क्या स्वर्गदूत आपकी देखभाल करते हैं?
क्या आप भी कई लोगों की तरह यह मानते हैं कि आपकी देखभाल के लिए कोई खास स्वर्गदूत ठहराया गया है? पश्चिमी कनाडा में रहनेवाली एक औरत के बारे में कहा जाता है कि उसके पास स्वर्गदूतों से मिलाने का एक खास वरदान है। वह दावा करती है कि अगर आप उसे अपना पूरा नाम बताएँ और साथ में २०० डॉलर दें तो वह आपकी देखभाल करनेवाले स्वर्गदूत से आपका संपर्क करवा देगी। पहले वह मोमबत्ती की लौ पर नज़र गढ़ाकर ध्यान लगाती है। इसके बाद उसे आपका स्वर्गदूत दिखाई देता है जो आपके लिए एक संदेश देता है। यह महिला बोनस के तौर पर लोगों को एक तस्वीर बनाकर दिखाती है कि उनका स्वर्गदूत कैसा दिखता है।
कुछ लोगों को यह बात फ्रांसीसी राजा लूई lX की कहानी की तरह लग सकती है। माना जाता है कि उसने प्रधान स्वर्गदूत मीकाइल के गिरे हुए कुछ पंखों को बहुत बड़ी रकम देकर खरीदा था। इस कहानी पर तो लोग शक करते हैं मगर उस कनेडियन औरत के दावे पर लोग झट से एतबार कर लेते हैं।
लोगों पर स्वर्गदूतों का जुनून
पिछले कुछ सालों में लोग स्वर्गदूतों के बारे में कुछ ज़्यादा ही दिलचस्पी लेने लगे हैं। टीवी पर, फिल्मों में, किताबों में, मैगज़ीन और अखबारों में स्वर्गदूतों के बारे में ऐसा बताया जाता है कि वे गंभीर रूप से बीमार लोगों को दिलासा देते हैं, किसी की मौत के गम में डूबे आदमी को तसल्ली देते हैं, बुद्धि देते हैं, तो कभी लोगों को मौत के मुँह में जाने से बचा लेते हैं। अमरीका में २ करोड़ लोग टीवी पर हर सप्ताह आनेवाला एक सीरियल देखते हैं, जिसमें दिखाया जाता है कि किस तरह लोगों की ज़िंदगी में स्वर्गदूतों ने मदद की। एक बुक-स्टोर में तो स्वर्गदूतों पर ४०० से अधिक किताबें हैं।
कुछ समय पहले एक किताब प्रकाशित हुई थी जिसमें अनुभव बताए गए थे कि कैसे जंग के मैदान में स्वर्गदूतों ने सैनिकों की जानें बचाईं। ड्राइवर अपनी मोटर-गाड़ियों पर बम्पर-स्टिकर चिपकाते हैं जिनमें लिखा होता है कि स्वर्गदूत ड्राइवरों की रक्षा करते हैं। कई संगठन, सम्मेलन, और सेमिनार लोगों को स्वर्गदूतों का अध्ययन करने के लिए बढ़ावा देते हैं और कहा जाता है कि वे स्वर्गदूतों से बात करने में लोगों को मदद करते हैं।
आइलीन फ्रीमैन एक लेखिका है। उसने स्वर्गदूतों पर तीन किताबें लिखी हैं, साथ ही वह एक ऐसी पत्रिका की पब्लिशर है जो खासतौर पर स्वर्गदूतों के बारे में ही विषय छापती है। वह दावा करती है: “मेरा विश्वास है कि स्वर्ग में जितने स्वर्गदूत हैं पृथ्वी पर भी उतने ही स्वर्गदूत हैं। दरअसल स्वर्गदूतों का काम सिर्फ स्वर्ग में परमेश्वर की स्तुति करना नहीं है बल्कि ज़मीन पर इंसानों और अन्य प्राणियों की देखभाल करना भी है। मैं यह मानती हूँ कि हम में से हर एक इंसान के लिए, जब वह गर्भ में पड़ता है, तभी से उसकी देखभाल के लिए एक खास स्वर्गदूत को ठहरा दिया जाता है। यह स्वर्गदूत गर्भ में हमारे विकास के समय, हमारे जन्म के वक्त, इस ज़मीन पर हमारी ज़िंदगी के दौरान, साथ ही तब तक देखभाल करता है जब तक कि वह हमें इस दुनिया की कैद से छुड़ाकर स्वर्ग की महिमा तक न ले जाए।” स्वर्गदूतों के बारे में बहुत-से लोगों की राय इस लेखिका की तरह ही है।
आजकल के तनाव और मुसीबतों के माहौल में, इस बात पर यकीन करने से शायद सुकून मिले कि हमारी देखभाल के लिए कोई खास स्वर्गदूत है और जिसका यह फर्ज़ है कि हमारी हिफाज़त करे। मगर इस विषय पर परमेश्वर का वचन यानी बाइबल क्या कहती है? क्या हमें स्वर्गदूतों से संपर्क करने की कोशिश करनी चाहिए? क्या वे हमारे नैतिक स्तरों, चाल-चलन और धार्मिक विश्वासों की परवाह करते हैं? हम उनसे किस तरह की मदद की उम्मीद कर सकते हैं? इन सवालों के जवाब अगले लेख में दिए जाएँगे।