क्या हम फिर से ऐसा करेंगे?—सहयोगी पायनियरों के लिए एक और पुकार
हम फिर से क्या करेंगे? क्या हम स्मारक के मौसम में सहयोगी पायनियर-कार्य करेंगे? फरवरी १९९७ की हमारी राज्य सेवकाई के अंतःपत्र ने इस सुस्पष्ट शीर्षक से हमारा ध्यान आकर्षित किया: “आवश्यकता है—४,००० सहयोगी पायनियरों की।” हमें विश्वास था कि आप उस बुलावे पर गंभीरता से विचार करेंगे। जब हमने अपना सर्वेक्षण पूरा किया, तो हमें यह जानकर बेहद खुशी हुई कि करीब ४,२५० प्रकाशकों ने मार्च, अप्रैल या मई के तीन महीनों में से कम-से-कम एक महीने में सहयोगी पायनियरों के रूप में सेवा की थी। अप्रैल १९९७ में ही, २,०९३ लोगों ने सहयोगी पायनियर सेवा के लिए नाम लिखवाया! अगर हम इस संख्या में उस महीने रिपोर्ट करनेवाले ७९७ नियमित पायनियर और २८८ खास पायनियर जोड़ दें, तो हम पाते हैं कि कुल प्रकाशकों में से १८ प्रतिशत से ज़्यादा प्रकाशक पायनियर सेवा में थे। इस स्मारक मौसम में क्या हम फिर से ऐसा करेंगे?
२ हम उन सभी लोगों की दिल से प्रशंसा करते हैं जिन्होंने पिछले साल अपनी क्षेत्र सेवा गतिविधि को बढ़ाने के लिए सामान्य से ज़्यादा कोशिश की। साफ है, आप सब यहोवा परमेश्वर और अपने पड़ोसी के लिए निःस्वार्थ प्रेम से प्रेरित हुए थे। (लूका १०:२७; २ पत. १:५-८) सहयोगी पायनियर-कार्य के लिए समय निकालनेवाले प्रकाशकों के जीवन की परिस्थितियाँ अलग-अलग थीं। एक कलीसिया में, ५१ प्रकाशकों ने एक ही महीने में एकसाथ पायनियर-कार्य किया। इनमें कलीसिया के ज़्यादातर प्राचीन थे, एक माँ थी जिसकी बेटी १५ महीने की थी, एक बहन थी जिसने अपनी पूरे समय की नौकरी छोड़कर एक अंश-कालिक काम हासिल किया ताकि वह पायनियर-कार्य कर सके, और एक वृद्ध बहन थी जिसने पहले कभी पायनियर-कार्य नहीं किया था। एक सर्किट ओवरसियर ने लिखा: “प्रचार-कार्य में ज़ोर-शोर से मेहनत की जा रही है। . . . इससे न केवल क्षेत्र पर प्रभाव पड़ा है बल्कि कलीसियाएँ उत्साह से भरी हुई हैं। भाई एक दूसरे को और अच्छी तरह जानने का और सेवकाई में अच्छे परिणाम पाने का आनंद उठा रहे हैं।”
३ युवा लोग भी शामिल किए गए। तेरह साल की एक बपतिस्मा-रहित प्रकाशक उस समय का इंतज़ार कर रही थी जब वह यहोवा को किए गए अपने समर्पण का चिन्ह प्रदर्शित कर सके। फरवरी में बपतिस्मा लेने के बाद, उसने मार्च में सहयोगी पायनियर-कार्य करने की अपनी इच्छा के बारे में लिखा: “अब मेरे सामने कोई रुकावट नहीं थी, इसलिए मैंने तुरंत अपना आवेदन दे दिया। . . . हमने जिन बढ़िया अनुभवों का आनंद उठाया वह शायद कभी सच नहीं होते अगर आपने पायनियर-कार्य करने के लिए प्रेमपूर्वक आमंत्रण न दिया होता। मैं यहोवा की आभारी हूँ कि मुझे उन लोगों में होने का विशेषाधिकार मिला . . . जिन्होंने प्रतिक्रिया दिखायी।” उसने फिर से ऐसा करने का लक्ष्य रखा है।
४ पिछले मार्च में १,७१५, या अप्रैल में २,०९३ या मई में १,५२३ सहयोगी पायनियर-कार्य में शामिल होनेवालों में शायद आप भी थे। इस साल क्या आप फिर से ऐसा करेंगे? अगर आप पिछली गर्मियों में पायनियर-कार्य नहीं कर सके, तो क्या आप इस साल करेंगे? क्या हम २,०९३ से आगे जा सकते हैं? अप्रैल में सहयोगी पायनियर-कार्य करनेवालों की यह संख्या, भारत में अब तक एक महीने में सहयोगी पायनियरों की सबसे बड़ी संख्या है।
५ अप्रैल और मई पर ध्यान दीजिए: इस साल स्मारक शनिवार, अप्रैल ११ के दिन आता है, जिसकी वज़ह से अप्रैल सेवकाई में ज़्यादा काम करने का शानदार महीना है। (२ कुरि. ५:१४, १५) महीने के पहले ११ दिनों में, हम ज़्यादा-से-ज़्यादा दिलचस्पी रखनेवालों को स्मारक में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित करने पर ध्यान देंगे। अगर आप सहयोगी पायनियर-कार्य करने की योजना बनाते हैं, तो कृपया अपना आवेदन शुरूआत करने की तारीख से काफी पहले दे दीजिए।—१ कुरि. १४:४०.
