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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1996
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देखो निष्ठावान को!

“हे प्रभु, कौन तुझ से न डरेगा? और तेरे नाम की महिमा न करेगा? क्योंकि केवल तू ही पवित्र [“निष्ठावान,” NW] है।”—प्रकाशितवाक्य १५:४.

१. अपने पूर्वाधिकारी सी. टी. रसल की निष्ठा के बारे में जे. एफ. रदरफ़र्ड ने क्या प्रमाण दिया?

जोसॆफ़ एफ. रदरफ़र्ड ने १९१७ में वॉच टावर सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में सी. टी. रसल का स्थान लिया। उसने रसल की स्मारक सेवा में अपनी टिप्पणी यह कहते हुए शुरू की: “चार्ल्स टेज़ रसल परमेश्‍वर के प्रति निष्ठावान था, मसीह यीशु के प्रति निष्ठावान था, मसीहा के राज्य हेतु के प्रति निष्ठावान था। वह पूर्णतः निष्ठावान था—जी हाँ, मरते दम तक निष्ठावान था।” सचमुच, यह यहोवा परमेश्‍वर के एक वफ़ादार सेवक के लिए एक उत्तम श्रद्धांजलि थी। हम किसी भी व्यक्‍ति को यह कहने से बढ़कर कोई श्रद्धांजलि नहीं दे सकते कि वह निष्ठा की कसौटी पर खरा उतरा, कि वह निष्ठावान था—पूर्णतः निष्ठावान।

२, ३. (क) निष्ठा एक चुनौती क्यों प्रस्तुत करती है? (ख) निष्ठावान होने के सच्चे मसीहियों के प्रयास में उनके विरुद्ध और कौन तैनात हैं?

२ निष्ठा एक चुनौती प्रस्तुत करती है। क्यों? क्योंकि निष्ठा आत्म-हित से टकराती है। मसीहीजगत का पादरीवर्ग परमेश्‍वर के प्रति निष्ठाहीन जनों में से प्रमुख है। और, यह भी कि वैवाहिक सम्बन्ध में पहले कभी आज के जितनी व्याप्त निष्ठाहीनता नहीं थी। परस्त्रीगमन सर्वसामान्य है। निष्ठाहीनता व्यापार जगत में भी बहुत फैली हुई है। इस सम्बन्ध में हमसे कहा गया है: “अनेक प्रबन्धक और पेशेवर . . . मानते हैं कि आज केवल बुद्धू और भोले-भाले लोग ही अपनी कम्पनियों के प्रति निष्ठावान रहते हैं।” जो लोग “अति निष्ठावान” हैं उन्हें हीन दृष्टि से देखा जाता है। “आपकी प्रथम और एकमात्र निष्ठा अपने प्रति होनी चाहिए,” एक प्रबन्ध परामर्श और कार्यकारी तलाश संघ के अध्यक्ष ने इस प्रकार कहा। अपने प्रति निष्ठा की बात करना इस शब्द के अर्थ को भ्रष्ट करना है। यह हमें मीका ७:२ में कही गयी बात की याद दिलाता है: “भक्‍त [“निष्ठावान,” NW] लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं।”

३ इससे कहीं बड़े पैमाने पर, शैतान और उसके पिशाच हमारे विरुद्ध तैनात हैं, हमें परमेश्‍वर के प्रति निष्ठाहीन बनाने को दृढ़-संकल्प। इसीलिए इफिसियों ६:१२ में मसीहियों को कहा गया है: “हमारा यह मल्लयुद्ध, लोहू और मांस से नहीं, परन्तु प्रधानों से और अधिकारियों से, और इस संसार के अन्धकार के हाकिमों से, और उस दुष्टता की आत्मिक सेनाओं से है जो आकाश में हैं।” जी हाँ, हमें इस चेतावनी पर ध्यान देने की ज़रूरत है: “सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जनेवाले सिंह की नाईं इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए।”—१ पतरस ५:८.

४. कौन-सी प्रवृत्तियाँ निष्ठावान होना इतना कठिन बना देती हैं?

