वार्तालाप का विषय
सान्त्वना और आशा के लिए परमेश्वर की ओर मुड़ जाइए।
सभो. २:१७: अनेक लोगों के लिए ज़िन्दगी निराशाजनक और कुण्ठित कर देनेवाली है।
भजन ३७:३९, ४०: परमेश्वर अभी आशा देते हैं।
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वार्तालाप का विषय
सान्त्वना और आशा के लिए परमेश्वर की ओर मुड़ जाइए।
सभो. २:१७: अनेक लोगों के लिए ज़िन्दगी निराशाजनक और कुण्ठित कर देनेवाली है।
भजन ३७:३९, ४०: परमेश्वर अभी आशा देते हैं।