विशेष अधिवेशन यहोवा की आदर करते हैं।
वार्षिक सम्मेलन यहोवा के गवाहों को आनन्दमय मसीही साहचर्य के साथ आध्यात्मिक ताज़गी और प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। यहोवा के लोगों का बड़े समूहों में मिलकर आना, यहोवा के नाम को बताने और राज्य के सुसमाचार का प्रचार करने के लिए एक प्रभावकारी साधन के रूप में भी कार्य करते हैं।
२ सभी भाईयों के फ़ायदे के लिए, प्रत्येक वर्ष पृथ्वी-भर में नियमित ज़िला सम्मेलनों की व्यवस्था की जाती है। फिर कुछ क्षेत्रों में विशेष सम्मेलन संचालित किए जाते हैं। यह संस्था की अन्तर्राष्ट्रीय पहलू दिखाने और एक बेहतर गवाही देने का अवसर प्रदान करता है। १९८९ में पोलैंड में तीन विशेष अधिवेशन संचालित किए गए थे। इन विशेष सम्मेलनों के बारे में हमें जो रिपोर्ट मिली वह कितना रोमांचक था.
चुनी हुई प्रतिनिधि व्यवस्था
३ ऐसा एक विशेष अधिवेशन में उपस्थित रहने की इच्छा हज़ारों भाईयों को है। समय आने पर अधिक भाईयों को ऐसे एक अधिवेशन में उपस्थित रहना सम्भव हो जाएगा। किन्तु विशेष अधिवेशनों का उद्देश्य पूरा करने और सभी बातों को एक सुव्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए यह व्यवस्था की गयी है कि नियुक्त शाखाएं एक अमुक अधिवेशन के लिए प्रतिनिधियों की एक सीमित संख्या चुने। यह स्थानीय भाईयों के प्रोत्साहन के लिए और सभी प्रेक्षकों के सामने एक गवाही के लिए अन्तर्राष्ट्रीय भ्रातृत्व का एक संतुलित प्रतिनिधित्व प्रदान करता है। आवश्य, इसका अर्थ यह नहीं कि वे सभी जो आवेदन करते हैं और स्थानीय मण्डली की सेवकाई समिति द्वारा अनुशंसित किए गए हैं, प्रतिनिधियों के रूप में चुने जाएँगे। कुछों को चुने न जाने पर निराशा होगी, लेकिन हम समझते हैं कि सभी, ऐसी एक व्यवस्था के महत्त्वपूर्ण कारण समझेंगे।
४ ताकि एक अच्छी गवाही दी जा सके संस्था यह निवेदन करती है कि सभी उस व्यवस्था को सहयोग दे जो विशेष सम्मेलनों के लिए निश्चित की जाती है। अगर कुछ भाई, प्रतिनिधियों के रूप में चुने न जाने पर, एक विशेष अधिवेशन में उपस्थित रहने के लिए अपनी खुद की व्यवस्था करते हैं, यह समस्याओं को उत्पन्न करता है। चुने हुए राज्यों से एक विशेष सम्मेलन के लिए भेजे जानेवाले प्रतिनिधियों की संख्या, संस्था द्वारा निश्चित की जाती है। यह सम्मेलन की सहूलियतों में अतिसंकुलता से बचने के लिए आवश्यक है। अगर उस सम्मेलन स्थल पर अधिक कर लगाया गया, यह सम्मेलन के निर्विघ्न संचालन में बाधा डालेगा और स्थानीय अधिकारियों पर एक अनुकूल प्रभाव नहीं होगा।
५ चुने हुए प्रतिनिधियों को यह बात मन में रखना चाहिए कि सम्मेलन में, वे राज्य हितों को बढ़ाने के लिए उपस्थित होते हैं। यह उद्देश्य अधिक आसानी से पूरा किया जाता है, जब सभी प्रतिनिधि, संस्था द्वारा की गयी यात्रा और अन्य व्यवस्थाओं को पूरा सहयोग देंगे और अपनी स्वतंत्र व्यवस्था नहीं करते।
६ इस वर्ष विशेष सम्मेलन बर्लिन, जर्मनी, और साओ पावलो, ब्राज़ील में संचालित किए गए थे। दिसम्बर में एक विशेष सम्मेलन ब्यूनोस आयर्स, अर्जन्टीना में चलाया जाएगा। जनवरी १९९१ के दौरान, सुदूर-पूर्व में विशेष सम्मेलन चलाए जाएंगे। इसके तीन स्थान होंगे: तापेइ, ताइवान; मनीला, फिलिप्पीन्स में; और बँकॉक, थायलैंन्ड। इन अधिवेशनों के लिए प्रतिनिधि चुने गए हैं। (इस बार इस व्यवस्था में भारत शामिल नहीं है।) यह अपेक्षा की जाती है, कि सभी चुने हुए प्रतिनिधि, अन्य देशों से आनेवाले प्रतिनिधियों के संग एक अच्छी गवाही देने का हर सम्भव प्रयास करेंगे।
७ चाहे हम विशेष सम्मेलनों के लिए चुने गए प्रतिनिधि हों, या स्थानीय अधिवेशनों में उपस्थित रहनेवाले हैं, हमारी प्रार्थनाओं में और हमारा दैनिक आचरण हमारी अनन्य भक्ति और जो भी हम करते हैं, उस में यहोवा की आदर करने की निष्कपट इच्छा का प्रमाण देते रहें!