क्या आप परमेश्वर के वचन को ठीक रीति से काम में ला रहे हैं?
यीशु मसीह वह सर्वश्रेष्ठ शिक्षक था जो कभी पृथ्वी पर जीवित रहा। वह इस तरह से बोला जिसने लोगों के दिलों को छुआ, उनकी भावनाओं को झकझोरा, और उन्हें भले काम करने के लिए प्रेरित किया। (मत्ती ७:२८, २९) उसने हमेशा परमेश्वर के वचन को अपनी शिक्षा के आधार के रूप में प्रयोग किया। (लूका २४:४४, ४५) जो कुछ वह जानता था और सिखा सकता था उसका श्रेय उसने यहोवा परमेश्वर को दिया। (यूह. ७:१६) परमेश्वर के वचन को ठीक रीति से काम में लाकर यीशु ने अपने अनुयायियों के लिए एक शानदार उदाहरण रखा।—२ तीमु. २:१५.
२ परमेश्वर के वचन को प्रभावकारी रीति से काम में लाने के द्वारा प्रेरित पौलुस ने भी एक श्रेष्ठ उदाहरण रखा। उसने दूसरों को मात्र शास्त्र पढ़कर सुनाने से अधिक किया; उसने जो पढ़ा उसे समझाया और उस पर तर्क किया, और परमेश्वर के वचन से प्रमाण प्रस्तुत किया कि यीशु ही मसीह था। (प्रेरि. १७:२-४) उसी प्रकार, वाक्पटु चेला अपुल्लोस “पवित्र शास्त्र को अच्छी तरह से जानता था,” और सच्चाई की सशक्त प्रस्तुति करने में वह उसको ठीक रीति से काम में लाया।—प्रेरि. १८:२४, २८.
३ परमेश्वर के वचन के शिक्षक होइए: आधुनिक-दिन राज्य उद्घोषकों ने बाइबल का उल्लेख करके और उससे तर्क करके सत्हृदय लोगों को सिखाने में शानदार सफलता का आनंद लिया है। एक अवसर पर, एक पादरी और उसके तीन गिरजा सदस्यों के साथ दुष्ट और धर्मी की नियति पर तर्क करने के लिए, एक भाई यहेजकेल १८:४ साथ ही उससे संबंधित शास्त्रवचनों का प्रयोग कर सका। परिणामस्वरूप, चर्च के कुछ सदस्य अध्ययन करने लगे, और उनमें से एक ने आख़िरकार सच्चाई को ग्रहण किया। एक अन्य अवसर पर, एक बहन को एक दिलचस्पी दिखानेवाली स्त्री के विरोधी पति को यह समझाने के लिए कहा गया कि यहोवा के साक्षी क्रिसमस और जन्मदिन क्यों नहीं मनाते हैं। जब उसने सीधे ही रीज़निंग किताब में से शास्त्रीय जवाबों को पढ़ा, तो उस व्यक्ति ने अपनी सहमति व्यक्त की। उसकी पत्नी उसके स्वीकरण पर इतनी हर्षित हुई कि उसने कहा: “हम आपकी सभाओं में आएँगे।” और पति राज़ी हो गया!
४ जो मदद उपलब्ध है उसका प्रयोग कीजिए: परमेश्वर के वचन को काम में लाने में हमारी सहायता के लिए हमारी राज्य सेवकाई और सेवा सभा कार्यक्रम अच्छा मार्गदर्शन प्रस्तुत करते हैं। विविध सुझाई गई प्रस्तुतियों के लिए जो कि हमारे लाभ के लिए प्रकाशित और प्रदर्शित की जाती हैं और जो बहुत ही सामयिक और प्रभावकारी साबित हुई हैं, कई प्रकाशकों ने मूल्यांकन व्यक्त किया है। ७० से अधिक मुख्य विषय जो कि परमेश्वर के वचन में संबोधित हैं उनकी ठीक रीति से कैसे व्याख्या की जाए, इस बारे में रीज़निंग फ्रॉम द स्क्रिपचर्स में ढेरों सुझाव हैं। ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है सभी मूल बाइबल शिक्षाओं का संक्षिप्त सार देती है जिन्हें नए लोगों को समझने की ज़रूरत है। ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल गाइडबुक में अध्ययन २४ और २५ हमें बताते हैं कि कैसे कुशल शिक्षक उचित रीति से शास्त्रवचन प्रस्तुत करते, पढ़ते, और लागू करते हैं। हमें इस मदद का जो सहज ही उपलब्ध है, अच्छा उपयोग करना चाहिए।
५ जब हम परमेश्वर के वचन को ठीक रीति से काम में लाते हैं, हम पाएँगे कि वह ‘जीवित, और प्रबल है . . . और उनके मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है’ जिन्हें हम प्रचार करते हैं। (इब्रा. ४:१२) इसके साथ जिस सफलता का हम आनंद उठाते हैं, वह हमें सच्चाई को और अधिक हियाव के साथ बोलने के लिए प्रेरित करेगी!—प्रेरि. ४:३१.