४ वे स्वार्थी प्रवृत्तियाँ भी निष्ठा को कठिन बना देती हैं जो हमने अपने माता-पिता से उत्तराधिकार में पायी हैं, जैसा उत्पत्ति ८:२१ में उल्लिखित है: “मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्‍न होता है सो बुरा ही होता है”—और स्वार्थी होता है। हम सभी को वह समस्या है जो प्रेरित पौलुस ने स्वीकार किया कि उसको थी: “जिस अच्छे काम की मैं इच्छा करता हूं, वह तो नहीं करता, परन्तु जिस बुराई की इच्छा नहीं करता, वही किया करता हूं।”—रोमियों ७:१९.

निष्ठा एक विशेष वस्तु है

५, ६. इस बारे में क्या कहा जा सकता है कि निष्ठा क्या है, और इसे कैसे परिभाषित किया गया है?

५ “निष्ठा” एक विशेष शब्द है। अतः शास्त्रवचनों पर अंतर्दृष्टि (अंग्रेज़ी) कहती है: “प्रतीत होता है कि ऐसे कोई शब्द नहीं हैं जो इब्रानी और यूनानी शब्दों का ठीक तरह से पूरा अर्थ व्यक्‍त करते हैं, लेकिन ‘निष्ठा’ को, जिसमें भक्‍ति और वफ़ादारी का विचार सम्मिलित है, जब परमेश्‍वर और उसकी सेवा के सम्बन्ध में प्रयोग किया जाता है, तब अर्थ लगभग व्यक्‍त हो जाता है।”a “निष्ठा” के सम्बन्ध में प्रहरीदुर्ग ने एक बार कहा: “वफ़ादारी, कर्तव्य, प्रेम, बाध्यता, भक्‍ति। इन शब्दों में कौन-सी बात सामान्य है? ये निष्ठा के विभिन्‍न पहलू हैं।” जी हाँ, अनेकों-अनेक सद्‌गुण हैं जो असल में निष्ठा के विभिन्‍न पहलू हैं। यह वास्तव में उल्लेखनीय है कि शास्त्र में कितनी ही बार निष्ठा और धार्मिकता को जोड़ा गया है।

६ निम्नलिखित परिभाषाएँ भी सहायक हैं: ‘निष्ठा एक जारी पक्की वफ़ादारी और भक्‍ति को सूचित कर सकती है, जो विचलित अथवा प्रलोभित होने से सुरक्षित है।’ ‘निष्ठा का अभिप्राय है अपने दिए हुए वचन का पालन या उस संस्थान अथवा सिद्धान्तों के प्रति जारी भक्‍ति जिसके प्रति व्यक्‍ति अपने आपको नैतिक रूप से बाध्य महसूस करता है; यह पद न सिर्फ़ समर्थन को बल्कि फुसला-मनाकर उस समर्थन से दूर किए जाने के विरोध को भी सूचित करता है।’ अतः, जो लोग परीक्षाओं, विरोध, और सताहट के बावजूद वफ़ादार रहते हैं वे “निष्ठावान” कहलाने के योग्य हैं।

७. निष्ठा और वफ़ादारी के बीच क्या भेद किया जा सकता है?

७ लेकिन इस सम्बन्ध में, वह भेद सचित्रित करना शायद उचित हो जो निष्ठा और वफ़ादारी के बीच किया जा सकता है। पश्‍चिमी अमरीका में एक गरम पानी का सोता है जो लगभग हर घंटे बाद फूटता है। वह इतना नियमित है कि उसे ‘पुराना वफ़ादार’ कहा गया है। बाइबल चाँद जैसी निर्जीव वस्तु के बारे में कहती है कि वह वफ़ादार है, क्योंकि वह विश्‍वसनीय है। भजन ८९:३७ चाँद के बारे में कहता है कि वह ‘आकाशमण्डल में विश्‍वासयोग्य साक्षी’ है। परमेश्‍वर के वचनों को विश्‍वासयोग्य कहा गया है। प्रकाशितवाक्य २१:५ कहता है: “जो सिंहासन पर बैठा था, उस ने कहा, कि देख, मैं सब कुछ नया कर देता हूं: फिर उस ने कहा, कि लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्‍वास के योग्य और सत्य हैं।” ये सब वफ़ादार, विश्‍वसनीय हैं, लेकिन वे किसी लगाव या नैतिक गुणों के सक्षम नहीं हैं, जैसे कि निष्ठा।

यहोवा, परम निष्ठावान जन

८. कौन-सा शास्त्रीय प्रमाण निष्ठा के सर्वोत्तम उदाहरण की पहचान कराता है?

