राज्य उद्घोषक रिपोर्ट देते हैं
भारत में अपने उजियाले को चमकाना
भारत में ११,५२४ आनन्दित गवाहों द्वारा राज्य का सुसमाचार प्रचार किया जा रहा है। (मत्ती २४:१४) उन्नीस सौ इकानवे सेवा वर्ष के दौरान १,०६६ बपतिस्मा प्राप्त करनेवाले लोग राज्य उद्घोषक हैं, जो दूसरों तक अपने उजियाले को चमकने दे रहे हैं। मसीह की मृत्यु के स्मारक समारोह पर २८,८६६ को उपस्थित होते देखकर सब कितने ख़ुश थे!
▫ बहुत सारे लोग अनौपचारिक गवाही द्वारा प्रथम बार राज्य आशा के बारे में सीखते हैं। उदाहरण के लिए, एक गवाह ने अपने सहकर्मियों के साथ राज्य के बारे में बात की, जो उसी की तरह बढ़ई थे। एक सहकर्मी ने प्रतिक्रया दिखायी और अपने परिवार तथा मित्रों पर अपना उजियाला चमकाना शुरू किया। इन्होंने आनन्द के साथ यह अद्भुत राज्य संदेश दूसरों को सुनाया। रिपोर्टों के अनुसार, कुछ ही सालों में, ‘३० से भी अधिक जनों ने सत्य को स्वीकार कर लिया था।’ यहोवा ने उसे और उसके नये आध्यात्मिक भाइयों को अपना उजियाला चमकाने के लिये आशीष दी।
▫ एक और कलीसिया में एक युवा भाई ने स्कूल में संगी विद्यार्थियों को अनौपचारिक रूप से गवाही देकर अपना उजियाला चमकाया। उन में से कुछेक राज्य आशा में दिलचस्पी रखते थे, और वह अक्सर आधी रात तक उन्हें बाइबल समझाता था। एक ने, जो कैथोलिक था, सच्चाई के लिए दृढ़ स्थिति अपनायी, इसके बावजूद कि पादरी ने चेतावनी दी थी कि यदि वह उस गवाह से संगति बनाए रखेगा तो नतीजा बहुत बुरा होगा। परन्तु, वह विद्यार्थी निश्चयी था कि वह गवाहों से बाइबल सच्चाई सीख रहा था, और वह ज्ञान लेता रहा। समय आने पर उसका बपतिस्मा हुआ और वह अब कलीसिया में एक सहायक सेवक के तौर पर सेवा कर रहा है। वह सत्य के अद्भुत उजियाले द्वारा मिलनेवाली आशा में आनन्द मनाता है!—रोमियों १२:१२.
▫ इस युवा गवाह की बात सुननेवाला एक और व्यक्ति एक प्रसिद्ध विद्यार्थी, एक नास्तिक था, जो परमेश्वर में विश्वास करने का दावा करनेवालों का उपहास किया करता था, परन्तु एक दिन उसने विचार-विमर्श में शामिल होकर बहुत से सवाल पूछे। जब उसे सब सवालों के तर्क-संगत जवाब मिले तो वह हैरान हुआ और इस नतीजे पर पहुँचा कि बाइबल परमेश्वर का वचन है। वह बाइबल ज्ञान में बढ़ता गया और आख़िरकार उसका बपतिस्मा हुआ। उसके हिन्दु पिता ने उसे घर से निकाल देने तक उसका विरोध किया। परन्तु, सच्चाई के लिए इस युवक द्वारा अपनायी हुई दृढ़ स्थिति के लिए उसे प्रतिफल मिला जब उसके दो सगे भाइयों और दो मित्रों ने सच्चाई को स्वीकार किया और बपतिस्मा लिया। उसका एक भाई अब भारत के शाखा दफ़तर में सेवा करता है।
▫ एक विद्यार्थी संगठक भी उस युवा गवाह के साथ विचार-विमर्श में शामिल हुआ। वह निरंतर धूम्रपान करनेवाला तथा अधिक पीनेवाला था। एक समय पर, उसने दो संगी विद्यार्थियों को पीटना चाहा था, जिन्होंने उस गवाह से सच्चाई सीखी थी। सच्चाई सीखने के कारण, उन्होंने कॉलेज हड़ताल में हिस्सा लेने से इन्कार किया था और उस विद्यार्थी द्वारा चलाए एक रक्त-संग्रह अभियान के दौरान उन्होंने रक्त दान नहीं दिया। यह युवक अब यहोवा का एक ज्योति-वहन करनेवाला गवाह बनकर ख़ुश है।
▫ कुल मिलाकर, जिस विद्यार्थी ने सबसे पहले अपने उजियाले को चमकाया, उसने अनौपचारिक रूप से गवाही देकर अपने १५ साथियों को समर्पित होने तथा बपतिस्मा लेने में सहायता की है।
यह आनन्द की बात है कि उस विशाल देश में इतने लोग परमेश्वर के नये संसार की बाइबल आशा को स्वीकार कर रहे हैं और उस विश्वव्यापी भाईचारे में शामिल हो रहे हैं जो यहोवा परमेश्वर अपने राज्य के अधीन सर्वदा रहने के लिए एकत्रित कर रहा है।