प्रतिज्ञात देश से दृश्य
एक ऐसी यरदन जिस से आप शायद परिचित न हों
यरदन नदी के बस ज़िक्र से ही शायद आपको कुछ सुपरिचित दृश्य याद आएँगे: यहोशू के अधीन इस्राएलियों का यरीहो के पास उसके सूखाए हुए नदी-तल को पार करना। नामान का कोढ़ उस से दूर होने के लिए उसके पानी में सात बार डुबकी मारना। कई यहूदी, और यीशु का वहाँ यूहन्ना द्वारा बपतिस्मा लेने के लिए आना।—यहोशू ३:५-१७; २ राजा ५:१०-१४; मत्ती ३:३-५, १३.
प्रत्यक्ष रूप से, ये सभी सुप्रसिद्ध घटनाएँ यरदन की लम्बी और सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध भाग में हुईं, उस हिस्से में जो गलील सागर के दक्षिण की ओर तथा वहाँ से लवण सागर की ओर है। लेकिन परमेश्वर के वचन के अध्यवसायी विद्यार्थी यरदन के एक और हिस्से पर शायद ध्यान न देंगे—नदी का उत्तरी भाग और उसके इर्द-गिर्द का क्षेत्र। नक़शे पर ग़ौर करें।a बीच में निम्नस्थ भाग बड़ी विभ्रंश-घाटी का एक हिस्सा है, जो कि सीरिया से अफ्रीका तक फैलनेवाला भूवैज्ञानिक भ्रंश है।
यरदन नदी के तीन मुख्य उद्गम, ऊँचे हेर्मोन पर्वत पर से पिघलती हुई बरफ़ से आनेवाली धाराएँ हैं। सबसे अधिक पूर्वी धारा (पृष्ठ १७, ऊपरी चित्र), पर्वत के निचले हिस्से के पास एक चूना-पत्थर की खड़ी चट्टान से निकलती है। यहीं कैसरिया फिलिप्पी स्थित थी; स्मरण कीजिए कि यीशु के “किसी ऊँचे पहाड़” पर रूपांतरित होने से कुछ समय पहले, वह वहाँ गए थे। (मत्ती १६:१३-१७:२) एक और धारा उस टीले से निकलती है, जहाँ दान का नगर बाँधा गया था, जहाँ उत्तरी राज्य के इस्राएलियों ने सोने का बछड़ा खड़ा किया था। (न्यायियों १८:२७-३१; १ राजा १२:२५-३०) तीसरी धारा का पानी इन दोनों से मिलकर यरदन नदी बन जाती है, जो तक़रीबन सात मील के फ़ासले में एक हज़ार फुट से ज़्यादा उतरती है।
फिर घाटी हूला नदी-थाला में चौरस बनती है, जिस से यरदन का पानी फैलकर एक चौड़ा, कच्छी क्षेत्र बन जाता है। पुराने समय में अधिकांश पानी एकत्र होकर एक उथला कुण्ड बन जाता था, जिसे हूला (या हूले) झील के नाम से जाना जाता था। लेकिन हूला झील अब और अस्तित्व में नहीं है, इसलिए कि हाल में ऊपरी यरदन को सीधा कर दिया गया था और कच्छी क्षेत्र को सूखाने हेतु नालों को जोड़ दिया गया, तथा झील के निकास को गहरा बना दिया गया। इसलिए, अगर आप इस क्षेत्र के नक़शे को लेकर, गलील सागर के उत्तर की ओर एक झील (हूला) को देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि यह प्राचीन समय के क्षेत्र का एक नक़शा है, यह उस तरह नहीं जैसा कि आपको आज देखने को मिलेगा।
यद्यपि, यदि आप वहाँ जाएँगे, तो आपको निसर्ग के लिए एक आरक्षित जगह देखने को मिलेगी, जिस से आपको अन्दाज़ा होगा कि बाइबल के समय में वह इलाका किस तरह दिखता था, जब यहाँ खास क़िस्म के पौधे उगते थे, जैसा कि कछार की घास और सरकण्डों के लहराते हुए वन।—अय्यूब ८:११.