८ बिना किसी संदेह के, यहोवा परमेश्‍वर निष्ठा का सर्वोत्तम उदाहरण है। यहोवा मानवजाति के प्रति निष्ठावान रहा है, यहाँ तक कि उसने अपना पुत्र दे दिया ताकि मनुष्य अनन्त जीवन पा सकें। (यूहन्‍ना ३:१६) यिर्मयाह ३:१२ में हम पढ़ते हैं: “यहोवा की यह वाणी है, हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ, मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूंगा, क्योंकि . . . मैं करुणामय [“निष्ठावान,” NW] हूं।” प्रकाशितवाक्य १६:५ (NW) में अभिलिखित शब्द यहोवा की निष्ठा की अतिरिक्‍त पुष्टि करते हैं: “तू हे निष्ठावान जन, जो है और जो था, धर्मी है।” और फिर भजन १४५:१७ में हमसे कहा गया है: “यहोवा अपनी सब गति में धर्मी और अपने सब कामों में करुणामय [“निष्ठावान,” NW] है।” असल में, यहोवा अपनी निष्ठा में इतना उल्लेखनीय है कि प्रकाशितवाक्य १५:४ कहता है: “हे प्रभु, कौन तुझ से न डरेगा? और तेरे नाम की महिमा न करेगा? क्योंकि केवल तू ही पवित्र [“निष्ठावान,” NW] है।” यहोवा परमेश्‍वर परम सीमा तक निष्ठावान है।

९, १०. इस्राएल जाति के साथ अपने व्यवहार में यहोवा ने निष्ठा का क्या रिकॉर्ड बनाया?

९ ख़ासकर इस्राएल जाति के इतिहास में अपने लोगों के प्रति यहोवा की निष्ठा का प्रचुर प्रमाण है। न्यायियों के दिनों में, इस्राएल बार-बार सच्ची उपासना से दूर हो गया, लेकिन यहोवा बार-बार खेदित हुआ और उनको बचाया। (न्यायियों २:१५-२२) उन पाँचों शताब्दियों के दौरान जब इस्राएल में राजा थे, यहोवा ने उस जाति के प्रति अपनी निष्ठा दिखायी।

१० यहोवा की निष्ठा ने उसे अपने लोगों के साथ धैर्यपूर्ण होने के लिए प्रेरित किया, जैसे २ इतिहास ३६:१५, १६ (NHT) में बताया गया है: “उनके पूर्वजों के परमेश्‍वर यहोवा ने बार-बार अपने सन्देशवाहकों के द्वारा उन्हें सन्देश दिया, क्योंकि उसे अपनी प्रजा और अपने निवास पर तरस आता था। परन्तु वे परमेश्‍वर के सन्देशवाहकों का निरन्तर ठट्ठा करते, उसके वचनों से घृणा करते, और उसके नबियों की हंसी उड़ाते थे जब तक कि यहोवा का कोप अपनी प्रजा पर ऐसा भड़क न उठा कि उसका कोई उपचार न रह गया।”

११. यहोवा की निष्ठा हमें क्या आश्‍वासन या सांत्वना देती है?

११ क्योंकि यहोवा अत्यधिक निष्ठावान है, प्रेरित पौलुस लिख सका, जैसा रोमियों ८:३८, ३९ में अभिलिखित है: “मैं निश्‍चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई, न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्‍वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी।” जी हाँ, यहोवा हमें आश्‍वस्त करता है: “मैं तुझे कभी न छोड़ूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।” (इब्रानियों १३:५) सचमुच, यह जानना एक सांत्वना है कि यहोवा परमेश्‍वर हमेशा निष्ठावान है!

