परमेश्वर के वचन में विश्वास बढ़ाएँ
अगर कभी ऐसा वक़्त था जब दृढ़ विश्वास की ज़रूरत थी, वह अब है। अनेक लोगों में विश्वास ही नहीं और न ही भविष्य के लिए कोई उम्मीद है। धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने इतनी बार झूठी आशाओं को उभारा है कि अनेक लोग खुले आम हताश होते हैं। सचमुच, जैसे प्रेरित पौलुस ने समझाया, “विश्वास हर एक की सम्पत्ति नहीं।” (२ थिस्स. ३:२, NW) लेकिन, विश्वास यहोवा के गवाहों की सम्पत्ति है। हमें पूरा यक़ीन है कि परमेश्वर के वचन में पाए वादे पूरा होंगे।
२ दृढ़ विश्वास से यहोवा के गवाह अन्य लोगों से भिन्न होने के तौर से स्पष्ट दिखाई देते हैं। यह उमदा कामों को प्रेरित करता है जिसका फ़ायदा हमें और दूसरों को मिलता है, साथ ही परमेश्वर को आदर लाता है। परमेश्वर के वचन को हमारी ज़िंदगी में एक प्रेरक शक्ति होने देने का नतीजा ऐसा विश्वास है। असली मसीहियों का मौजूदा अंतरराष्ट्रीय भाईचारा परमेश्वर के उत्प्रेरित वचन के रूप में बाइबल में विश्वास बढ़ाने की क़ीमत प्रदर्शित करता है।—२ तीम. ३:१६.
३ क्यों दूसरों को विश्वास बढ़ाने की मदद करें: चूँकि अनेक जानें ख़तरे में हैं, दूसरों को उनका विश्वास बढ़ाने की मदद करने के लिए हमें ठोस कारण है। इसे मन में रखकर, जुलाई के दौरान हम द बाइबल—गॉड्स् वर्ड ऑर मॅन्ज़? किताब क्षेत्र में पेश करनेवाले हैं। इस किताब का उद्देश्य लोगों को यह समझने की मदद करना है कि बाइबल परमेश्वर का वचन है। यह परमेश्वर के वचन के खिलाफ़ लगाए गए झूठे इलज़ामों पर विचार और खण्डन करती है। वह ऐसे अनेक सवालों का संतोषजनक जवाब देती है, जैसे: क्या बाइबल अवैज्ञानिक है? क्या वह खुद का खण्डन करती है? क्या वह सिर्फ़ काल्पनिक कथा या आख्यान है? क्या बाइबल में बताए गए चमत्कार असल में हुए थे? क्या पुरातत्व ने बाइबल की ऐतिहासिक यथार्थता को असत्य प्रमाणित किया है? इसके अतिरिक्त, यह प्रकाशन बाइबल की उत्प्रेरणा के अनेक उत्तम सबूतों को प्रस्तुत करता है। यह बाइबल की अचूक भविष्यवाणी और उसकी अद्भुत समस्त संगति की तरफ़ ध्यान आकर्षित करती है।
४ बाइबल की गहरी व्यावहारिक बुद्धि और लोगों को भलाई के लिए बदलने की उसकी शक्ति उस सबूत का सिर्फ़ एक हिस्सा है जो सिद्ध करता है कि बाइबल परमेश्वर का वचन है। हम लोगों को इस सबूत के बारे में सीखाने की मदद के लिए ज़िम्मेदार हैं। ऐसा करने के लिए हमें पहले उन्हें बाइबल क्या कहती है उस पर विश्वास करने की शिक्षा देना चाहिए। इस प्रकार हम उनके पास तुरन्त लौटना चाहेंगे जिनके पास हम ने साहित्य छोड़ा है और उन्हें विश्वास बढ़ाने के लिए गृह बाइबल अध्ययन का प्रस्ताव रखेंगे।
५ विश्वास बढ़ाने में किताब मददगार है: सबूत का ईमानदारी से मूल्य निर्धारण करने पर, कोई भी सच्चा व्यक्ति यह स्वीकार करने में चूक नहीं सकता कि बाइबल परमेश्वर का वचन है। यह किताब उस में से अधिकांश सबूत को एक आसानी से पाए जा सकनेवाले रूप में प्रस्तुत करती है। हम दूसरों को बाइबल परमेश्वर का वचन होने के तौर से स्वीकार करने और उसकी उत्प्रेरित सलाह पर चलने का प्रोत्साहन देना चाहते हैं। जो ऐसा करते हैं भजनकार की हार्दिक प्रार्थना को ख़ुशी से दुहराएँगे: “देख, मैं तेरे नियमों से कैसी प्रीति रखता हूँ। हे यहोवा, अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला। तेरा सारा वचन सत्य ही है, और तेरा एक एक धर्ममय नियम सदा काल तक अटल है।”—भजन. ११९:१५९, १६०.
६ अपने वचन, बाइबल, के ज़रिये यहोवा उन सब को प्रेममय निर्देशन देते हैं जो “भारी क्लेश” में उनके पथानुसार उन से रक्षा पाना चाहते हैं। (मत्ती २४:२१) हम जुलाई के दौरान द बाइबल—गॉड्स् वर्ड ऑर मॅन्ज़? किताब १२ रुपए के अंशदान के लिए पेश करके दूसरों को परमेश्वर का वचन पढ़ने और अध्ययन करने का प्रोत्साहन दे सकते हैं।