६ क्योंकि मई में पूरे पाँच सप्ताहांत हैं, जो प्रकाशक पूरे समय की नौकरी करते हैं वे शायद इस महीने सहयोगी पायनियर-कार्य करना आसान पाएँ। और मई में ज़्यादातर बच्चों की स्कूल की छुट्टी होगी। पाँच सप्ताहांतों में दस घंटे निकालकर, आपको ६० घंटे की आवश्यकता पूरी करने के लिए पूरे महीने में सिर्फ दस घंटे और करने होंगे।
७ अप्रैल और मई दोनों में, हम साहित्य भेंट के रूप में प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! के अभिदान पेश करेंगे। इससे हममें से ज़्यादा लोगों को आगे आकर पायनियर-कार्य करने का प्रोत्साहन मिलना चाहिए। हम ऐसा क्यों कहते हैं? ये पत्रिकाएँ प्रस्तुत करना आसान है और सेवकाई में इनको लेकर काम करने में मज़ा आता है। ये सेवा के सभी पहलुओं में अच्छी तरह से इस्तेमाल की जा सकती हैं—घर-घर और दुकान-दुकान कार्य, और जब हम सड़क पर, पार्किंग क्षेत्रों में, बाग-बगीचों में तथा ऐसी दूसरी अनौपचारिक स्थितियों में लोगों से मिलते हैं। सबसे महत्त्वपूर्ण, प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! राज्य की सच्चाइयों का समर्थन करती हैं। ये बाइबल की भविष्यवाणी की पूर्ति की ओर ध्यान आकर्षित करती हैं, जिससे साबित होता है कि परमेश्वर का राज्य शासन कर रहा है। लोगों की असल ज़रूरतों पर सहानुभूतिपूर्वक चर्चा करके ये पाठकों के जीवन पर असर डालती हैं। अगर हम सोचें कि इन मूल्यवान पत्रिकाओं ने कैसे हमारे जीवन पर असर डाला है, तो अप्रैल और मई में इनके ज़्यादा-से-ज़्यादा वितरण में भाग लेने के लिए हम प्रेरित होंगे।
८ इस सामान्य से अधिक पत्रिका कार्य की तैयारी में, आप इन लेखों को दोबारा पढ़कर लाभ पाएँगे: “प्रहरीदुर्ग और अवेक!—सत्य की समयोचित पत्रिकाएँ” (जनवरी १, १९९४, प्रहरीदुर्ग), “हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए” (जनवरी १९९६ हमारी राज्य सेवकाई) और “स्वयं अपनी पत्रिका प्रस्तुति तैयार कीजिए” (अक्तूबर १९९६ हमारी राज्य सेवकाई)।
९ प्राचीन अगुवाई करते हैं: पिछली गर्मियों में पायनियर-कार्य करनेवाले अनेक प्रकाशकों की मदद करने के लिए, एक कलीसिया के प्राचीनों ने सारी कलीसिया के लिए सेवा-कार्य के खास दिन के रूप में महीने के एक शनिवार को बढ़ावा दिया। प्रबंध किया गया कि उस दिन कई अलग-अलग समयों पर मिला जाए, जिससे कलीसिया में सभी को गवाही-कार्य के अलग-अलग पहलुओं में भाग लेने का अवसर मिले। इनमें व्यापार-भवनों में काम करना, सड़क पर गवाही देना, घर-घर जाना, पुनःभेंट करना, चिट्ठियाँ लिखना और टेलिफोन के माध्यम से गवाही देना भी शामिल था। बहुत ही बढ़िया प्रतिक्रिया दिखायी गयी, यानी ११७ प्रकाशकों ने उस दिन क्षेत्र सेवा में भाग लिया। उन्होंने कुल मिलाकर ५२१ घंटे सेवकाई में बिताए और ६१७ पत्रिकाएँ, ब्रोशर और किताबें वितरित कीं! उस शनिवार की उत्तेजना रविवार तक रही, और जन सभा और प्रहरीदुर्ग अध्ययन में उपस्थित लोगों की संख्या लगभग एक रिकॉर्ड थी।
१० अप्रैल और मई की हर सेवा सभा में, कलीसिया को याद दिलाया जाना चाहिए कि आनेवाले सप्ताह के दौरान क्षेत्र सेवा के लिए सभाएँ कब और कहाँ होंगी, खासकर अगर सामान्य प्रबंधों के अलावा कुछ और भी प्रबंध किए जाते हैं। नियमित पायनियरों को और जो प्रकाशक सहयोगी पायनियर नहीं हैं उनको अपनी परिस्थितियों के अनुसार इन सामूहिक सेवा-प्रबंधों का समर्थन करने का प्रोत्साहन दिया जाता है।