यीशु मसीह, निष्ठावान पुत्र

१२, १३. परमेश्‍वर के पुत्र की निष्ठा के बारे में हमारे पास क्या प्रमाण है?

१२ निष्ठा की कसौटी पर खरा उतरने में पूर्ण रूप से यहोवा की नक़ल करनेवाला व्यक्‍ति यीशु मसीह था और है। उचित ही प्रेरित पतरस प्रेरितों २:२७ में भजन १६:९ को उद्धृत करके उसे यीशु मसीह पर लागू कर सका: “तू मेरे प्राणों को अधोलोक में न छोड़ेगा; और न अपने पवित्र [“निष्ठावान,” NW] जन को सड़ने ही देगा!” यीशु मसीह को योग्य रीति से “निष्ठावान जन” कहा गया है। वह पूरी तरह से अपने पिता के और परमेश्‍वर के प्रतिज्ञात राज्य के प्रति निष्ठावान है। शैतान ने पहले प्रलोभन, आत्म-हित को छूने के द्वारा यीशु की खराई तोड़नी चाही। उसमें असफल होने पर, इब्‌लीस ने सताहट का सहारा लिया, और अंततः वध-स्तंभ पर यीशु की मृत्यु करवायी। यीशु अपने स्वर्गीय पिता, यहोवा परमेश्‍वर के प्रति अपनी निष्ठा से कभी नहीं डिगा।—मत्ती ४:१-११.

१३ मत्ती २८:२० मे अभिलिखित प्रतिज्ञा के सामंजस्य में यीशु मसीह अपने अनुयायियों के प्रति निष्ठावान रहा है: “देखो, मैं जगत के अन्त तक सदैव तुम्हारे संग हूं।” उस प्रतिज्ञा की पूर्ति में, वह सा.यु. ३३ के पिन्तेकुस्त से वर्तमान समय तक निष्ठापूर्वक अपनी कलीसिया की अगुवाई कर रहा है।

अपरिपूर्ण मनुष्य जो निष्ठावान थे

१४. अय्यूब ने निष्ठा का कैसा उदाहरण रखा?

१४ अब, अपरिपूर्ण मनुष्यों के बारे में क्या? क्या वे परमेश्‍वर के प्रति निष्ठावान हो सकते हैं? हमारे पास अय्यूब का उल्लेखनीय किस्सा है। शैतान ने उसके किस्से में वाद-विषय को एकदम स्पष्ट कर दिया। क्या अय्यूब यहोवा परमेश्‍वर के प्रति निष्ठावान था, या क्या वह केवल आत्म-हित के कारण उसकी सेवा कर रहा था? शैतान ने डींग मारी कि वह अय्यूब के लिए मुसीबत खड़ी करके अय्यूब को यहोवा से दूर कर सकता था। जब अय्यूब अपनी सारी सम्पत्ति, अपने सारे बच्चे, और यहाँ तक कि अपना स्वास्थ्य खो चुका था, तब उसकी पत्नी ने उससे आग्रह किया: “परमेश्‍वर की निन्दा कर, और चाहे मर जाए तो मर जा।” लेकिन अय्यूब निष्ठावान था, क्योंकि उसने उससे कहा: “तू एक मूढ़ स्त्री की सी बातें करती है, क्या हम जो परमेश्‍वर के हाथ से सुख लेते हैं, दुःख न लें? इन सब बातों में भी अय्यूब ने अपने मुंह से कोई पाप नहीं किया।” (अय्यूब २:९, १०) असल में, अपने भावी सांत्वना देनेवालों से अय्यूब ने कहा: “चाहे वह [परमेश्‍वर] मुझे घात करे, फिर भी मैं उसमें आशा रखूंगा।” (अय्यूब १३:१५, NHT) इसमें कोई आश्‍चर्य नहीं कि अय्यूब को यहोवा का अनुमोदन प्राप्त हुआ! अतः, यहोवा ने तेमानी एलीपज से कहा: “मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है, क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है, वैसी तुम लोगों ने नहीं कही।”—अय्यूब ४२:७, १०-१६; याकूब ५:११.

१५. यहोवा परमेश्‍वर के अनेक सेवकों की निष्ठा के बारे में हमारे पास क्या शास्त्रीय प्रमाण है?

