लहू के अंशों और इलाज के उन तरीकों के बारे में मुझे क्या फैसला करना चाहिए, जिनमें मेरा अपना खून इस्तेमाल किया जाता है?
बाइबल मसीहियों को ‘लहू से परे रहने’ की आज्ञा देती है। (प्रेरि. 15:20) इसलिए यहोवा के साक्षी पूरा लहू या इसके चार मूल अवयवों को, यानी लाल रक्त कोशिकाएँ, श्वेत रक्त कोशिकाएँ, प्लेटलेट्स और प्लाज़मा चढ़वाने से इनकार करते हैं। इसके अलावा, वे न तो खून देते हैं और ना ही अपना खून चढ़वाने के लिए उसे पहले से जमा रखते हैं।—लैव्य. 17:13, 14; प्रेरि. 15:28, 29.
लहू के अंश क्या हैं, और हरेक मसीही को क्यों फैसला करना चाहिए कि वह इन अंशों का इस्तेमाल करेगा या नहीं?
लहू को “फ्रैक्शनेशन” नाम की एक प्रक्रिया के ज़रिए छोटे-छोटे अंशों में अलग किया जाता है। मिसाल के लिए, लहू के एक मूल अवयव, प्लाज़मा को इन अंशों में अलग किया जा सकता है: पानी (करीब 91 प्रतिशत); एलब्यूमिन, ग्लोब्यूलिन और फाइब्रिनजन जैसी प्रोटीन (करीब 7 प्रतिशत); और दूसरे पदार्थ, जैसे पोषक तत्त्व, हार्मोन, गैस, विटामिन, अपशिष्ट उत्पाद और इलेक्ट्रोलाइट (करीब 1.5 प्रतिशत)।
क्या लहू से परे रहने की आज्ञा, उसके अंशों को लेने पर भी लागू होती है? हम इसका जवाब ‘हाँ’ या ‘ना’ में नहीं दे सकते। बाइबल में लहू के अंशों के बारे में साफ-साफ कोई नियम नहीं दिया गया है।a मगर हाँ, एक बात साफ है कि इलाज में इस्तेमाल होनेवाले बहुत-से अंश, रक्तदान किए गए लहू से निकाले जाते हैं। इसलिए हरेक मसीही को सोच-समझकर और अपने विवेक के मुताबिक फैसला करना चाहिए कि वह इन अंशों को अपने इलाज में इस्तेमाल करेगा या नहीं।
इस तरह के फैसले करते वक्त, इन सवालों पर गौर कीजिए: क्या मैं इस बात से वाकिफ हूँ कि अगर मैं लहू के सभी अंशों को लेने से इनकार करता हूँ, तो इसका मतलब है कि मैं उन दवाइयों को लेने से भी इनकार कर रहा हूँ, जो या तो शरीर को वाइरस और बीमारियों से लड़ने की ताकत देती हैं या फिर खून का बहना बंद करने के लिए उसे जमने में मदद देती हैं? क्या मैं डॉक्टर को समझा सकूँगा कि मुझे क्यों लहू के कुछ अंश मंज़ूर हैं या मंज़ूर नहीं?
इलाज के जिन तरीकों में मेरा अपना खून इस्तेमाल किया जाता है, उन्हें अपनाना चाहिए या नहीं, इस मामले में मुझे खुद फैसला क्यों करना चाहिए?
मसीही न तो खून देते हैं और ना ही अपना खून चढ़वाने के लिए उसे जमा रखते हैं। फिर भी, इलाज या जाँच के कुछ तरीके हैं, जिनमें एक इंसान का अपना खून इस्तेमाल किया जाता है और ये तरीके बाइबल के सिद्धांतों के सीधे-सीधे खिलाफ नहीं हैं। इसलिए हरेक मसीही को सोच-समझकर और अपने विवेक के मुताबिक फैसला करना चाहिए कि उसे ऐसे तरीके मंज़ूर हैं या नहीं।
इस तरह के फैसले करते वक्त, खुद से ये सवाल पूछिए: जब मेरा खून शरीर के बाहर ले जाया जाता है और शायद, उस वक्त थोड़ी देर के लिए उसका बहाव बंद किया जाता है, तो क्या मेरा विवेक यह मानने के लिए तैयार होगा कि वह खून अब भी मेरे शरीर का एक हिस्सा है और उसे ‘भूमि पर उँडेलने’ की ज़रूरत नहीं? (व्यव. 12:23, 24) अगर इलाज के दौरान मेरा कुछ खून निकाला जाता है और उसमें कुछ परिवर्तन करके फिर से मेरे शरीर में डाल दिया जाता है, तो क्या बाइबल से तालीम पाया मेरा विवेक मुझे कचोटेगा? क्या मैं इस बात से वाकिफ हूँ कि अगर मैं इलाज के उन सारे तरीकों से इनकार करता हूँ जिनमें मेरा अपना खून इस्तेमाल किया जाता है, तो मैं ऐसे इलाज से भी इनकार कर रहा हूँ जैसे डायलेसिस या फिर जिसमें हार्ट-लंग मशीन का इस्तेमाल होता है? इस मामले में कोई भी फैसला लेने से पहले, क्या मैंने मार्गदर्शन के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की है?b
मेरे फैसले क्या हैं?
अगले पेज पर दी गयी दो प्रश्नावलियों पर गौर कीजिए। प्रश्नावली नं. 1 में लहू के कुछ अंशों के नाम दिए गए हैं और बताया गया है कि इन्हें आम तौर पर दवाइयों में कैसे इस्तेमाल किया जाता है। हर अंश के आगे निशान लगाइए कि आपको वह अंश लेना मंज़ूर है या नहीं। प्रश्नावली नं. 2 में इलाज के कुछ आम तरीके बताए गए हैं जिनमें आपका अपना खून इस्तेमाल किया जाता है। हर तरीके के आगे निशान लगाइए कि वह आपको मंज़ूर है या नहीं। ये परचे कानूनी कागज़ात नहीं हैं। लेकिन इनमें दिए जवाबों की मदद से आप अपना DPA कार्ड (ड्यूरबल पावर ऑफ अटॉरनी या स्थायी अधिकार पत्र) भर सकते हैं।
याद रखिए कि इन मामलों में फैसला आपका अपना होना चाहिए, ना कि किसी और का। उसी तरह, दूसरे मसीही जो भी फैसले करते हैं, उनकी हमें निंदा नहीं करनी चाहिए। खून के मामलों में, “हर एक व्यक्ति” ज़िम्मेदारी का “अपना ही बोझ उठाएगा।”—गल. 6:4, 5.
cdefghijध्यान दीजिए: नीचे बताए तरीके कैसे इस्तेमाल किए जाएँगे, यह अलग-अलग डॉक्टरों पर निर्भर करता है। इसलिए इलाज के किसी भी तरीके को मंज़ूर करने से पहले, अपने डॉक्टर को खुलकर समझाने के लिए कहिए कि इसमें क्या-क्या शामिल होगा। तभी आप बाइबल के सिद्धांतों और अपने विवेक के मुताबिक सही फैसला कर पाएँगे।