११ क्षेत्र नियुक्त करनेवाले भाई से सेवा ओवरसियर को मिलने की ज़रूरत पड़ेगी ताकि ऐसे क्षेत्रों में काम करने के प्रबंध करें जिन्हें नियमित रूप से पूरा नहीं किया जाता। घर-पर-नहीं और सड़क तथा दुकान-दुकान गवाही-कार्य पर ज़्यादा ध्यान दिया जा सकता है। संध्या गवाही-कार्य पर ज़ोर दिया जा सकता है, खासकर क्योंकि इन महीनों में दिन लंबा होता है। ज़्यादा कार्य को ध्यान में रखकर, अप्रैल और मई दोनों महीनों के लिए पत्रिकाओं की पर्याप्त मात्रा का आर्डर किया जाना चाहिए।
१२ अनेक प्रकाशक योग्य हो सकते हैं: सहयोगी पायनियर-कार्य आवेदन-पत्र पर पहला वाक्य कहता है: “यहोवा के लिए मेरे प्रेम और उसके प्रेमपूर्ण उद्देश्यों के बारे में सीखने में दूसरों की मदद करने की मेरी इच्छा के कारण, मैं सहयोगी पायनियर के रूप में नाम लिखवाकर, क्षेत्र सेवा में अपना भाग बढ़ाना चाहता/ती हूँ।” यहोवा से प्रेम करना और दूसरों को आध्यात्मिक रूप से मदद करने की इच्छा रखना हमारे समर्पण की बुनियाद है। (१ तीमु. ४:८, १०) सहयोगी पायनियर-कार्य के लिए योग्य होने के लिए, एक व्यक्ति को बपतिस्मा-प्राप्त होना चाहिए, अच्छी नैतिक स्थिति का होना चाहिए और महीने में सेवकाई के लिए ६० घंटे देने की स्थिति में होना चाहिए। जब हम सब अपनी परिस्थितियों पर गौर करते हैं, तब क्या हममें से कुछ जिन्होंने पहले कभी-भी पायनियर-कार्य नहीं किया इस साल अप्रैल या मई में ऐसा करेंगे?
१३ कलीसिया में अनेक लोग शायद जब देखें कि उनकी जैसी परिस्थिति के दूसरे लोगों ने नाम लिखवाया है, तो शायद उन्हें भी लगे कि वे पायनियर-कार्य कर सकते हैं। स्कूली बच्चों, बुज़ुर्गों, पूरे समय की नौकरी करनेवालों, जिनमें प्राचीन और सहायक सेवक भी हैं और अन्य लोगों ने सफलतापूर्वक सहयोगी पायनियर-कार्य किया है। एक गृहिणी ने, जिसके दो बच्चे हैं और पूरे समय की नौकरी है, एक महीने के सहयोगी पायनियर-कार्य में ६० घंटे बिताए, १०८ पत्रिकाएँ दीं और ३ बाइबल अध्ययन शुरू किए। उसने यह कैसे किया? काम से खाने की छुट्टी में उसने पास के क्षेत्र में गवाही दी, पत्र लिखकर गवाही दी और पार्किंग की जगहों पर और सड़क पर गवाही-कार्य में भाग लिया। कलीसिया के साथ क्षेत्र सेवा में भाग लेकर उसने अपनी साप्ताहिक छुट्टी का अच्छा इस्तेमाल किया। हालाँकि पहले उसे लगा कि सहयोगी पायनियर-कार्य के लक्ष्य तक पहुँचा नहीं जा सकता, फिर भी दूसरों के प्रोत्साहन और एक व्यावहारिक सारणी से बाधाएँ पार की गयीं।
१४ यीशु ने अपने चेलों को आश्वासन दिया: “मेरा जूआ सहज और मेरा बोझ हलका है।” (मत्ती ११:३०) यह अगस्त १५, १९९५ की प्रहरीदुर्ग में एक प्रोत्साहक लेख का शीर्षक था। यह एक बहन के बारे में बताता है जिसकी पूरे समय की नौकरी में उससे बहुत ज़्यादा की माँग की जाती थी। क्या उसने ऐसा सोचा कि सहयोगी पायनियर-कार्य उसके लिए कतई नहीं है? नहीं। असल में वह हर महीने सहयोगी पायनियर-कार्य कर सकी। क्यों? क्योंकि उसे महसूस हुआ कि पायनियर-कार्य असल में संतुलन बनाए रखने में उसकी मदद करता है। बाइबल की सच्चाई सीखते वक्त लोगों की मदद करना और परमेश्वर का अनुमोदन पाने के लिए जीवन में बदलाव करते हुए उन्हें देखना—यही है जो उसे अपने व्यस्त जीवन में सबसे ज़्यादा आनंद देता है।—नीति. १०:२२.
