राज्य उद्घोषकों की रिपोर्ट
मेक्सिको में “आत्मा से प्रदीप्त”
“लगता है कि पूरा देश सचेष्टता से प्रदीप्त और गतिमान है।” यों मेक्सिको में वॉचटावर संस्था का शाखा कार्यालय लिखता है, और वह टिप्पणी कितनी सच है! उस देश में हो रही सनसनीदार सचेष्टता का सबूत इस बात से मिलता है कि अगस्त तक ७० लगातार मासिक शिखर रहे हैं, और २,७७,४३६ प्रचारकों की पराकाष्ठा पहुँच गयी है। इसके अतिरिक्त, ४,००,००० से ज़्यादा बाइबल अध्ययन रिपोर्ट किए गए, तथा पिछले साल स्मरणार्थ की उपस्थिति १०,४६,२९१ तक पहुँची। भावी वृद्धि के लिए क्या ही उत्तम आधार!
मेक्सिको में यहोवा के गवाहों की स्थिति में परिवर्तन १९८९ की एक विशेषता थी। उसके परिणामस्परूप, पहली बार घर-घर की सेवकाई में बाइबल का उपयोग हो सका, और सभाओं की शुरुआत प्रार्थना से हो सकी। इसका फ़ौरन असर हुआ। दो महीनों में, प्रचारकों की संख्या १७,००० से अचानक बढ़ गयी।
इस विकास से भाइयों का आनन्द उनकी टीका से दिखायी देता है। एक ने लिखा: “जब चिट्ठी मण्डली में पढ़ी जा रही थी, सहज तालियों ने दो बार इसे रोका। यह भावोत्तेजक था!” एक और ने कहा: “हम अपने खुशी की आँसुओं को न रोक सके। इसके परिणाम बेहतर समयनिष्ठा से प्रकट हैं। हर एक व्यक्ति आरंभ की प्रार्थना के लिए उपस्थित रहना चाहता है।”
एक और गवाह ने कहा: “हमारे इलाके में, एक ऐसी औरत ने कहा, जो कैथोलिक गिरजा के बाइबल अध्ययन कार्यक्रम में क्रियाशील है: ‘अगर पहले [गवाहों] ने केवल अपनी टीका और पत्रिकाओं से हमें अवाक् छोड़ा, अब जबकि वे दरवाज़ों पर बाइबल खोल रहे हैं, हम कहीं के न रहे!’”
मेक्सिको में यहोवा के गवाह बाइबल सहित अनौपचारिक गवाही देने पर भी ज़ोर देते हैं। एक बहन एक ऐसी महिला के पास गयी, जिसने उस से पूछा कि गर्भपात के बारे में उसकी क्या राय थी। “जो मैं सोचती हूँ वह इतना महत्त्वपूर्ण नहीं जितना कि जो बाइबल कहती है।” कई शास्त्रपद पढ़ने के बाद, बहन ने तर्क किया: “सृजनहार की नज़रों में जीवन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है, उनका भी जो अब तक जन्मे नहीं हैं।”
उस महिला ने फिर बताया कि वह पहली बार एक बच्चे की माँ बनने वाली थी, लेकिन चिकित्सक जाँच से यह सूचित हुआ कि बच्चा अपसामान्य होगा। उसका डॉक्टर चाहता था कि वह गर्भपात करा ले, और उसका पति भी सहमत था, लेकिन खुद वह महिला पूरी तरह कायल न थी। प्रचारक ने बाइबल में से उसे विवेक से अधिक समझाया, उसे अपना नाम बताया, और फिर उन्होंने एक दूसरे से बिदाई ली।
पाँच साल बाद एक ज़िला सम्मेलन में, एक दम्पत्ति जिसकी एक चार-वर्षीया बेटी थी, उस बहन और उसके पति से मिलना चाहते थे। यह वही महिला थीं! क्या हुआ था? गवाह से बातचीत करने के बाद, उस महिला ने अपने बच्चे को जन्म देने का निश्चय लिया। डॉक्टर ने उसे फिर कभी देखने से इन्कार किया, और उसके पति ने उसे धमकी भी दी कि अगर बच्चा विकलांग होकर जन्मता तो वह उसे छोड़ देता। जब प्रसूति का समय आया, तब बस जो डॉक्टर पहले मिल गया, उसने उस से मदद ली।
बच्चे के जन्मने के फ़ौरन बाद, डॉक्टर ने कहा: “बधाई हो, माँ! तुम्हें एक छोटी सी खूबसूरत बेटी हुई है।” उसे अपने कानों पर यक़ीन न हुआ, और उसने डॉक्टर को बच्चे की जाँच ध्यानपूर्वक करने को कहा। फिर उसने उसे अपनी कहानी सुनायी। डॉक्टर बस यही कह सका: “यह तो एक चमत्कार है।” महिला अतिप्रसन्न थी कि उसे जीवन के विषय में यहोवा के दृष्टिकोण का आदर करने का साहस हुआ और उसने अपनी खूबसूरत, स्वस्थ बच्ची को उस बहन का ही नाम दिया। जैसे ही वह काफ़ी तन्दुरुस्त हो गयी, उसने गवाहों को खोज निकाला और उसने उनके साथ बाइबल अध्ययन करना शुरू किया। एक साल से भी कम अवधि में उसके पति और उस का बपतिस्मा हो गया।
प्रेरित पौलुस ने प्रोत्साहित किया: “आत्मा से प्रदीप्त रहो। यहोवा के लिए सेवा करते रहो।” (रोमियों १२:११, न्यू.व.) हर जगह सच्चे मसीहियों की तरह, मेक्सिको में के यहोवा के गवाह अपने पूरे मन से इस प्रबोधन की ओर अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाते हैं। इसीलिए पूरा देश आत्मिक सचेष्टता से प्रदीप्त और गतिमान है। यहोवा अपने विश्वसनीय लोगों को कितनी प्रचुर मात्रा में आशीर्वाद देता है!