राज्य उद्घोषक रिपोर्ट करते हैं
क्यूबा में ‘गतिविधि की ओर ले जानेवाला एक बड़ा द्वार खोला गया है’
प्रेरित पौलुस परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार का एक उल्लेखनीय प्रचारक था। उसने आज्ञाकारी मानवजाति के लिए अनन्त जीवन की सृष्टिकर्ता की प्रतिज्ञाएँ दूसरों के साथ बाँटने के लिए हर अवसर का प्रयोग किया। प्राचीन इफिसुस की यात्रा करते समय, पौलुस ने नयी परिस्थितियाँ देखीं जो उसे और भी अधिक लोगों की मदद करने में समर्थ करतीं। उसने कहा: ‘मैं इफिसुस में रुक रहा हूँ क्योंकि गतिविधि की ओर ले जानेवाला एक बड़ा द्वार मेरे लिए खोला गया है।’—१ कुरिन्थियों १६:८, ९, NW.
क्यूबा में भी यहोवा के साक्षी अपने आपको नयी परिस्थितियों में पाते हैं। हालाँकि अभी तक आधिकारिक रूप से रजिस्टर्ड नहीं हैं, साक्षी अब अपनी बाइबल आशा खुलकर संगी देशवासियों के साथ बाँटने में समर्थ हैं। हाल ही में क्यूबा की सरकार ने विभिन्न धार्मिक समूहों को निर्बाध रूप से कार्य करने देने के बारे में गहरी दिलचस्पी व्यक्त की। राष्ट्रपति कास्त्रो ने सार्वजनिक रूप से यहोवा के साक्षियों का उल्लेख एक ऐसे धार्मिक समूह के रूप में किया है जिसके साथ अब क्यूबा की सरकार बेहतर सम्बन्ध का आनन्द लेती है।
इस नयी स्थिति ने साक्षियों के लिए “गतिविधि की ओर ले जानेवाला एक बड़ा द्वार” खोल दिया है। उदाहरण के लिए, हाल ही में यहोवा के साक्षियों ने क्यूबा में एक कार्यालय खोला है, जो उन्हें उस देश में अपने प्रचार कार्य को चलाने में मदद देता है। ६५,००० से अधिक साक्षी बाइबल का अध्ययन करने और उसे समझने में लोगों की मदद कर रहे हैं। वे बाइबल साहित्य का प्रयोग करते हैं, जैसे प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। अनेक धर्मी मनोभाव के क्यूबावासी यहोवा के साक्षियों के साथ बाइबल का अध्ययन करने से लाभ उठा रहे हैं।
साक्षी पूरे द्वीप में छोटे-छोटे समूहों में नियमित सभाओं का आयोजन भी कर रहे हैं। कभी-कभी वे लगभग १५० के समूहों में बड़े सम्मेलनों को आयोजित करने के सुअवसर का भी आनन्द लेते हैं। वे क्यूबा के अधिकारियों से प्राप्त अनुमति का सचमुच मूल्यांकन करते हैं, जो उन्हें अपने आध्यात्मिक भाई-बहनों के साथ एकत्रित होने, परमेश्वर का स्तुतिगान करने, और एकसाथ प्रार्थना करने का अवसर देती है।
हाल ही में “ईश्वरीय भय” ज़िला अधिवेशन मात्र तीन सप्ताहांतों के दौरान १,००० से अधिक बार आयोजित किया गया। एक रिपोर्ट बताती है कि हर अधिवेशन में “क्रम, अनुशासन, और शान्ति” प्रत्यक्ष थी। अधिकारियों ने साक्षियों को इस बात के लिए बधाई दी।
संसार-भर में, असली मसीही अपनी इस परमेश्वर-प्रदत्त आज्ञा को पूरा करने का प्रयास करते हैं कि परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार का प्रचार करें। साथ ही, वे सरकारी अधिकारियों के साथ एक शान्तिपूर्ण सम्बन्ध बनाए रखने का प्रयास करते हैं। (तीतुस ३:१) यहोवा के साक्षी प्रेरित पौलुस की सलाह को मानते हैं, जिसने लिखा: “अब मैं सब से पहिले यह उपदेश देता हूं, कि बिनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद, सब मनुष्यों के लिये किए जाएं। राजाओं और सब ऊंचे पदवालों के निमित्त इसलिये कि हम विश्राम और चैन के साथ सारी भक्ति और गम्भीरता से जीवन बिताएं।”—१ तीमुथियुस २:१, २.