१५ एक व्यक्ति को पायनियर-कार्य के लिए किए गए निजी त्याग और फेर-बदल की तुलना में कहीं ज़्यादा आशीषें मिलती हैं। एक बहन ने सहयोगी पायनियर-कार्य के बारे में अपना अनुभव लिखा: “इसने मेरी मदद की कि अपने दिलो-दिमाग को खुद से हटाकर दूसरों की मदद करने पर लगाऊँ। . . . जो इसे कर सकते हैं उन्हें मैं सलाह दूँगी कि यह काम करें।”
१६ इसके लिए अच्छी सारणी ज़रूरी है: इस अंतःपत्र के आखिरी पन्ने पर हमने समय-सारणी के नमूने दिए हैं जो फरवरी १९९७ की हमारी राज्य सेवकाई में दिए गए थे। इनमें से शायद एक आपकी परिस्थितियों पर सही बैठे। जब आप इनकी जाँच करते हैं, तब महीने भर के अपने काम के सामान्य नित्यक्रम के बारे में सोचिए। घर पर किन कामों को आपके पायनियर-कार्य शुरू करने से पहले किया जा सकता है या इसके खत्म होने के बाद तक टाला जा सकता है? क्या आप मनोरंजन, मनबहलाव या फुरसत के अन्य कामों में दिए गए समय को कम कर सकते हैं? ६० घंटों की कुल ज़रूरत पर सोचने के बजाय, हर दिन के लिए या हर सप्ताह के लिए अपनी सारणी बनाइए। सहयोगी पायनियर-कार्य के लिए एक दिन में केवल २ घंटे या सप्ताह में १५ घंटे की ज़रूरत है। सारणी के नमूनों को देखिए और एक हाथ में पेंसिल लेकर अपनी निजी सेवा सारणी बनाइए जो आपके और आपके परिवार के लिए सबसे उपयुक्त हो।
१७ सेवकाई के लिए कलीसिया द्वारा दिखायी गयी अच्छी प्रतिक्रिया और अतिरिक्त मदद से एक नियमित पायनियर का उत्साह और बढ़ा, उसने लिखा: “सहयोगी पायनियर-कार्य का समर्थन करने के लिए और ज़्यादा मेहनत करने के लिए आपने जो प्रेमपूर्ण प्रोत्साहन दिया उसके लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। . . . आपने जिन सारणियों का सुझाव दिया उससे कई लोगों को यह समझने में मदद मिली कि वे भी ऐसा कर सकते हैं। इन लोगों ने पहले कभी पायनियर-कार्य नहीं किया था। . . . यहोवा के संगठन का भाग होने और विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास की आनंदपूर्ण और प्रेमपूर्ण अगुवाई के अनुसार चलने में मैं बहुत खुश हूँ।”
१८ नीतिवचन २१:५ (NHT) हमें आश्वस्त करता है: “परिश्रमी की योजनाएं निःसन्देह लाभदायक होती हैं।” नीतिवचन १६:३ (NHT) हमें प्रोत्साहित करता है: “अपना सब काम यहोवा को सौंप दे, और तेरी योजनाएं सफल होंगी।” जी हाँ, अपने निर्णय में प्रार्थनापूर्वक यहोवा को शामिल करने से और सफल होने में मदद के लिए पूरी तरह उस पर निर्भर होने से, हम सहयोगी पायनियर-कार्य की अपनी योजनाओं के बारे में सकारात्मक हो सकते हैं। एक या दो महीने के सहयोगी पायनियर-कार्य के लिए हमारी समय-सारणी की सफलता को देखकर, शायद हम सहयोगी पायनियर आवेदन-पत्र में उस बक्स पर निशान लगा सकेंगे जो कहता है: “अगर आप सहयोगी पायनियर के नाते, अगली सूचना मिलने तक, सेवा जारी रखना चाहते हैं तो यहाँ निशान लगाइए।” चाहे जो भी हो, हम अगस्त में दोबारा पायनियर-कार्य करने का उत्सुकता से इंतज़ार कर सकते हैं, जब पूरे पाँच सप्ताहांत होंगे। अगस्त में सेवा वर्ष समाप्त करते वक्त, सब लोग मिलकर कोशिश करेंगे कि जिस हद तक हो सके सभी सेवकाई में भाग लें।
