बाइबल अध्ययन शुरु करने में सचेत रहें
गृह बाइबल अध्ययन शुरु करने और उन्हें संचालित करना यहोवा के गवाहों के रूप में हमारी ज़िम्मेदारी का एक भाग है। (मत्ती २८:१९, २०) इसलिए क्या आप यह करने में परमेश्वर के संगी सेवकों में एक होंगे? (१ कुरि. ३:९) इस विश्व के सबसे श्रेष्ठ व्यक्ति के बारे में दूसरों को समझाने में मदद देना क्या ही एक विशेषाधिकार है!
२ शीघ्र बदलनेवाली विश्व घटनाओं से सम्बन्धित इतनी सारी समस्याओं के कारण, कई सच्चे दिलवाले जवाबों की तलाश में हैं कि यह सब क्यों हो रहा है। बहुत समय पहले ही यहोवा ने उनके प्रश्नों के उत्तर दिए थे। जब निष्कपट लोगों को परमेश्वर के वचन में शिक्षा दी जाती है, उन्हें सान्तवना मिलती है। इसलिए हमें बाइबल अध्ययन शुरु करने के अवसरों की ओर सचेत रहना है।—नीति. ३:२७.
अवसरों की ओर सेचत रहो
३ क्या आपने एक निकट सम्बन्धी या परिचित व्यक्ति के साथ बाइबल अध्ययन शुरु करने की बात पर विचार किया है? उनसे परिचित होने के कारण, यह विषय उनसे चर्चा करने का एक उचित समय चुनने में विवेक उपयोग करने के लिए आप योग्य होंगे। यह याद रखें कि एक सुविचारित प्रश्न या शब्द, अगर सही समय पर हो, तो सच्चाइ में उनकी रुचि जागृत कर सकता है। जब एक व्यक्ति की जिज्ञासा उत्तेजित की जाती है, बहुधा फलदायक चर्चा उत्पन्न होती है, और एक बाइबल अध्ययन शुरु हो जाती है।
४ ऐसे कई उदाहरण हैं, जब एक मसीही पति या पत्नी के उत्कृष्ट आचरण के कारण एक अविश्वासी को सत्य में आने के लिए रास्ता खुल गया। (१ पतरस ३:१, २) साधारणतः अविश्वासी साथी और अन्य अविश्वासी पारिवारिक सदस्य इस बात का मूल्यांकन करते हैं, जब मण्डली के सदस्य उनकी क़दर करते हैं और उन्हें आदर देते हैं। उन में व्यक्तिगत रुचि दिखाना, मैत्रिपूर्ण सम्बन्ध स्थापित करने में बहुत मदद देगी। उस पति या पत्नी या पारिवारिक सदस्य के साथ कार्य करने के द्वारा आप एक बाइबल अध्ययन स्थापित कर सकेंगे।
५ घर-घर की सेवकाई में भाग लेते वक्त, हम प्रारम्भिक भेंट में ही एक बाइबल अध्ययन शुरु करने की कोशिश कर सकते हैं। यह कैसे किया जा सकता है? कुछ प्रकाशकों ने ऐसा करने में तब सफलता पायी है, जब गृहस्वामी ऐसे प्रश्न पूछते हैं, जिनके उत्तर सीधा किसी प्रकाशन से दिया जा सकता है। अगर वह व्यक्ति साहित्य पढ़ने के लिए तैयार होता है, या वह हमें भीतर आमंत्रित करता है, हम चर्चा जारी रखने और शायद एक अध्ययन प्रदर्शित करने के लिए उस अवसर का लाभ उठा सकते हैं। कितनी देर तक प्रारम्भिक भेंट जारी रखना है, यह निर्णय करने के लिए अपना विवेक उपयोग करें। उसी दिन के कोई और समय या कोई और दिन चर्चा जारी रखने के लिए लौटना लाभदायक होगा। भावी भेंटों में, आप उसी विषय की चर्चा जारी रखना चाहेंगे, जो आपने पहली भेंट में शुरु की थी। या आप एक ऐसे प्रश्न की चर्चा कर सकते हैं, जिसे पिछली भेंट में उठाया गया था।
अनौपचारिक अवसर
६ गृह बाइबल अध्ययन शुरु करने के हमारे परिश्रम में, अनौपचारिक गवाही कार्य, एक और फलदायक मार्ग हो सकता है। हमारी दैनिक गतिविधियों के दौरान हम ऐसे कई व्यक्तियों से भेंट करते हैं जो अध्ययन करना चाहेंगे। प्रभावकारी होने में, हमारी मदद के लिए हम वार्तालाप शुरु करने के लिए रीज़निंग पुस्तक के कुछ परीक्षित प्रस्तावनाओं का उपयोग कर सकते हैं। प्रारम्भिक भेंट पर एक बाइबल अध्ययन का प्रस्ताव करने से पीछे नहीं हटिए, केवल इसलिए कि वह व्यक्ति कहीं और निवास करता है और हमें खुद अध्ययन संचालित करने का अवसर नहीं प्राप्त हो।
७ अनौपचारिक गवाही कार्य के अवसरों की ओर सचेत रहें, और ट्रैक्ट और पत्रिकाओं की एक अच्छी संख्या अपने पास रखते हुए तैयार रहें, जो कि सत्य में, सुननेवाले की रुचि बढ़ा सके। (सभो. ११:१) अगर एक व्यक्ति सत्य में रुचि दिखाता है और आपकी मण्डली के क्षेत्र में नहीं है, तब उसका पता और अन्य आवश्यक जानकारी प्राप्त करें और यह उस मण्डली को दें जहाँ वह रहता है ताकि कोई उस पर उचित रीति से ध्यान दे सकें।
८ शिष्य बनाने का कार्य केवल कुछों के लिए नहीं है। यह मण्डली के सभों के लिए है। यह बात मन में रखना कि शिष्य बनानेवाले बनना एक मसीही को दिया हुआ कार्य है, हम सभों को, बाइबल अध्ययन शुरु करने के अवसरों की ओर सचेत रहने के लिए प्रोत्सहित करेगा।