यह इलाका निरंतर बदलनेवाले विविध पक्षियों का घर होता था। वहाँ बगुला, लक़लक़, पेलिकन, काल्हक फ़ाख़्ता और अन्य पक्षियाँ प्रचुर थे, अंशतः इसलिए कि यूरोप और अफ्रीका के बीच प्रवसन मार्ग में दलदल और झील एक उत्तम विश्राम-स्थान बनते थे। (व्यवस्थाविवरण १४:१८; भजन संहिता १०२:६; यिर्मयाह ८:७) इस क्षेत्र के अन्य विशिष्ट प्राणी कम नज़र आए होंगे, लेकिन उनकी मौजूदगी से हूला नदी-थाले से गुज़रना अप्रीतिकर हुआ होगा। इन प्राणियों में संभवतः सिंह, दरियाई घोड़ा, भेड़िया और बनैला सूअर रहे होंगा। (अय्यूब ४०:१५-२४; यिर्मयाह ४९:१९; ५०:४४; हबक्कूक १:८) कभी कभी मच्छरों द्वारा फैलाया जानेवाला मलेरिया प्रचलित होता था, जो कि बाइबल में ज़िक्र किए गए ज्वरों में से एक है।
तो फिर यह समझने योग्य है कि वैयक्तिक यात्री और बड़े कारवाँ, दोनों इस कच्छी क्षेत्र के उपमार्ग से निकल जाते थे। तो फिर वे गलील सागर के उत्तर, यरदन नदी की घाटी को कहाँ पार कर सकते थे?
गलील सागर के काफ़ी नज़दीक, असिताश्म पत्थरों का एक दृश्यांश था; इस बाँध-समान शैल-समूह के कारण पानी संचित होता था और उस से हूला झील उत्पन्न हो गयी। आप पृष्ठ १६ पर उस शैल-दृश्यांश का एक हिस्सा देख सकते हैं। जैसे यरदन उस के बीच से दक्षिण में गलील सागर (जो सुदूर दृश्य में दिखायी देता है) की ओर बहती है, यह इतनी जल्दी बढ़ती है कि परिणाम स्वरूप पानी सफ़ेद नज़र आता है। स्पष्टतः, प्राचीन यात्री उस गहरी तंग घाटी में नीचे उतरकर, यरदन के तेज़ बहनेवाले पानी को पार करना संकटपूर्ण पाते।
हूला नदी-थाले के कच्छी क्षेत्र और तंग घाटी के बीच समतल भूमि का एक छोटा हिस्सा था, जहाँ पानी शान्तिपूर्वक बहता था। यहाँ प्राचीन यात्री सलामती से नदी पार कर सकते थे, और यह प्रतिज्ञात देश के बीच में से मुख्य यात्रा मार्ग का एक हिस्सा बन गया। अब इस स्थान पर एक पुल है, जो कि अब भी यरदन पार करने की एक उत्तम जगह है।
आज हूला नदी-थाला एक ऊर्वर कृषि-क्षेत्र है; यहाँ मछली के पोखर भी हैं। यह सभी उस प्रचुर पानी की वजह से संभव है, जो यरदन नदी के इस हिस्से में बहता है।
[फुटनोट]
a १९९० कॅलैंडर ऑफ जेहोवाज़ विटनेसिज़ में और भी बड़े नक़शे और चित्र से तुलना करें।
[पेज 17 पर नक्शे]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
हूला
गलील सागर
[चित्र का श्रेय]
Based on a map copyrighted by Pictorial Archive (Near Eastern History) Est. and Survey of Israel.
[पेज 16 पर चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
[पेज 17 पर चित्रों का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
Animal photos: Safari-Zoo of Ramat-Gan, Tel Aviv