१५ इब्रानियों अध्याय ११ में वर्णित सभी विश्‍वासी पुरुषों और स्त्रियों को निष्ठावान जन कहा जा सकता है। वे दबावों के अधीन न केवल वफ़ादार थे बल्कि निष्ठावान भी थे। अतः, हम उनके बारे में पढ़ते हैं जिन्हों “ने विश्‍वास ही के द्वारा . . . सिंहों के मुंह बन्द किए। आग की ज्वाला को ठंडा किया; तलवार की धार से बच निकले, . . . कई एक ठट्ठों में उड़ाए जाने; और कोड़े खाने; बरन बान्धे जाने; और कैद में पड़ने के द्वारा परखे गए। पत्थरवाह किए गए; आरे से चीरे गए; उन की परीक्षा की गई; तलवार से मारे गए; वे कंगाली में और क्लेश में और दुख भोगते हुए भेड़ों और बकरियों की खालें ओढ़े हुए, इधर उधर मारे मारे फिरे।”—इब्रानियों ११:३३-३७.

१६. प्रेरित पौलुस ने निष्ठा का कैसा उदाहरण रखा?

१६ मसीही यूनानी शास्त्र प्रेरित पौलुस का भी उत्कृष्ट उदाहरण प्रदान करता है। वह अपनी सेवकाई के सम्बन्ध में थिस्सलुनीके के मसीहियों को उचित ही कह सका: “तुम आप ही गवाह हो: और परमेश्‍वर भी, कि तुम्हारे बीच में जो विश्‍वास रखते हो हम कैसी पवित्रता [“निष्ठा,” NW] और धार्मिकता और निर्दोषता से रहे।” (१ थिस्सलुनीकियों २:१०) हमारे पास २ कुरिन्थियों ६:४, ५ में अभिलिखित उसके शब्दों में पौलुस की निष्ठा का और भी प्रमाण है, जहाँ हम पढ़ते हैं: “[हम] हर बात से परमेश्‍वर के सेवकों की नाईं अपने सद्‌गुणों को प्रगट करते हैं, बड़े धैर्य से, क्लेशों से, दरिद्रता से, संकटों से। कोड़े खाने से, कैद होने से, हुल्लड़ों से, परिश्रम से, जागते रहने से, उपवास करने से।” यह सब इस बात का प्रमाण देता है कि प्रेरित पौलुस में आत्म-सम्मान था क्योंकि वह निष्ठावान था।

आधुनिक समय में निष्ठावान जन

१७. जे. एफ. रदरफ़र्ड के कौन-से शब्दों ने निष्ठावान होने का उसका दृढ़-संकल्प दिखाया?

१७ आधुनिक समय में, हमारे पास वह उत्तम उदाहरण है जिस पर हमारी प्रस्तावना में विचार किया जा चुका है। ध्यान दीजिए कि पुस्तक ‘शान्ति के राजकुमार’ के अधीन विश्‍वव्यापी सुरक्षा (अंग्रेजी) में, पृष्ठ १४६ पर “क़ैद के समय में निष्ठा” उपशीर्षक के नीचे क्या बताया गया है। वहाँ कहा गया है: “अपनी क़ैद के समय में यहोवा के संगठन के प्रति निष्ठा दिखाते हुए, वॉच टावर सोसाइटी के अध्यक्ष, जोसॆफ़ एफ. रदरफ़र्ड ने दिसम्बर २५, १९१८ को यह लिखा: ‘क्योंकि मैं ने बाबुल के साथ समझौता करने से इनकार कर दिया, परन्तु वफ़ादारी से अपने प्रभु की सेवा करने की कोशिश की, मैं क़ैद में हूँ, जिसके लिए मैं कृतज्ञ हूँ। . . . मैं समझौता करने या पशु के आगे झुकने और मुक्‍त होने और सारे संसार की प्रशंसा पाने से कहीं ज़्यादा परमेश्‍वर का अनुमोदन पाना और क़ैद में रहना पसन्द करता।’”b

१८, १९. आधुनिक समय में हमारे पास निष्ठा के कौन-से उत्कृष्ट उदाहरण हैं?

