मगिद्दो छा जाता था। लेकिन हर-मगिदोन, या आरमागेडोन, उस निर्णायक युद्ध स्थिति को उचित रूप से चित्रित करता है।—प्रकाशितवाक्य १६:१४, १६; १९:११-२१.
तो राजनीतिज्ञों और अख़बारवालों को ग़लत रूप से सोचने दो कि आरमागेडोन एक परमाणु युद्ध है जो हमारे भूमण्डल का विध्वंस करेगा। मगिद्दो के इतिहास का विचार करके, आप इस विषय को और भी सही-सही समझ सकते हैं। आप समझ सकते हैं कि आरमागेडोन वह स्थिति है जिस में जातियाँ उस बड़े युद्ध के लिए जल्द ही लाए जाएँगे, जब परमेश्वर वर्तमान दुष्ट व्यवस्था को मिटाकर, एक धार्मिक नया संसार के लिए रास्ता साफ कर देगा।—२ पतरस ३:११-१३.
[फुटनोट]
a अगस्त १५, १९८८ के द वॉचटावर में, पृष्ठ २४-६ पर, आप मगिद्दो के प्रवेश-द्वार का एक मनोहर वृत्तांत पढ़ सकेंगे।
[पेज 17 पर नक्शा]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
महा सागर
सोर की ओर
अक्को
दमिश्क की ओर
गलील की झील
कार्मेल पर्वतमाला
मगिद्दो
बेतशान
दोतान
सामरिया
यरदन नदी
शेकेम
विया मारिस
यरूशलेम की ओर
याफा
मिस्र की ओर
मी. ० १०
कि.मि. ० १० २०
[चित्र का श्रेय]
Based on a map copyrighted by Pictorial Archive (Near Eastern History) Est. and Survey of Israel
[पेज 16 पर तसवीरें]
मगिद्दो का एक अधिक बड़ा दृश्य आप यहोवा के गवाहों का १९८९ कैलेंडर में देख सकेंगे। इस वर्ष प्रहरीदुर्ग लेखों में उस कैलेंडर के छः चित्रों पर विचार-विमर्श किया जाएगा, जिन्हें आप शायद आगामी उपयोग के लिए कैलेंडर के साथ साथ रख लेना चाहेंगे।
[चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
[पेज 17 पर तसवीरें]
यह मिस्री नक्काशी आप को मगिद्दो के पार फ़िरौन नको के उस आक्रमण की सजीव कल्पना करने में मददपूर्ण होगी, जहाँ उसने राजा योशिय्याह को हरा दिया था
[चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.