१९ यीशु ने भविष्यवाणी की: “जो मुझ पर विश्वास रखता है, ये काम जो मैं करता हूं वह भी करेगा, बरन इन से भी बड़े काम करेगा।” (यूह. १४:१२) जब इस भविष्यवाणी की महान पूर्ति हो रही है, तब परमेश्वर के संगी कार्यकर्ताओं के नाते सेवा करने का हमारे पास खुशियों भरा विशेषाधिकार है। अब समय है कि सबसे ज़्यादा तेज़ी से सुसमाचार का प्रचार करें, और इस काम को करने के लिए समय मोल लें। (१ कुरि. ३:९; कुलु. ४:५) जब कभी संभव हो तब सहयोगी पायनियर सेवा में भाग लेना, राज्य उद्घोषकों के नाते अपनी भूमिका निभाने का एक उत्कृष्ट तरीका है। इस स्मारक के मौसम में सहयोगी पायनियरों की स्तुति का गीत कितना गुँजायमान होगा यह देखने का हम उत्सुकता से इंतज़ार कर रहे हैं। (भज. २७:६) पिछली गर्मियों के परिणामों को देखकर हम सोच रहे हैं, ‘क्या हम फिर से ऐसा करेंगे?’ हमें विश्वास है कि हम करेंगे!
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क्या आप सहयोगी पायनियर-कार्य कर सकते हैं?
“चाहे आपके निजी हालात जो भी हों, अगर आप बपतिस्मा-प्राप्त हैं, अच्छी नैतिक स्थिति रखते हैं, क्षेत्र सेवकाई में एक महीने में ६० घंटे बिताने की आवश्यकता को पूरा करने का प्रबंध कर सकते हैं और आपको लगता है कि आप एक या अधिक महीने एक सहयोगी पायनियर के नाते सेवा कर सकते हैं, तो सेवा के इस विशेषाधिकार के लिए कलीसिया के प्राचीन आपके आवेदन-पत्र पर विचार करने में खुशी पाएँगे।”—अपनी सेवकाई को पूरा करने के लिए संगठित (अंग्रेज़ी), पृष्ठ ११४.
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सहयोगी पायनियर-कार्य की समय-सारणी
हर सप्ताह क्षेत्र सेवा के लिए १५ घंटे का समय निकालने के तरीके
हर सुबह—सोमवार से शनिवार
किसी भी दिन की जगह रविवार रखा जा सकता है
दिन समय घंटे
सोमवार सुबह २ १/२
मंगलवार सुबह २ १/२
बुधवार सुबह २ १/२
गुरुवार सुबह २ १/२
शुक्रवार सुबह २ १/२
शनिवार सुबह २ १/२
कुल घंटे: १५
पूरे दो दिन
सप्ताह के कोई भी दो दिन चुने जा सकते हैं
दिन समय घंटे
बुधवार पूरा दिन ७ १/२
शनिवार पूरा दिन ७ १/२
कुल घंटे: १५
दो शामें और सप्ताहांत
सप्ताह की कोई भी दो शामें चुनी जा सकती हैं
दिन समय घंटे
सोमवार शाम १ १/२
बुधवार शाम १ १/२
शनिवार पूरा दिन ८
रविवार आधा दिन ४
कुल घंटे: १५
सप्ताह में सब दिन दोपहर और शनिवार
किसी भी दिन की जगह रविवार रखा जा सकता है
दिन समय घंटे
सोमवार दोपहर २
मंगलवार दोपहर २
बुधवार दोपहर २
गुरुवार दोपहर २
शुक्रवार दोपहर २
शनिवार पूरा दिन ५
कुल घंटे: १५
मेरी निजी सेवा सारणी
अलग-अलग समय के लिए घंटों की संख्या निर्धारित कीजिए
दिन समय घंटे
सोमवार
मंगलवार
बुधवार
गुरुवार
शुक्रवार
शनिवार
रविवार
कुल घंटे: १५