१८ हमारे पास अनेक अन्य मसीहियों की निष्ठा के उत्कृष्ट उदाहरण हैं जिन्होंने सताहट सही है। ऐसे निष्ठावान व्यक्‍तियों में नात्सी शासन के दौरान यहोवा के जर्मन साक्षी हैं, जैसा वीडियो बैंजनी त्रिकोण (अंग्रेज़ी) में दिखाया गया है, जिसका अंग्रेज़ी भाषा में व्यापक वितरण हुआ है। अनेक निष्ठावान अफ्रीकी यहोवा के साक्षी भी उल्लेखनीय हैं, जैसे मलावी के साक्षी। वहाँ, एक क़ैदख़ाने के पहरेदार ने साक्षियों की निष्ठा की पुष्टि की, उसने कहा: “वे कभी समझौता नहीं करेंगे। वे केवल बढ़ते हैं।”

१९ यह हो नहीं सकता  कि व्यक्‍ति हाल की यहोवा  के साक्षियों की वार्षिकियाँ (अंग्रेज़ी)  पढ़कर यूनान, मोज़म्बीक, और पोलैंड जैसे स्थानों में सच्चे मसीहियों द्वारा दिखायी गयी निष्ठा से प्रभावित न हो। उनमें से अनेकों ने अत्यधिक यातना सही; दूसरों की हत्या कर दी गयी। वार्षिकी १९९२ का पृष्ठ १७७ इथियोपिया में नौ मसीही पुरुषों की तस्वीरें दिखाता है जो हत्या किए जाने की हद तक निष्ठा की कसौटी पर खरे उतरे। यहोवा के साक्षी होने के नाते, क्या हम प्रसन्‍न नहीं हैं कि हमारे पास इतने सारे उत्तम उदाहरण हैं जो हमें निष्ठा की कसौटी पर खरे उतरने के लिए उस्काते हैं?

२०. यदि हम निष्ठावान रहते हैं, तो परिणाम क्या होता है?

२० निष्ठापूर्वक प्रलोभनों और दबावों का विरोध करने के द्वारा, हम अपना आत्म-सम्मान बढ़ाते हैं। तो फिर, निष्ठा के वाद-विषय में हम किसकी ओर पाए जाना चाहते हैं? निष्ठा की कसौटी पर खरा उतरने के द्वारा, हम वाद-विषय में यहोवा परमेश्‍वर का पक्ष लेते हैं और शैतान अर्थात इब्‌लीस को धूर्त, महा झूठा साबित करते हैं जो कि वह है! इस प्रकार हम अपने बनानेवाले, यहोवा परमेश्‍वर का अनुमोदन और सुख में अनन्त जीवन का प्रतिफल प्राप्त करते हैं। (भजन ३७:२९; १४४:१५ख) निष्ठा की कसौटी पर खरा उतरने के लिए किस बात की ज़रूरत है उस पर अगले लेख में चर्चा की जाएगी।

[फुटनोट]

a वॉचटावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित दो-खंडीय बाइबल कोश।

b वॉचटावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित।

आप कैसे उत्तर देंगे?

◻ निष्ठावान होना एक चुनौती क्यों प्रस्तुत करता है?

◻ यह क्यों कहा जा सकता है कि “निष्ठा” एक अति विशेष शब्द है?

◻ हमारे पास अपरिपूर्ण मनुष्यों के कौन-से शास्त्रीय उदाहरण हैं जो निष्ठावान थे?

◻ हमारे पास निष्ठा के कौन-से उत्तम आधुनिक-दिन उदाहरण हैं?

[पेज 11 पर तसवीरें]

चार्ल्स टेज़ रसल

[पेज 12 पर तसवीरें]

यीशु सचमुच यहोवा का “निष्ठावान जन” था

[पेज 13 पर तसवीरें]

अपरिपूर्ण होने के बावजूद, अय्यूब परमेश्‍वर के प्रति निष्ठावान साबित हुआ

[पेज 14 पर तसवीरें]

पौलुस ने यहोवा के प्रति निष्ठा का एक उत्तम उदाहरण रखा

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